झंडा वंदन से मना करने वाली प्रबंधक को लेकर लदुना वासियों द्वारा एसडीएम को दिया ज्ञापन, सीईओ ने प्रबंधक को हटाया

============

सीतामऊ-15 अगस्त को झंडा वंदन से मना किए जाने का सीतामऊ का एक मामला सुर्खियों में आया था l इसी मामले को लेकर लदुना वासियों द्वारा सीतामऊ एसडीएम शिवानी गर्ग को एक ज्ञापन दिया गया जिसमें कहा गया कि दिनांक 15 अगस्त 2024 को प्राथमिक साख सहकारी संस्था मर्यादित लदुना के भवन पर झंडा वंदन हेतु गाँव लदुना के गणमान्य नागरीक उपस्थित थे संस्था के कर्मचारीयों ने झण्डा वंदन के लिये संस्था के भवन पर राष्ट्रिय ध्वज तिरंगा डोरी में बांध दिया था झण्डा वंदन का समय हुआ तो संस्था की प्रबंधक श्रीमति रिजवाना मंसुरी अपने पति के साथ सोसायटी के कमरे में बैठी थी उसे झण्डा चंदन के लिये बुलाये जाने पर उसने झण्डा यंदन में आने से मना कर दिया व कहा की तुम लोग कर लो, हम किसी झण्डे की या किसी देश की वंदना नहीं करते हैं। दोनो पति पत्नि ने झण्डा वंदन में आने से मना कर दिया, तो गाँव के लोगो द्वारा विरोध करने पर श्रीमति रिजवाना मंसुरी के पति ने कहाँ की तुम लोग मुझे जानते नहीं हो, तुम्हारी सारी राजनिति निकाल दूंगा, उपस्थित नागरिको का ज्यादा विरोध देखकर रिजवाना मसुंरी मेडम गुस्से में उठकर आई व बीना सर ढंके जुते सहित आकर अपमानजनक तरिके से डोरी खीच दी व राष्ट्रीय ध्वज को सलामी भी नहीं दी व दोनो पति पत्नि ने कहीं की हम एक खुदा के अलावा कीसी को भी सलाम नही करते है, इस प्रकार सहकारी साख संस्था मर्या. लदुना के प्रबंधक व उसके पति ने राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया है व उपस्थित नागरीकों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है जिसकी सम्पूर्ण ग्रामवासी लदुना घोर निन्दा करते है व मांग करते है की श्रीमति रिजवाना मंसुरी की सेवाएँ तत्काल प्रभाव से समाप्त की जावें तथा दोनो पति पत्नि के विरूद्ध अपराधिक प्रकरण भी पंजीबद्ध किया जावे, अगर कोई कार्यवाही नहीं की गई तो आगे और भी उग्र आंदोलन किया जावेगा, जिसकी समस्त जवाबदारी प्रशासन की रहेगी।
सीईओ ने की कार्यवाही-

पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने कहा कि – सीतामऊ क्षेत्र के लदुना में प्राथमिक कृषि साख समिति में 15 अगस्त को झंडा वंदन की कार्रवाई के दौरान शाखा प्रबंधक श्रीमती रिजवाना मंसूरी का राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करना वह भी शासकीय सेवा में रहकर निंदनीय है
नागरिकों की शिकायत पर विभाग द्वारा मात्र अटैचमेंट की कार्रवाई जिला मुख्यालय पर करना पर्याप्त नहीं है, इसमें निलंबन की आवश्यकता है, तथा घटना में दोषी व्यक्तियों जिनके नाम नागरिकों ने ज्ञापन अनुवभागीय आधिकारी सीतामऊ को ज्ञापन में लिखे हैं, के खिलाफ सीतामऊ पुलिस कोतवाली में एफआईआर दर्ज की जाना चाहिए