रतलाम में बना चांदी का दीपक प्लेन से पहुंचेगा अयोध्या
रतलाम। एक राम भक्त ने अयोध्या के लिए 5 किलो चांदी से अखंड श्रीराम ज्योति दीपक बनवाया है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह राम भक्त सामने नहीं आना चाहता और नहीं किसी प्रकार का अपना प्रचार-प्रसार चाहता है। शनिवार को अखंड श्रीराम ज्योति दीपक को शहर के देवालयों में भक्तों के दर्शन के लिए रखा गया। रविवार सुबह इंदौर से प्लेन से दीपक को अयोध्या लेकर जाएंगे।
रतलाम के इस भक्त ने श्री मेहंदी कुई बालाजी महाराज की प्रेरणा से चांदी का 5 किलो वजनी दीपक बनवाया हैं। इस दीपक की 14 इंच चौड़ाई यानि गोलाई और 18 इंच लंबाई हैं। दीपक को 18 गेज में बनवाया हैं। इसमं एक बार में 1 किलो घी भरा जा सकेगा। अनुमान है कि 72 घंटे तक ज्योत जलती रहेगी। दीपक को बनाने में लगभग एक माह का समय लगा हैं। इसकी लागत करीब 5 लाख रूपए आई हैं। उदयपुर के कलाकारों ने इस पर नकक्काशी की हैं। इसे 7 से 8 कारीगरों ने मिलकर तैयार किया हैं। राम भक्त ने बताया कि अयोध्या में प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही हैं। भगवान के प्रति आस्था के चलते मन में आया कि कुछ नया करना चाहिए। वह खुद तीन से चार बार अयोध्या भी जा चुके हैं, लेकिन वहां देखने में आया कि ठंड के दिनों में दीपक की लो तक घी नहीं पहुंच पाता। इसको लेकर मंदिर के प्रमुख व्यवस्थापक रामानंद यादव से चर्चा की। विशेष तरह का दीपक बनाने की योजना बनाई। उन्होंने जिस तरह बताया उस अनुरूप दीपक बनवाया। राम भक्त के अनुसार ठंड और गर्मी में कितना भी तापमान हो उसके अनुरूप शुद्ध घी से 18 गेज में दीपक को तैयार करवाया हैं।
दीपक को 18 गेज में बनवाया, 72 घंटे तक जलेगी ज्योत
रतलाम के इस भक्त ने श्री मेहंदी कुई बालाजी महाराज की प्रेरणा से चांदी का 5 किलो वजनी दीपक बनवाया हैं। इस दीपक की 14 इंच चौड़ाई यानि गोलाई और 18 इंच लंबाई हैं। दीपक को 18 गेज में बनवाया हैं। इसमं एक बार में 1 किलो घी भरा जा सकेगा। अनुमान है कि 72 घंटे तक ज्योत जलती रहेगी। दीपक को बनाने में लगभग एक माह का समय लगा हैं। इसकी लागत करीब 5 लाख रूपए आई हैं। उदयपुर के कलाकारों ने इस पर नकक्काशी की हैं। इसे 7 से 8 कारीगरों ने मिलकर तैयार किया हैं।
मंदिर में दर्शन के लिए रखा दीपक
दीपक के दर्शन के लिए शनिवार को सुबह 8 से 11.30 बजे तक श्री गढ़ कैलाश स्थित श्री अयोध्यानाथ मंदिर और दोपहर 12 से शाम 7 बजे तक नगर निगम तिराहा स्थित श्री मेंहदी कुई बालाजी मंदिर में रखा गया हैं। दोपहर में दीपक को लेकर राम भक्त ढोल ढमाकों के साथ श्री मेहंदी कुई बालाजी मंदिर पहुंचे तो वहां श्री राम के जय-जयकार होने लगी। दीपक के दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा। मंदिर मं बालाजी के प्रतिमा के समक्ष दीपक रखा गया।