आलेख/ विचारनीमचमध्यप्रदेश

नीमच जिले के स्थापना दिवस आज 6 जुलाई पर विशेष,प्रगति के पथ पर निरंतर आगे बढ़ता जिला

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जगदीश मालवीय
नीमच 5 जुलाई 2023, नीमच जिले ने 25 वर्षों में विकास के नए आयाम तय किए हैं। प्रदेश शासन
द्वारा 30 जून 1998 को अविभाजित मंदसौर जिले की नीमच, जावद एवं मनासा तहसील को शामिल कर,
नवीन जिला नीमच गठन की घोषणा की गई थी और 6 जुलाई 1998 से नवगठित नीमच जिला अस्तित्व
में आया। आज जिले के गठन को सफलतम् 25 वर्ष पूर्ण हो गये है, और इन 25 वर्षों में नीमच जिले ने
हर क्षेत्र में कार्य कर, प्रदेश में अपनी अलग पहचान कायम की है। नीमच जिला प्रगति के पथ पर निरंतर
आगे बढ़ता ही जा रहा है।
जिले की भौगोलिक स्थिति:-जिले का भौगोलिक क्षेत्रफल 3936 वर्ग कि.मी.है। जिले में 3 जनपद पंचायत,
विकासखण्ड एवं 7 तहसीले और विधानसभा क्षेत्र नीमच, जावद एवं मनासा है। यह जिला पूर्व, पश्चिम,
उत्तर, तीन दिशाओं में राजस्थान की सीमा से लगा है। दक्षिण में मंदसौर जिले की सीमा से लगा हुआ है।
जिले में कुल जनसंख्या 8 लाख 25 हजार 967 है।
जिले के प्रथम कलेक्टर श्री प्रभातकुमार पाराशर रहे है। वर्तमान में श्री दिनेश जैन जिले के कलेक्टर
के रूप में कार्यरत है। जिला बनने के बाद जिला मुख्यालय नीमच पर 3.80 करोड लागत से दो मंजिला
संयुक्त जिला कार्यालय भवन का निर्माण हुआ है। इस भवन में कलेक्टोरेट सहित विभिन्न जिला
कार्यालय संचालित हैं। साथ ही 79 शासकीय आवासों का निर्माण भी हुआ है। इनमें जी-टाईप 37, एच-
टाईप 33, एफ-टाईप 4 एवं आई-टाईप 5 आवासो का निर्माण हुआ है। इन सभी आवासों में शासकीय
सेवक निवासरत है। नवीन पुलिस लाईन की स्थापना, पुलिस कर्मियों के लिए आवासीय कालोनी निर्माण,
होमगार्ड प्रशिक्षण केन्द्र का निर्माण, नवीन सर्व-सुविधायुक्‍त पुलिस थाना भवनों का निर्माण, वन
मण्डलाधिकारी कार्यालय भवन, जल संसाधन भवन एवं खनिज विभाग, आयुष कार्यालय भवन का निर्माण
भी हुआ है। जिले के पहले पुलिस अधीक्षक श्री.डी.श्रीनिवासराव रहे है। वर्तमान में श्री अमित कुमार
तोलानी नीमच जिले के पुलिस अधीक्षक है।
सफर हुआ आसान:-नीमच जिला बनने के बाद से जिले के गांव-गांव में पक्की सड़कों का जाल बिछ गया
है। नयागांव से नीमच मंदसौर रतलाम होते हुए, लैबड तक का हाई-वे 4-लेन का निर्माण हो जाने से अब
रतलाम, इन्दौर तक सफर काफी आसान हो गया है। नीमच से मनासा तक 2-लेन सौमेन्ट काक्रीट सड़क
के निर्माण से भी जिलेवासियों को काफी सुविधा मिली है। नीमच हवाई पट्टी के सामने सर्व-सुविधायुक्त
नवीन सर्किट हाउस भवन का निर्माण हो गया है। नीमच, जावद मनासा में नवीन मॉडल स्कूल भवन
निर्माण के साथ ही सर्व-सुविधायुक्‍त सीएम राईज स्‍कूलों का निर्माण का कार्य भी प्रगति पर है। नीमच
में हवाई पट्टी पर पायलट ट्रेनिंग सेंटर का कार्य भी प्रगति पर है।

साथ ही नवीन केंद्रीय विद्यालय का सर्व-सुविधायुक्‍त भवन भी बन रहा है। कलेक्‍टोरेट के समीप नवीन
संयुक्‍त तहसील कार्यालय भवन तथा जिला पंचायत कार्यालय के समीप नवीन जिला न्‍यायालय भवन
का निर्माण कार्य भी लगभग पूर्णता पर है।
जिले में वर्ष 2003 में 219 कि.मी.ग्रेवल सडक की तुलना में आज 375 कि.मी.ग्रेबल सडके, 386
कि.मी.डामरीकृत सडकों की तुलना में आज 1694 कि.मी.ग्रामीण डामरीकृत सडके है,जबकि 146 कि.मी.
मुख्‍य मार्ग की तुलना में 339 कि.मी.मुख्‍य मार्ग एवं 129 कि.मी.राजकीय राजमार्ग की तुलना में आज
208 कि.मी.राजकीय राजमार्ग निर्मित है। पक्‍की सडकों के निर्माण से आज 5.55 लाख ग्रामीणों को
बेहतर आवागमन की सुविधा मिली है। मुख्‍य मार्गो से 2.81 लाख एवं राजकीय राजमार्ग के निर्माण से
4.51 लाख की आबादी लाभांवित हो रही है।
स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी:-जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के भी उल्लेखनीय कार्य हुए है। जिले
में एक करोड़ 67 लाख 38 हजार रुपये की लागत के 9 नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सह-स्टाप आवास
भवनों का निर्माण किया गया है। इसके अलावा 3 करोड़ 30 लाख की लागत से जिला चिकित्सालय का
उन्नयन कार्य भी किया गया है। जिला चिकित्सालय में नवजात शिशु गहन चिकित्सा ईकाई की स्थापना
अपने आपमें एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। कम्प्यूटराईज्ड ओपीडी एंव जीर्णोद्धारित प्रसूति वार्ड की सौगात
भी जिले को मिली है। इनके अतिरिक्त नीमच में ट्रॉमा सेन्टर तथा दो आक्‍सीजन प्‍लांट का निर्माण
तथा सीटी स्‍केन की सुविधा भी जिलेवासियों को मिली है। नीमच में कनावटी के समीप नवीन मेडिकल
कॉलेज भवन का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है। जावद मनासा, सिगोंली में नवीन आक्‍सीजन
प्‍लांट का कार्य पूर्ण हो गया है। साथ ही डोम निर्माण भी हुआ है।
विद्युत आपूर्ति में आत्‍मनिर्भर नीमच जिला:-नीमच जिले में वर्ष 1998 में 33 के.व्‍ही. क्षमता के 17
फीटर थे। आज 27 फीडर स्‍थापित है। 11 के.व्‍ही. क्षमता के 124 फीडर की तुलना में आज 351
फीडर है। जिले में 2003 में 3612 विद्युत वितरण फीडर की तुलना में आज 814388 केवीए क्षमता के
13441 फीडर स्‍थापित है। वर्ष 2003 में 53613 घरेलु विद्युत उपभोक्‍ताओं की तुलना में आज
151603 उपभोक्‍ता है। सिंचाई पम्‍प उपभोक्‍ताओं की संख्‍या भी 2003 के 35562 की तुलना में
आज 69739 हो गई है। नीमच जिला विद्युत आपूर्ति के क्षेत्र में आत्‍मनिर्भर हो गया है। घरेलू और
औद्योगिक उपभोक्‍ताओं को 24 घण्‍टे व कृषि‍ उपभोक्‍ताओं को 10 घंटे नियमित बिजली मिल रही
है। जिले के 2.02 लाख उपभोक्‍ताओं को 4313.5 लाख की बिजली सब्सिडी का लाभ मिल रहा है। 100
यूनिट तक बिजली खपत वाले 1.32 लाख घरेलू उपभोक्‍ताओं को 557.10 लाख की बिजली सब्सिडी
मिल रही है। अ.जा.जनजाति वर्ग के एक हेक्‍टेयर तक की भूमि वाले 10 हजार 610 कृषि उपभोक्‍ताओं
को नि:शुल्‍क बिजली का लाभ मिल रहा है।
पेयजल-नीमच जिले में वर्ष 2003 में 1887 हेण्‍डपम्‍प 72 ग्रामीण नलजल योजना स्‍थापित थी,
जबकि वर्तमान में 5 हजार 182 हेण्‍डपम्‍प, 363 नलजल योजनाएं संचालित है। 72 हजार 427 ग्रामीणों
को नल कनेक्‍शन व्‍दारा पेयजल उपलब्‍ध कराया जा रहा है। गांधीसागर से जल निगम व्‍दारा समूह
जल प्रदाय योजना क्रियान्वित की जाकर, 73 हजार 234 नल कनेक्‍शनो के माध्‍यम से जलापूर्ति की जा
रही है।

गांधीसागर समूह-2 जल प्रदाय योजना के तहत 1798.05 करोड की स्‍वीकृति प्रदान की जाकर कार्य
प्रारंभ हो गया है। इससे 673 ग्रामों, 6 नगरीय क्षेत्रों के एक लाख 45 हजार 614 परिवारों को नल से
जलापूर्ति की जावेगी।
किसानों का कल्‍याण:-प्रधानमंत्री किसान सम्‍मान निधि एवं मुख्‍यमंत्री किसान कल्‍याण योजना के
तहत जिले के 100976 किसानों को सालाना 10 हजार रूपये की राशि का भुगतान किया जा रहा है। वर्ष
2020-21 में 1.36 लाख बीमा दावों में किसानों को 156 करोड की बीमा राशि का भुगतान किया गया
है। एग्रीकल्‍चर इंफास्‍ट्रक्‍चर फण्‍ड के तहत 53 प्रकरणों में 39.16 करोड की राशि का वितरण किया
गया है। वर्ष 2002-04 तक जिले में खाद्यान्‍न भण्‍डारण क्षमता 1800 मेट्रीक टन थी, जो अब 4.21
लाख मेट्रीक टन हो गई है। जिले में वर्ष 2002-3 में उद्यानिकी फसलों का क्षेत्रफल 23518 हेक्‍टेयर
था, जो अब बढकर 76908 हेक्‍टेयर हो गया है।
शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति:-जिले में 2003 में 603 शासकीय प्राथमिक, 227 शा. मा.एवं 53 हाईस्‍कूल एवं
27 हायर सेकेण्‍ड्री स्‍कूल संचालित थे, जो अब बढकर क्रमश: 805, 371, 53, एवं 65 हो गये है।
जिले में 2002 में 1372 प्राथमिक, 656 माध्‍यमिक, 212 हाईस्‍कूल, 430 शिक्षक हायर सेकेण्‍ड्री स्‍कूल
में कार्यरत थे, जबकि वर्तमान में 1747 प्राथमिक शिक्षक, माध्‍यमिक में 786 शिक्षक, 318 शिक्षक हाई
स्‍कूलों में एवं 1070 शिक्षक शा.उ.मा.विद्यालयों में पदस्‍थ है। हायर सेकेण्‍ड्री बोर्ड परीक्षा में 75
प्रतिशत से अधिक अकं प्राप्‍त करने वाले जिले के 3310 विद्यार्थियों को लेपटॉप के लिए 25-25 हजार
रूपये की राशि प्रदान की गई है।नीमच जिले में 4 विद्यालयों शा.क.उ.मा.वि.नीमच केंट, उत्‍कृष्‍ट
उ.मा.वि.जावद, उ.मा.वि.सिंगोली, शा.मॉडल उ.मा.वि.मनासा में सीएम राईज स्‍कूल का निर्माण किया जा
रहा है।
महिला एवं बाल कल्‍याण:-जिले में वर्तमान में 1 हजार 112 आंगनवाडी केंद्र संचालित है। लाडली
लक्ष्‍मी योजना के तहत 46 हजार 712 लाडली लक्ष्मियों को 467.12 करोड की राशि स्‍वीकृत की गई
है। 1175 लाडली लक्ष्मियों को 21.15 करोड की छात्रवृत्ति वितरित की गई। प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना
के तहत 32 हजार 796 महिलाएं लाभांवित हुई है। मुख्‍यमंत्री कोविड-19 बालसेवा योजना के तहत 23
बच्‍चों को प्रतिमाह 5 हजार रूपये की पेंशन एवं सीएम केयर्स फार चिल्‍ड्रन योजना में 22 बच्‍चों को
4 हजार रूपये की पेंशन प्रतिमाह प्रदान की जा रही है।मुख्‍यमंत्री बाल आर्शिवाद योजना के तहत 56
बच्‍चों को प्रतिमाह 4 हजार रूपये पेंशन वितरित की जा रही है। जिले में 1.50 लाख महिलाओं को
लाडली बहना योजना का लाभ मिल रहा है।
सौर ऊर्जा से रोशन नीमच जिला:-नीमच जिले के भगवानपुरा मे 105 मेगावाट पाडलिया में 25 मेगावाट
इस तरह कुल 130 मेगावाट को सौलर परियोजना संचालित, जिसमें सौर ऊर्जा से विद्युत उत्‍पादन हो
रहा है। सुठोली, रामनगर में 25 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना से ऊर्जा उत्‍पादन हो रहा है। नीमच
जिले के सिंगोली तहसील के बडी,कवई एवं बरडावदा में 500 मेगावाट क्षमता की सोलर पार्क परियोजना

का कार्य प्रगति पर है। रामपुरा तहसील के गांव भगोरी व हतुनिया में 20 मेगावाट सोलर ऊर्जा
परियोजना का कार्य भी प्रगति पर है।

*सन्‍दर्भ ‘’नीमच कल आज और कल’’

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