उप संचालक कृषि ने किसानों को फसलों को पाले से बचाने की दी सलाह
रीवा-जिले में 10 दिनों से शीत लहर का प्रकोप है। पिछले 48 घंटों से पूरे जिले में रूक-रूक कर हल्की वर्षा हो रही है। यह वर्षा गेंहू की फसल के लिए बहुत लाभदायक है। चने तथा अन्य फसलों को भी इससे फायदा होगा। दलहनी और तिलहनी फसलों को वर्षा से नुकसान हो सकता है। तापमान में गिरावट तथा आसमान पर कोहरा छाने से मौसम में लगातार परिवर्तन हो रहा है। रात का तापमान सामान्य से कम दर्ज किया जा रहा है। तापमान में गिरावट से फसलों में शीतलहर के प्रकोप की भी आशंका है। इसे ध्यान में रखते हुए उप संचालक कृषि यूपी बागरी ने किसानों को फसलों को पाले के प्रकोप से बचाने के लिए सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि तापमान में गिरावट का सर्वाधिक असर दलहनी, तिलहनी तथा सब्जी की फसलों में होता है। इन्हें पाले के प्रकोप से बचाने के लिये किसान भाई खेतों में हल्की सिंचाई करें। साथ ही रात्रि में 12 से 2 बजे के बीच मेड़ों पर कचरे को जलाकर धुआं करें। पाले से बचाव के लिये फसलों पर सल्फर का 0.1 प्रतिशत घोल बनाकर छिड़काव करें। इससे फसलों पर पाला का प्रभाव कम हो जाता है। उप संचालक कृषि ने पौधशाला के पौधों एवं क्षेत्र वाले उद्यानों व नगदी सब्जी वाली फसलों को टाट अथवा पालीथिन अथवा भूसे से ढकने का सुझाव भी दिया है।