जल जीवन मिशन का रिफ्रेशर प्रशिक्षण सम्पन्न

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ग्राम पेयजल समितिया सशक्त बने-मनोहर पाटीदार
मंदसौर:-पेयजल योजनाओं के सुचारु संचालन एवं संधारण के लिए ग्राम जल एवं स्वच्छता तदर्थ समिति की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका हे,पेयजल समितिया सशक्त व मजबूत बने।
ग्रामवासी परस्पर सहयोग व जनसहभागिता की भावना के साथ योजनाओ के संचालन/संधारण मे अपना सहयोग अवश्य दे उपरोक्त उद्बोधन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री मनोहर पाटीदार ने प्रमुख संसाधन केंद्र (KRC) जयपुर द्वारा आयोजित जिले के चयनित 10 ग्रामो की जल एवं स्वच्छता समिति के सदस्यों की एक दिवसीय रिफ्रेशर प्रशिक्षण के समापन समारोह पर प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरण के दौरान कही।
भारत शासन की महत्वाकांशी जल जीवन मिशन योजना सम्पूर्ण देशभर मे क्रियान्वित की जा रही हे,जिसका उद्देश वर्ष. 2024 तक ग्रामीण क्षेत्र के प्रत्येक व्यक्ति को वर्षभर पर्याप्त,शुद्ध पेयजल स्थायी पेयजल स्त्रोतो से क्रियाशील घरेलु नल कनेक्शन के माध्यम से उपलब्ध करवाना हे,जिले मे भी योजना अंतर्गत निरंतर PHE विभाग कार्य कर रहा हे।
ग्रामीण पेयजल योजनाओं का संचालन संधारण करने व नल जल प्रदाय योजनाओं मे ग्राम के सभी नागरिकों की जनभागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश शासन के राजपत्र क्रमांक 335 दिनांक 26 सितम्बर 2020 के अनुसार ग्राम जल एवं स्वच्छता समिती के गठन का प्रावधान किया गया हे,इसी क्रम मे जिले के चयनित 10 ग्रामो की ग्राम पेयजल एवं स्वच्छ्ता तदर्थ समितियों को विगत अगस्त माह मे तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम मे प्रशिक्षण दिया गया था,उन सभी समितियों का एक दिवसीय रिफ्रेशर प्रशिक्षण का आयोजन किया गया, जिसमे समिति सदस्यों को सेंटर फार डेवलपमेंट कम्युनिकेशन एन्ड स्टडीज़ (सिडेक्स) जयपुर द्वारा प्रशिक्षण के विभिन्न सत्रों मे पेयजल योजनाओं के संचालन/संधारण की जानकारी,पेयजल स्त्रोतो को स्वच्छ रखने उनका नियमित क्लोरीनेशन करने,जल गुणवत्ता जाँच करने,योजना के आय-व्यय का लेखा रखकर उसे संधारित करने,ठोस व तरल अपशिष्ट पर्दार्थो का उचित निष्पादन करने,जल संरक्षण व संवर्धन की विधियों को अपनाने,ग्राम मे समग्र स्वच्छता का वातावरण सुनिश्चित करने,जल के अपव्यय को रोकने,योजना के प्रति ग्रामवासियो मे स्वत्व की भावना विकसित करने व ग्राम मे स्वच्छ जल व स्वच्छता संबंधी जागरूकता की अलख जगाने का प्रशिक्षण आसान विधियों, मोटिवेशनेल गेम,नवाचार,चार्ट प्रदर्शन,लेक्चर व अन्य कई विधियों के माध्यम से दिया गया,इस दौरान प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत उन सभी प्रशिक्षणार्थीयो से उनके द्वारा अपने अपने ग्राम मे की गई गतिविधियों की जानकारी ली गई एवं उनके द्वारा की गई गतिविधियों से ग्राम मे क्या क्या सुधार व नवाचार हुवे जाना।*
प्रशिक्षण के दौरान KRC संस्था के डायरेक्टर डा.उपेन्द्रसिंह,नेशनल ट्रेनर निर्मल चित्रोड़ा उदयपुर, मांगीलाल,PHE विभाग के सहायक यंत्री डी. के.जैन, हर्ष कोल,जिला सलाहकार (मानव संसाधन विकास) मुकेश गुप्ता उपयंत्री जे.प्रजापत,जे.के.जैन,हिमांशु बोराना, प्रयोगशाला प्रभारी हस्तिमल सांखला,केमिस्ट हेमिता पंड्या,उषा तिवारी,क्रियान्वयन सहायक संस्था (ISA) के टिम लीडर विनायक बैरागी,विजय बैरागी,बालमुकुंद मालवीय,कमलेश रायकवार ,PMU से विक्रम रियार,संतोष जैन,अंकित ठाकुर,पंकज राठौर, राहुल शर्मा, सार्थक जोशी व विषय विशेषज्ञ सत्यनारायण शर्मा टोंक,राजेंद्र शर्मा जयपुर उपस्थित रहे।