महाविद्यालय की नैक सेल द्वारा व्याख्यान का आयोजन

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आपने अपने उद्बोधन में कहा कि शासकीय कर्मचारी मात्र शासकीय कार्यालय में कर्तव्य के दौरान ही शासकीय कर्मचारी नहीं है वरन शासकीय कर्तव्य के लिए घर से निकलकर घर पहुंचने तक कर्तव्य पर मान जाता है। अतः इस दौरान उसके साथ कोई घटना घटित होती है तो भी शासकीय कार्य में व्यवधान माना जायेगा और अपराध की श्रेणी में आयेगा।
इस कार्यक्रम में सेज विश्वविद्यालय, इन्दौर की विधि विभाग की प्राध्यापक डॉ. जयश्री नंदेश्वर ने विद्यार्थियों के कॅरिअर एवं विधिक जागरूकता विषय पर व्याख्यान दिया। आपने अपने व्याख्यान में विद्यार्थियों द्वारा अनजाने में की जाने वाली गलतियों को जैसे – परीक्षक के साथ दुर्व्यवहार, अपने साथियों के साथ हाथापाई और लड़कियों के साथ छेड़छाड़ इत्यादि पर विभिन्न धाराओं में दी जाने वाली सजाओं से अवगत करवाया साथ ही यह भी बताया कि एक बार गिरफ्तारी होने पर कॅरिअर में शासकीय सेवा प्राप्त करने में अनेक कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।
कार्यक्रम के आरंभ में प्राचार्य डॉ. एल.एल. शर्मा द्वारा स्वागत भाषण में कार्यक्रम के महत्व को बताया और अतिथियों का पुष्प गुच्छ से स्वागत किया। विभागाध्यक्ष इतिहास विभाग डॉ. उषा अग्रवाल कार्यक्रम की आवश्यकता एवं रूपरेखा पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. शिव कुमार पाण्डेय तथा अंत में आभार डॉ. श्वेता चौहान ने व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में पर्यटन विभाग की प्राध्यापक सुश्री शबनम खान एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।