श्री गुर्जर को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाये जाने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत

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आतिशबाजी कर मिठाई बांटकर मनाई खुशियां, श्री गुर्जर के केन्द्रीय नेतृत्व को दिया धन्यवाद

नपाध्यक्ष श्रीमती रमादेवी गुर्जर की गरिमामय उपस्थिति में श्री गुर्जर का भाजपा के वरिष्ठ नेता गजराज जैन, कृषि वैज्ञानिक नरेन्द्र सिपानी, भाजपा नेता तेजपालसिंह शक्तावत, विनय दुबेला, सुनील जैन महाबली, जीवन गोसर, भानुप्रतापसिंह सिसौदिया, नरेन्द्र बंधवार पार्षदगण कमलेश सिसौदिया, दीपक गाजवा, संजय गोयल, अमन फरक्या, आशीष गौड़, मयंक मावर, कैलाश गुर्जर एडवोकेट, दिलीप ग्वाला सहित कई ने स्वागत किया।
श्री बंशीलाल गुर्जर ने इस मौके पर मीडिया से चर्चा में श्री गुर्जर ने उन्हें राज्यसभा का उम्मीदवार बनाये जाने पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री बी.डी. शर्मा को धन्यवाद दिया और कहा कि केन्द्रीय नेतृत्व ने मुझ जैसे किसान कार्यकर्ता को जो इतना बड़ा सम्मान दिया है उसके लिये मैं आभारी हूॅ। मैंने जीवन भर किसानों के हितों के लिये काम किया है और आगे भी किसानों के हितों के लिये पार्टी के माध्यम से अपना काम करता रहूंगा। किसानों को उनकी उपज का पूरा दाम मिले इसके लिये मोदीजी की सरकार जो काम कर रही है वह सराहनीय है। किसानों को खेती की लागत से 50 प्रतिशत मुनाफा उनकी उपज के माध्यम से प्राप्त हो, हमारी सरकार इस दिशा में काम कर रही है। किसानों के जीवन को कैसे बेहतर बनाया जाए यह मोदी सरकार का विजन रहा है और इस दिशा में मोदीजी की सरकार काम कर रही है। राज्यसभा का उम्मीदवार बनाकर भाजपा संगठन ने मुझे जो अवसर दिया है उसके लिये मैं पूरी पार्टी का आभारी हूॅ। खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिये मोदीजी की सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। मोदीजी ने देश में चार जातियां बताई है किसान, युवा, महिला और गरीब। इन चारों जातियों के विकास के लिये मोदीजी की सरकार काम कर रही है।
श्री गुर्जर ने किसान आंदोलन के संबंध में पूछे गये प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि मोदीजी की सरकार किसानों के मुद्दे पर बातचीत को तैयार है। किसान नेताओं को सरकार से बातचीत करना चाहिये तथा आंदोलन का मार्ग अपनाने की बजाय बातचीत व चर्चा के माध्यम से किसानों की समस्याओं का समाधान खोजना चाहिये। किसान नेताओं का व्यावहारिक दृष्टिकोण रख सरकार से बातचीत करना चाहिये। मोदीजी की सरकार ने जो पिछले 10 वर्ष में जो किसानों के लिये काम किया है उसे खुले मन से देखने व समझने की जरूरत है जो काम पिछले 10 वर्ष में किसानों के लिये हुआ है उससे किसानों का जीवन स्तर पहले से बेहतर हुआ है।