खड़ावदा में आध्यात्मिक सत्संग कार्यक्रम संपन्न

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खड़ावदा । सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की असीम कृपा से ग्राम नारिया बुजुर्ग में एक आध्यात्मिक सत्संग का आयोजन संपन्न हुआ। सत्संग की अध्यक्षता मुंबई से पधारे हुए ब्रह्म ज्ञानी महात्मा अशोक जी निरंकारी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। उन्होंने सद्गुरु का संदेश देते हुए बताया कि प्यार से कहना धन निरंकार । सद्गुरु संसार में सभी जीवो के कल्याण के लिए अवतरित होते हैं। सभी धर्मो का सार यही है। मानव योनि में आकर मानव जीवन को सफल बनाएं। सत्संग का अर्थ होता है । आत्मा का कल्याण। जीवन में सेवा सत्संग सिमरन होना बहुत आवश्यक है । क्योंकि जीवन में अनेक ऊतार चढ़ाव आते हैं, मगर जो सद्गुरु का आसरा लेकर इस प्रभु परमात्मा की भक्ति करते हैं उनके सारे कार्य सहज हो जाते हैं। जिनके हिस्से में राम नाम धन आया है वही सच्चा साहूकार है।
सद्गुरु के चरणों में शीश झुकाने से मस्तक की रेखा बदलती है।आत्मा जब अपने मूल परमात्मा को पहचान लेगी तो संसार में आना-जाना खत्म हो जाएगा ।जब धरती पर समय के सद्गुरु प्रकट होते हैं तो आत्मा को मुक्त करने के लिए ही अवतार धारण करते हैं।