भोपालमध्यप्रदेश

मध्‍य प्रदेश में साढे़ पांच करोड़ से ज्यादा मतदाता चुनेंगे नई सरकार

******************************

6,180 शतायु वोटर, चुनाव आयोग ने लिया तैयारियों का जायजा

✍🏻विकास तिवारी

भोपाल। मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार की अगुआई में केंद्रीय निर्वाचन दल तीनदिवसीय दौरे पर भोपाल आया है। केन्द्रीय निर्वाचन दल ने 4 सितंबर से 6 सितंबर तक प्रदेश में रहकर राज्य में चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया और निर्वाचन दल प्रदेश में आगामी चुनाव के निर्वाचन के दिशा निर्देशों के अनुरूप शांतिपूर्ण चुनाव के लिए कानून व्यवस्था की समीक्षा की। बुधवार को दौरे के अंतिम दिन मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने राजधानी भोपाल में प्रेस वार्ता को संबोधित किया।उन्‍होंने कहा कि मध्‍य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में राज्य सरकार का कार्यकाल समाप्त होने के ठीक पहले चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न हो जाएगी।

प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने प्रदेश के सभी मतदाताओं से आगामी चुनाव में ज्यादा से ज्यादा मतदान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि बीते दो दिनों में हमने विभिन्न राजनीतिक दलों, कानून व्यवस्था से जुड़ी एजेंसियों और जिलाधिकारियों, कमिश्नर, आइजी, एसपी आदि के साथ बैठक कर चुनाव तैयारियों की समीक्षा की। आज कुछ देर पहले प्रदेश शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी बैठक की।

प्रदेश में कुल 5.52 करोड़ मतदाता

प्रदेश में कुल 5.52 करोड़ मतदाता हैं, जिसमें पुरुष व महिला मतदाता लगभग बराबर हैं, महिलाएं थोड़ी कम हैं। 2.67 करोड़ महिला मतदाता हैं। ट्रांसजेंडर वोटर्स की संख्या 1336 है। प्रदेश में 7.12 लाख मतदाताओं की उम्र 80 साल या इससे अधिक है। वहीं 6,180 मतदाता ऐसे हैं, जिनकी उम्र 100 साल से ऊपर है। वरिष्ठ नागरिकों को मतदान में दिक्कत न हो इसके लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। वह घर से वोटिंग कर सकेंगे। 18.86 लाख वोटर 18 से 19 वर्ष आयु वर्ग के हैं और पहली बार मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

04 अक्टूबर को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन

उन्होंने बताया कि प्रदेश में फिलहाल मतदाता सूची में संशोधन का काम चल रहा है। 4 अक्टूबर को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा। मतदाता सूची से किसी भी मतदाता का नाम तभी विलोपित किया जाएगा, जब फार्म 07 मिलेगा। बीएलओ के मैदानी सत्यापन के बगैर कोई भी स्व:संज्ञेय विलोपन नहीं होगा। यहां तक कि किसी की मृत्यु होने की स्थिति में डेथ सर्टिफिकेट के बगैर मतदाता का नाम नहीं काटा जाएगा।जिस किसी को भी वोटर लिस्ट से शिकायत है या नाम जुड़वाना चाहते हैं, तो उनके लिए अभी भी समय है। वे आएं और यिद उनकी कोई शिकायत है तो उसकी भी सुनवाई की जाएगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
site-below-footer-wrap[data-section="section-below-footer-builder"] { margin-bottom: 40px;}