अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव के 14 वे दिन भगवान के जन्म और नामकरण का उत्सव मनाया


सुवासरा। प्राचीन जैन तीर्थ परासली में चल रहे अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव के 14 वे दिन बुधवार को अवधपुरी नगरी परासली में भगवान के जन्म और नामकरण का उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर सुबह 10:00 बजे पूज्य आचार्य बंधुबेलड़ी श्री जिन हेमचंद्र सागर सूरीजी महाराज, आचार्य आनंद सागर सूरीजी, महाराज, आचार्य पदम सागर सूरी जी महाराज, आचार्य विराट चंद्र सागर सूरी जी महाराज, आचार्य प्रसन्न चंद्र सागर सूरीजी महाराज, आचार्य तारकचंद्र सागर सूरीजी महाराज सहित अन्य साधु साध्वी भगवान ढोल और शहनाई के साथ जुलूस के रूप में अवधपुरी नगरी पहुंचे। यहां भगवान के माता-पिता का दरबार लगा था। जहां मंच पर भगवान की माता के द्वारा देखे गए 14 स्वप्न पर आधारित छोटी-छोटी बालिकाओं के द्वारा नाट्य मंचन किया गया। इसके साथ ही दासी प्रियंवदा ने जैसे ही भगवान के जन्म की सूचना मंच पर सजे राज दरबार में राजा और प्रजा को दी वैसे ही पूरा पंडाल भगवान के जयकारों से गूंज उठा। और उपस्थित श्रद्धालुओं ने इस खुशी में उत्साह पूर्वक नृत्य किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान संगीतकार अंकुर भाई शाह द्वारा मधुर भजनों की प्रस्तुति दी गई ।इसके साथ ही कार्यक्रम का संचालन भी अंकुर भाई शाह के द्वारा किया गया। इससे पूर्व कार्यक्रम स्थल पर तीर्थ पीढ़ी द्वारा प्रतिष्ठा महोत्सव कार्यक्रम के निमित्त गांव के प्रत्येक घर में तोरण द्वार प्रदान किए गए। कार्यक्रम के दौरान प्रतापगढ़ राजस्थान से आए जैन श्री संघ के द्वारा पूज्य आचार्य भगवत से सोनगढ़ से पालीताणा तीर्थ तक पैदल छरित पालक यात्रा संघ निकालने की विनती की गई ।दोपहर 2 बजे मंदिर परिसर में भगवान के 18 अभिषेक का कार्यक्रम संपन्न हुआ। शाम को मंदिर में भगवान की आरती उतारी गई। इसके बाद प्रभु भक्ति का आयोजन हुआ। प्रतिष्ठा महोत्सव के 15 वें दिन गुरुवार को अवधपुरी नगरी पंडाल में भगवान का विवाह, मामेरा और राज्याभिषेक जैसे अद्भुत कार्यक्रम का मंचन किया जाएगा।इसके साथ ही भगवान को दीक्षा लेने हेतु देव गणों द्वारा विनती की जाएगी। 18 अप्रैल शुक्रवार को वर्षीदान का भव्य रथयात्रा निकलेगी। इसके साथ ही भगवान का दीक्षा कल्याणक विधान, केवल ज्ञान कल्याणक का कार्यक्रम होगा। और इसी दिन मध्य रात्रि में अंजन विधान की क्रिया संपन्न होगी। 19 अप्रैल शनिवार को निर्वाण कल्याणक, 108 अभिषेक के साथ महामंगलकारी प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न होगा।