18 अरब वर्ष पूर्व ब्रह्मा जी ने इस सृष्टि पर चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को सनातन धर्म की स्थापना की थी- श्री मिथिलेश जी मेहता

18 अरब वर्ष पूर्व ब्रह्मा जी ने इस सृष्टि पर चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को सनातन धर्म की स्थापना की थी- श्री मिथिलेश जी मेहता
मल्हारगढ़।भगवान श्री राम ने अन्याय और अत्याचारों के ऊपर विजय प्राप्त करके जब अयोध्या आए थे उस समय अयोध्या को गुड्डी की सजाया गया था इसलिए हम चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को नव संवत्सर के रूप में हिंदू नव वर्ष मनाते हैं और हमें हमारी संस्कृति पर गर्व होना चाहिए की इसी दिन हमारे हिंदू संस्कृति की काल गणना के अनुसार 18 अरब वर्ष पूर्व हमारे आराध्य देव श्री ब्रह्मा जी ने इस सृष्टि पर सनातन धर्म की स्थापना की थी यह बात प्रसिद्ध भागवत आचार्य पंडित मिथिलेश जी मेहता ने हिंदू नव वर्ष की पूर्व संध्या पर आयोजित एक वाहन रैली को संबोधित करते हुए कही
पंडित जी ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने 1000 वर्ष तक गुलामी की तरह जीवन यापन किया और अब सनातन धर्म पूरे विश्व में अपना डंका बजाने जा रहा है इसका हमें गर्व है हम सभी को चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को दीपावली की तरह मनाना चाहिए और चेत्र नवरात्रि के अवसर पर माता रानी की शक्ति प्राप्त करने के लिए आराधना और साधना करना चाहिए और हिंदू नव वर्ष को हर्ष और उल्लास के साथ मनाना चाहिए।
इसके पूर्व सनातन संस्कृति महोत्सव समिति द्वारा राम भोला मंदिर से ढोल धमाके के साथ एक विशाल वाहन रैली नगर में निकाली गई जो नगर के प्रमुख मार्गो से होती हुई रेलवे स्टेशन रोड पर पहुंची वाहन रैली का नगर में अनेक स्थानों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया वाहन रैली में बजरंग अखाड़ा उस्ताद महेश बैरागी के नेतृत्व में बजरंग अखाड़े की बालिकाएं बड़ी संख्या में उपस्थित थी।
सनातन संस्कृति उत्सव समिति द्वारा आयोजित धर्म सभा में उत्सव समिति के अध्यक्ष संजय रतनावत की ओर से भगवान श्री राम की तस्वीर भागवत आचार्य पंडित मिथिलेश जी मेहता द्वारा भेंटकर नगर के 41 समाज प्रमुखों का सम्मान किया गया और भगवान श्री राम की महा आरती की गई और प्रसाद वितरण किया गया कार्यक्रम का संचालन दरबार सिंह राठौड़ ने किया और नितिन दीक्षित ने आभार व्यक्त किया।