धर्मराजेश्वर सहित मध्य प्रदेश के 6 पर्यटन स्थल को विश्व धरोहरों में मिला स्थान


वैसे तो इस स्थान को महाभारत काल से भी जोड़ा गया है पांडवों के द्वारा बनाया गया 6 माह की एक रात में चट्टान को खिरोदकर बनाया है यह स्थान कई विशेषताओं से भरपूर इस स्थान को देखने दूरदराज से आते हैं कई पर्यटक यूनेस्को विश्व धरोहर में इसे शामिल करने पर इस स्थान का महत्व विश्व पटल पर आएगा।
सूची में शामिल किए गए स्थलों में ग्वालियर किला, धमनार का ऐतिहासिक समूह, भोजेश्वर महादेव मंदिर, चंबल घाटी के रॉक कला स्थल, खूनी भंडारा, बुरहानपुर, और रामनगर, मंडला का गोड स्मारक शामिल हैं।
यूनेस्को में भारत के स्थाई प्रतिनिधिमंडल की तरफ से कहा गया कि, “हमें बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि भारत के मध्य प्रदेश से छह विरासत संपत्तियों के लिए दस्तावेज प्रस्तुत किए गए हैं. इसमें ग्वालियर किला, धमनार का ऐतिहासिक समूह, भोजेश्वर महादेव मंदिर भोजपुर, चंबल घाटी का रॉक कला स्थल, खूनी भंडारा बुरहानपुर और रामनगर मंडला का गोड स्मारक शामिल हैं.”
यूनेस्को में भारत के स्थाई प्रतिनिधिमंडल ने आगे बताया, “विश्व धरोहर सम्मेलन के परिचालन दिशानिर्देशों का अनुपालन करता है और उन्हें 14 मार्च 2024 को यूनेस्को के विश्व हेरिटेज सेंटर की ओर से भारत की अस्थायी सूची में जोड़ा गया है. यदि भविष्य में किसी संपति को नामांकित किया जाना है, तो विश्व धरोहर सूची में अंकित करने के लिए अस्थायी सूची में जोड़ना अनिवार्य है.”
मध्य प्रदेश के 6 दर्शनीय स्थलों को यूनेस्को की सूची में शामिल किया गया है। इसकी जानकारी देते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने मोहन यादव ने प्रदेशवासियों को बधाई दी है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा यूनेस्को विश्व धरोहर में 6 स्थान को शामिल करने पर किया ट्वीट किया।
https://x.com/CMMadhyaPradesh/status/1768499446655184986?s=20
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