ऋषि मुनियों संत महात्माओं के ज्ञान और मार्गदर्शन से ही हम कौशल और स्वालंबन में आगे बढ़ रहे हैं- समाजसेवी श्री सोलंकी
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ब्रह्माकुमारी आश्रम आकर जीवन को तनाव मुक्त कर आत्मशांति मिलती है -थाना प्रभारी श्री दांगी
सीतामऊ। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव पर्व पर मटकी फोड़ तथा बाल गोपाल की महारथी कर धूमधाम से मनाया गया।
इस अवसर पर समाजसेवी श्री सुरेश सोलंकी अधिवक्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारी संस्कृति हमें जीवन जीना सिखाती हैं हमारा देश ऋषि मुनियों संत महात्माओं की तपोस्थली रही है उनके ज्ञान मार्गदर्शन से ही हमारा सनातन धर्म है सनातन धर्म से ही हम अपने ज्ञान कौशल और स्वालंबन के से आगे बढ़ रहे हैं भगवान श्री कृष्ण ने अपनी विभिन्न लीलाओं के माध्यम से स्वालंबन बनने के साथ हर क्षेत्र चाहे रण हो सभी में निपुण रहने का संदेश दिया है।
समारोह को संबोधित करते हुए संपादक लक्ष्मीनारायण मांदलिया ने कहा कि भगवान कृष्ण जीवन का आनंद है कृष्ण मित्रता परिवार को जोड़ने की खुशियां है कृष्ण हमारे कार्य शैली जीवन जीने का नाम हैं। तो वहीं कंस घमंड अहंकार झगड़ा अपनों से दुर्व्यवहार करना तथा दूसरे के धन दौलत को छीना सबको दुखी कर खुद दुख के जीवन में जीने का नाम है।श्री मांदलिया ने कहा कि हमारे मालवी कहावत है कि हमारे जीवन की मुश्किल घड़ी में जो सा देते हैं और साथ रहते हैं उसे देव तुल्य भगवान कि उपाधि देते हैं। ऐसे ही भगवान कृष्ण है उन्होंने परिवार ही नहीं गांव नगर क्षेत्र में अपना प्रेम मित्रता से एक बनाकर दुखों का नाश किया और सबको सुखी और आनंद से जीवन जीने का आशीर्वाद दिया ठीक इसके विपरीत कंस ने दूसरों से ही नहीं अपनों परिजनों को दुख दिया और झगड़ा किया। और अंतिम समय तक गरीब और सहाय दुखी जनों के श्राप से दुखी जीवन में ही चला गया। इसलिए उसका गिनती भगवान में नहीं आसुरी शक्ति असुर के रूप में की जाती है। इसलिए जीवन आनंद के साथ जीना है तो अपने अंदर के कंस बुराई का अंत कर कृष्णा आनंद को जागृत करें सबसे अच्छा बोले सब अच्छा व्यवहार करें एक दूसरे के दुख सुख में प्रेम मित्रता का भाव बनाएं यही भगवान कृष्ण का हम सबके लिए संकल्प संदेश हैं।
समारोह में थाना प्रभारी आर सी डांगी ने संबोधित करते हुए कहा कि आप लोगों ने अच्छा आयोजन किया बच्चों ने भी बहुत ही अच्छी प्रस्तुति दी मेरा पहली बार माउंट आबू के आश्रम में जाना हुआ। वहां जाकर मुझे बहुत अच्छा लगा। यहां आकर मुझे बहुत अच्छा लगा यहां पर तनाव मुक्त जीवन होकर शांति मिलती है। और इसका मंत्र भी ओम शांति ओम शांति ओम शांति है।
समारोह को संबोधित करते हुए संचालिका ब्रह्माकुमारी कृष्णा दीदी ने कहा कि हमारे यहां एक के बाद एक त्यौहार आते रहते हैं जिस प्रकार पहले हरियाली महोत्सव रक्षाबंधन फिर गणेश चतुर्थी दशहरा दीपावली इन सभी त्योहार जैसा ही जन्माष्टमी और वह भी है इन सभी का एक आध्यात्मिक रहस्य है जैसे हम कृष्ण जन्माष्टमी मानते हैं। तो यह भगवान श्री कृष्ण के प्रति हमारे भाव को जाग्रत करती हैं। भगवान श्री कृष्णा एक अच्छी आत्मा है वहीं दूसरी ओर कंस आसुरी आत्मा हैं। एक अच्छी आत्मा सबको पसंद आती है जिस प्रकार से एक छोटे नन्हे मुन्ने बच्चे में अच्छी पवित्र आत्मा होती हैं माताएं अपने बच्चे में कृष्ण को देखती हैं। हम सभी भी नन्हे मुन्ने बच्चों को झूला देते हैं उसे उठाते हैं उसे प्यार करते हैं क्योंकि उसमें एक अच्छी पवित्र आत्मा है। ऐसे ही अच्छे व्यक्ति से सभी मिलना व मित्रता करना पसंद करते हैं अच्छे व्यक्ति से सभी प्यार करते हैं। कृष्ण का जन्म मथुरा कारागार में हुआ और उनको फिर यमुना नदी को पार कराकर गोकुल ले गए थे।गोकुल में हम देखते हैं कि कृष्ण की आने से उत्सव जैसा वातावरण बन गया। वहीं आसुरी आत्माओं ने दुख दिया उनमें कंस ने भी सभी को दुख दिया।
कृष्णा दीदी ने आगे कहा कि कोई भी ताकतवर से मुकाबला करने के लिए उससे ज्यादा ताकत पर होना चाहिए ऐसे ही आसुरी ताकतों से एक अच्छी आत्मा कृष्ण ने मुकाबला कर अंत किया। अच्छी आत्मा सबको अच्छी लगती हैं जब हम अच्छी आत्मा बनेंगे तो सबको अच्छे लगेंगे और परमात्मा अपनी दुनिया में स्थान देगा। कृष्ण ने 8 बार जन्म लिया इसलिए हम कृष्ण की जन्माष्टमी मानते हैं। द्वापर में हम सबके लिए अपने शिव धाम से विष्णु ने कृष्ण के रूप में जन्म लिया हम भी अपने भगवान से जुड़े इसके लिए रोज उसका ध्यान करना पड़ेगा। अच्छे का अच्छे-अच्छे कार्य करने पड़ेंगे इसके लिए शिव बाबा के इस आश्रम पर आकर आध्यात्मिक रहस्य अच्छे बनने के गुण ग्रहण करना पड़ेंगे।
जन्मोत्सव समारोह के प्रारंभ में बाल गोपाल की प्रतिमा के सामने समाजसेवी श्री सुरेश सोलंकी अधिवक्ता संपादक लक्ष्मी नारायण मांदलिया भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ मुकेश गुप्ता विकास जैन यशवंत माली गौरव जैन मनोहर परिहार अनिल जैन मोड़ी राम भोई प्रभु लाल राठौर कृष्णा दीदी, प्रीति दीदी ,श्रीमती सुशीला राठौर आदि ने दीप प्रज्वलित कर तथा थाना प्रभारी आरसी डांगी व पुलिस टीम एवं श्रीमती पदमा मेहरा श्रीमती सुशीला राठौर श्रीमती सुशीला माहेश्वरी श्रीमती दानगढ़ सहित उपस्थित जनों तथा मातृशक्ति ने बाल गोपाल को झूला देखकर दर्शन आशीर्वाद और महा आरती का लाभ प्राप्त किया।
इस अवसर पर थाना प्रभारी श्री डांगी पुलिस टीम व अतिथि जनों का ब्रह्माकुमारी कृष्णा दीदी द्वारा भोग प्रसादी एवं पत्रिका प्रदान कर स्वागत किया तत्पश्चात नन्हे मुन्ने बच्चों कि मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन और मनमोहक भजनों पर नृत्य की प्रस्तुति का आयोजन किया गया।