कालिदास प्रसंग के अवसर पर पाती मनुहार की..डॉ. रवींद्र कुमार सोहोनी

कालिदास प्रसंग के अवसर पर पाती मनुहार की..डॉ. रवींद्र कुमार सोहोनी
कालिदास सच-सच बतलाना !
पर पीड़ा से पूर-पूर हो
थक-थककर और चूर-चूर हो
अमल-धवल गिरि के शिखरों पर
प्रियवर ! तुम कब तक सोये थे ?
रोया यक्ष कि तुम रोये थे !
कालिदास सच-सच बतलाना !
-बाबा नागार्जुन
मंदसौर। मनुष्य की पाशविक प्रवृत्तियों का नाश करने वाले और पाशुपत अस्त्र के स्वामी देवाधिदेव भगवान की दिव्य धरा दशपुर नगरी (मंदसौर शहर) में आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा एवम् द्वितीया,26 जून तथा 27 जून को कालिदास संस्कृत अकादमी, उज्जैन तथा मध्य प्रदेश संस्कृति परिषद् के संयुक्त तत्वावधान में कालिदास प्रसंग का ग्यारहवां पुष्प, पुष्पित और पल्लवित होने जा रहा है। डॉ. रवींद्र कुमार सोहोनी ने बताया कि 26 जून को प्रातः 8.30बजे देवाधिदेव भगवान पशुपतिनाथ के पूजन अर्चन और कलाशर्चन और कलश यात्रा से इस प्रसंग का सात्विक श्रीगणेश होगा। शासकीय एवं प्रशासकीय रूप से इसका उद्घाटन समारोह प्रातः 10.30 बजे शासकीय स्नातकोत्तर (अग्रणी), महाविद्यालय, मंदसौर के कुशाभाऊ ठाकरे प्रेक्षागृह (विशाल ऑडिटोरियम) में प्रदेश के यशस्वी उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के कर कमलों से सम्पन्न होगा
, जो कि मंदसौर जिले के लोकप्रिय जनप्रतिनिधि भी हैं।कला, साहित्य, संस्कृति की त्रिवेणी का सुन्दर समन्वय और उसका साक्षात् दिग्दर्शन महाकवि कालिदास की अमर रचना मेघदूतम का मालवांचल की लोक शैली ‘माच’ में प्रस्फुटित और उद्घाटित होता दिखाई देगा जो निः संदेह एक नया अनुभव होगा। 27 जून को प्रातः 11बजे प्रेक्षागृह में ‘कालिदास साहित्य में लोकमंगल’ विषय पर भोपाल से पधार रहे डॉ. रघुवीर प्रसाद गोस्वामी, डॉ. जे, एन, त्रिपाठी तथा सागर से पधार रहीं हमारी बहन (दीदी) डॉ. किरण आर्या का पाथेय प्राप्त होगा। यह बौद्धिक अनुष्ठान जहां एक और वाग विलास होगा तो वहीं दूसरी ओर सही अर्थों में बुद्धिजीवी वर्ग की मानसिक क्षुधा को शांत करने वाला भी होगा, ऐसी मेरी अपनी मान्यता है। इसी के साथ दशपुर पर केन्द्रित पुरातत्व चित्र, पाण्डुलिपि प्रदर्शनी का आयोजन भी किया जा रहा है।तो आइए रोज़मर्रा के आपाधापी और दौड़ भाग भरे जीवन से कुछ पल चुराकर अपनी अपनी आत्मिक और मानसिक शान्ति के इस पुनीत आयोजन में उपस्थिति की हमारी भी एक समिधा हो।मध्य प्रदेश संस्कृति परिषद्, कालिदास संस्कृत अकादमी, उज्जैन, जिला प्रशासन, मंदसौर और स्थानीय आयोजन समिति की ओर से आप सभी का स्वागत, वंदन और अभिनंदन है।