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 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति सैकड़ो  गायत्री साधकों की गुरु दीक्षा के साथ पूर्ण हुई

गायत्री महामंत्र को जपने एवं साधना करने वाला कभी भी निर्धन एवं दुखी नहीं हो सकता

मन्दसौर। गायत्री परिवार द्वारा मंदसौर नगर के समीप स्थित ग्राम कोलवा में आयोजित प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 25 मई को 24 कुंडीय महायज्ञ की पूर्णाहुति सैकड़ो गायत्री साधकों के द्वारा गुरु दीक्षा के साथ सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम में व्यास पीठ से हरिद्वार के प्रतिनिधि के रूप उपस्थित श्री प्रभाकांत तिवारी ने कहा गायत्री परिवार के शिष्य बनकर गुरु की दीक्षा के रूप में जो भी आज दीक्षा ले रहे हैं  उन्हें गुरु का आशीर्वाद अवश्य मिलेगा।  इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा है कि मेरी तपस्या का आधा हिस्सा मेरे बच्चों के लिए है, आधा शेष बचा हिस्सा युग परिवर्तन के लिए है । मैंने अपने जीवन को जीते जी प्रयोगशाला के रूप में कार्य किया है। 80 वर्ष के जीवन में 800 वर्ष का कार्य मेरे द्वारा किया गया है यह सब चमत्कार मां गायत्री का हैं । नई सृष्टि की निर्माण करने की ताकत इस गायत्री महामंत्र में है। इस गायत्री के महामंत्र को जपने एवं साधना करने वाला कभी भी निर्धन एवं दुखी नहीं हो सकता । वेद मूर्ति तपोनिष्ठ पं. राम शर्मा आचार्य लगातार अपनी शक्ति के द्वारा अपने शिष्यों के माध्यम से 21वीं सदी का उज्जवल भविष्य पूर्ण करने के लिए गायत्री परिवार का यह कोलवा गायत्री चेतना केंद्र आसपास के गांव में नशा मुक्ति, दहेज प्रथा, मृत्यु भोज जैसी को प्रथाओं का अंत करेगा।
कार्यक्रम के दौरान गायत्री परिवार के इस चेतना केंद्र में सहयोग करने वाले मां गायत्री, सरस्वती व लक्ष्मी की प्रतिमा को स्थापित करने वाले परिवार, शिव परिवार की स्थापना करने वाले परिवार, गांव-गांव में जाकर  में सेवा करने वालों व भोजन शाला में लगातार चार दिन तक सेवा करने वाले कार्यकर्ताओं को सम्मान किया गया। साथ ही सबसे अग्रणी भूमिका में 23 लाख रुपए की राशि अपनी पेंशन की राशि से इस कोलवा चेतना केंद्र को स्थापित करने में श्री हाड़ा का मंगल तिलक लगाकर सम्मानित किया गया । वहीं  बड़ी संख्या में गायत्री परिवार के सदस्य पीले वस्त्र पहनकरसेवा कार्य में लगे हुए रहे। इस कार्यक्रम में सफल बनाने के लिए जिन भी भाइयों ने सहयोग एवं श्रमदान किया है उनका विशेष रूप से गायत्री मंत्र का दुपट्टा तिलक लगाकर सम्मानित किया गया। इस कोलवा केंद्र की स्थापना का संकल्प लेने वाले केशव राव शिंदे, श्याम कहार का का भी तिलक लगाकर सम्मानित किया गया।  गांव गांव जाकर कलेक्शन करने वाली टीम का नेतृत्व कर रहे हैं दशरथ लाल टेलर एवं रावत भाई का सभी सम्मानित किया गया।
गायत्री परिवार द्वारा इस केंद्र के माध्यम से समूचा अंचल में नई क्रांति का उद्घोष होगा। कार्यक्रम में विशेष रूप से मदनलाल राठौड़, कोलवा केंद्र के अध्यक्ष एवं विशेष सहयोगी सार्थक ग्रुप के डॉ. उर्मिला तोमर, शिक्षाविद रमेशचंद्र चंद्रे, रविंद्र पांडे द्वारा भागीदारी करते हुए कोलवा केंद्र को और सेवा प्रदान करने का संकल्प लिया।
गायत्री परिवार द्वारा आने वाले समय में 2024 से लेकर 2026 तक अपनी गतिविधियों को तेज करने का संकल्प लिया।  गायत्री परिवार 100 वर्ष अखंड दीपक को भी पूर्ण होने वाले हैं। माता भगवती देवी शर्मा के जन्म 1926 को भी 100 वर्ष पूर्ण हो जाएंगे इसके लिए गांव-गांव में 1000 रथो से भी अधिक जन जागरण यात्रा निकाली जा रही है। गायत्री परिवार जो संकल्प लिया है मनुष्य में देवत्व का अवतरण और धरती को स्वर्ग बनाना है। इसके लिए सबसे पहले जाति पाति की दीवारों को गिराना होगा और एकजुट होकर शतपृवर्तियों का संवर्धन करना होगा। यह जानकारी गायत्री परिवार की वरिष्ठ नरेश त्रिवेदी द्वारा दी गई।

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