मंहत जितेंद्र दास जी के नेतृत्व में ओंकारेश्वर से पूजा अर्चना कर नर्मदा यात्रा का हुआ शुभारंभ

सनातन कि बगिया प्रभु श्री राम की भक्ति में महकती रहे, मठ मंदिर सरकारी करण से मुक्त हो मुख्य लक्ष्य
मंदसौर।केसरिया हिंदू वाहिनी सनातन कल्याण समिति एवं आर्यावर्त षट् दर्शन साधु मंडल भारत के तत्वाधान में विशाल धर्म रक्षा नर्मदा परिक्रमा यात्रा का आयोजन 19 अप्रैल को प्रातः 10 बजे श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग गऊघाट पर केसरिया हिंदू वाहिनी सनातन कल्याण समिति के संस्थापक एवं आर्यावर्त षट् दर्शन साधु मंडल के प्रदेशाध्यक्ष महंत जितेंद्र दास महाराज, प्रदेश प्रवक्ता महामंडलेश्वर महंत रामेश्वर दास महाराज प्रदेश अध्यक्ष महंत जितेंद्र दास छत्तीसगढ़ प्रदेशाध्यक्ष महंत हेमंत दास जी महाराज महंत राम गोपाल दास तेजस्व राय दास के द्वारा पूजन कर यात्रा का शुभारंभ किया गया।इस अवसर पर महंत जितेंद्र दास जी महाराज ने कहा कि यात्रा का मुख्य उद्देश्य साधु संत एवं हिंदु समाज जन सनातन की माला में बनें रहे तथा यह सनातन कि बगिया प्रभु श्री राम की भक्ति में महकती रहे। साथ ही हिंदू मठ मंदिरों को सरकारी करण से मुक्त करवाने,गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित करवाने ,भारत हिंदू राष्ट्र घोषित हो एवं नर्मदा सहित सभी नदियों स्वच्छ सुंदर बने इस हेतु सरकार का ध्यान आकर्षण एवं आम जनता का जन जागरण करना है।
महंत जी ने यात्रा को लेकर बताया कि कल 20 अप्रैल को बड़वानी से डोडिया व पाड़ा रात्रि विश्राम 21 अप्रैल सोमवार को डांडिया पद से विमलेश्वर गुजरात स्टीमर सुविधा अनुसार 23 अप्रैल मंगलवार को मीठी तलाई से अलीराजपुर रात्रि विश्राम 24 अप्रैल बुधवार को अलीराजपुर से महेश्वर में रात्रि विश्राम 25 अप्रैल गुरुवार को महेश्वर से सलकनपुर 26 अप्रैल शुक्रवार को सलकनपुर से बरमान घाट रात्रि विश्राम 27 अप्रैल शनिवार को तिलवारा घाट से अमरकंटक रात्रि विश्राम 28 अप्रैल रविवार को अमरकंटक से दर्शनीय स्थल 29 अप्रैल सोमवार को अमरकंटक से महाराजपुर रात्रि विश्राम 30 अप्रैल मंगलवार को महाराजपुर से पिपरिया रात्रि विश्राम 01 मई बुधवार को पिपरिया से ओम्कारेश्वर 02 मई गुरुवार को नर्मदा पूजा व महाप्रसादी धर्म सभा का आयोजन के साथ यात्रा का समापन होगा।
नर्मदा परिक्रमा एवं जन जागरण यात्रा के प्रारंभ में रतन कुंड सीतामऊ में धर्म प्रेमी जनों द्वारा महंत जितेंद्र दास जी महाराज का फुल माला पहनाकर भव्य स्वागत अभिनंदन किया और महंत जी ने यात्रा के शुभारंभ कि और प्रस्थान किया।


