महिला का आरोप, दो लाख रुपए नही दिए व अनैतिक मांग नही मानी तो तुडवा दी झोपड़ी

सरपंच व जनपद सदस्य का कहना, आरोप गलत, ग्रामीणों की शिकायत पर हटवाया अतिक्रमण
पिपलियामंडी । गांव कनघट्टी सरपंच व जनपद सदस्य पर 2 लाख रुपए मांगने व नही देने पुलिस व राजस्व विभाग के साथ मिलकर झोपड़ी को तोड़ने, जातिसूचक शब्दों से अपमानित करने व पति को जेल भिजवाने का आरोप दलित महिला ने लगाया। जबकि सरपंच व जनपद सदस्य ने आरोप को गलत बताया। कनघट्टी निवासी कारीबाई पति दशरथ बावरी ने कलेक्टर को भेजी शिकायत में बताया कि पति-पति गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करते है, 5 लड़कियां है, मजदूरी कर परिवार का जीवन यापन कर रहे है। स्वयं का मकान नही है, इस कारण गांव में मल्हारगढ़ रोड़ पर सरकारी स्कूल के सामने पिछले 20 वर्षों से झोपड़ी बनाकर रह रहे है, महिला ने आरोप लगाया कि यह कि सरपंच महेश पाटीदार व जनपद सदस्य पंकज पाटीदार द्वारा लगातार झोपड़ी हटाने की धमकी दी जा रही थी व जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया जा रहा था, झोपड़ी न हटे इसके एवज में दो लाख रुपए मांगे जा रहे थे व अनैतिक मांग की जा रही थी। इसकी शिकायत पिपलियामंडी पुलिस थाना व मल्हारगढ़ तहसीलदार को भी की गई, लेकिन कोई मदद नही मिली। महिला ने आरोप लगाया कि सरपंच ने पुलिस व राजस्व विभाग के साथ मिलकर गुरुवार को हमारी झोपड़ी को हटवा दिया व बुधवार को मेरे पति को जेल भिजवा दिया। बरसात का समय आ गया है मैं परिवार के साथ कहां जाउं।
गरीबों का हटाया जा रहा:-
किसान नेता श्यामलाल जोकचन्द ने आरोप प्रदेश सरकार किसानों, गरीबों, मजदूरों के उत्थान के दावे करती है, लेकिन धरातल पर वे दावे खोखले है। गरीब, मजदूर, किसान व दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष कर रहे अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति व्यक्ति पर प्रशासन व सत्तारुढ पार्टी में बैठे जनप्रतिनिधि अन्याय, अत्याचार कर उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर कर रहे है। एक मजदूर परिवार की झोपड़ी तोड़कर प्रशासन क्या सिद्ध करना चाहता है। जोकचन्द ने आरोप लगाया कि रसूखदारों का अतिक्रमण हटाना हो तो प्रशासन आंखे मूंद लेता है, लेकिन किसी गरीब की झोपड़ी हटाना हो तो सब काम छोड़कर उसका आशीयाना उजाडने के लिए सभी अधिकारी पहंुच जाते है। जोकचन्द ने प्रदेश के सीएम से मजूदर की झोपड़ी तोड़ने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।
इनका कहना:-
सरपंच महेश पाटीदार का कहना है लगाए गए आरोप गलत है, कोई कुछ भी आरोप लगाया सकता है, मेरे व्यवहार के बारे में गांव के लोगों से पूछ सकते हो। गांव वालों की मांग पर अतिक्रमण हटाने का आदेश 8 माह पूर्व हो चुका है, कुछ दिनों पूर्व पाइप लाइन डालने के दौरान भी विवाद किया गया व गालियां दी गई, इसके बाद अधिकारियों को शिकायत भेजी गई थी व अतिक्रमण हटाया गया।
जनपद सदस्य पंकज पाटीदार का कहना है आरोप गलत है, उक्त जगह पर सरस्वती शिशु मंदिर बनाया जाना प्रस्तावित है, आरोप लगाने वाले दशरथ बावरी व्यक्ति ने दो अन्य शासकीय जगह भी कब्जा कर रखा है, उसे सरकारी प्लाट भी मिला हुआ है, फिर भी स्कूल के सामने सरकारी जगह पर अतिक्रमण कर लिया।
पिपलिया टीआई नीरज सारवान का कहना है गुरुवार को तहसीलदार महोदय सहित टीम ने गांव में शासकीय जगह से अतिक्रमण हटाया था, लेकिन फिर उक्त व्यक्ति ने अपना सामान रखकर कब्जा कर लिया, शिकायत मिलने के बाद पुलिस पहंुची, दशरथ को धारा 151 में गिरफ्तार कर तहसील न्यायालय में पेश किया, जिसे जेल भेजने के आदेश हुए।
मल्हारगढ़ तहसीलदार ब्रजेश मालवीया से मोबाइल नम्बर 8319533089 पर तीन बार संपर्क किया, लेकिन वे कॉल रिसिव नही कर पाए।