जब-जब जीव में अभिमान आता है भगवान उनसे दूर हो जाते हैं।- बहिन सुश्री साक्षी
20 को लदुना नगर में सगींतमय श्रीमद्भागवत ज्ञान गंगा का विश्राम के साथ ही महाआरती
संस्कार दर्शन की खबर
लदुना। नगर में 14 मई मंगलवार से संगीतमय श्रीमद्भागवत ज्ञान का आयोजन किया जा रहा है। बड़ी संख्या में भक्त जन कथा का रसपान कर रहे हैं। कथा के छठवें दिवस बहिन सुश्री साक्ष जी शुक्ला ने उपस्थित भक्तों को गोवर्धन पूजा, छप्पन भोग, महारास लीला, रासलीला में भगवान शंकर का आना एवं श्री कृष्ण रुक्मणी विवाह के प्रसंग का सुंदर वर्णन किया। भगवान श्रीकृष्ण का प्रथम विवाह विदर्भ देश के राजा की पुत्री रुक्मणि के साथ संपन्न हुआ। बहिन सुश्री साक्षी जी ने कहा जब-जब जीव में अभिमान आता है भगवान उनसे दूर हो जाते हैं। और उसको संकट बाधाएं घेर लेती है।
आयोजन समिती के संरक्षक जितेंद्र बामनिया लदुना ने बताया कि मालवा के सतं ओजस्वी वक्ता गौभक्त पुज्य श्री बहन श्री साक्षी जी शुक्ला के मुखारविन्द से सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का वाचन किया जा रहा है। जिसमे 14 मई को प्रातः 10 बजे कलश यात्रा बेंड-बाजे एवं नृत्य के साथ शुभ अवसर पर गांव मे भ्रमण करते हुए श्री वीर तेजाजी महाराज के मंदिर प्रांगण के कथा स्थल पहुंचे एवं पोथी पुजन के पश्चात श्रीमद्भागवत ज्ञान गंगा का रस पान बहन साक्षी जी के श्रीमुख से कराया गया ।जिसमे आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से बड़ी संख्या में भक्तो कथा में सम्मिलित हुए।आसपास के गावों से ट्रैक्टर द्वारा भक्तो को कथा स्थल तक लाने की व्यवस्था भी की गई।आयोजन के लिए सभी ग्राम वासियों का सहयोग किया जा रहा है। कथा प्रांगण में गर्मी को देखते हुए कूलर व आरओ वाटर की व्यस्था भी की की गई । श्री बामनिया ने सभी धर्मप्रेमी बंधुओं से आग्रह करते हुए कहा कि परसों 20 मई सोमवार को कथा विश्राम महा आरती एवं प्रसादी का आयोजन किया जाएगा अतः सभी धर्म प्रेमी भक्तों से निवेदन है कि अधिक से अधिक संख्या में पधार कर प्रसाद ग्रहण करने का लाभ लेवे।