सबका लक्ष्य प्रभु की प्राप्ति व प्रेमपूर्ण समाज की रचना करना है, मार्ग अलग-अलग है
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आध्यात्मिक चेतना अभियान का सर्वधर्म सम्मेलन सम्पन्न
मन्दसौर। आध्यात्मिक चेतना अभियान द्वारा क्रिसमस के संदर्भ में सर्वधर्म सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अध्यात्म के विद्वान पं. देवेश्वर जोशी ने कहा कि संसार में प्रचलित सभी धर्म पंथों का ध्येय प्रभु की प्राप्ति व प्रेमपूर्ण समाज की रचना करना है। आपने कहा कि धर्मपूर्ण आचरण की व्यक्तित्व की श्रेष्ठता की कसौटी है। सभी महापुरूषों ने सदाचरण की प्रेरणा दी है।
फादर लोरेंस ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने सृष्टि को पाप मुक्त करने के लिये अवतार किया। ईसा मसीह प्रभु के पुत्र के रूप में धरती पर आए और सबको प्रेम, सद्भाव व क्षमा का उपदेश दिया।
प्रकाश रातड़िया ने कहा कि दुखी, पीड़ित मानवता की सेवा ही सच्चा धर्म है। आपने कहा कि केवल मनुष्य ही स्वाध्याय, सत्संग, त्याग, तपस्या के माध्यम से अध्यात्म को समझने मंे समर्थ है। दुर्लभ मानव जीवन को सत्कर्म से ही सार्थक किया जा सकता है।
प्रकाश दीक्षित, श्री डान, एहमद पठान, अमरदीप मक्कड़, वीरेन्द्र भादविया ने विचार रखे। अभय जैन ने भगवान पार्श्वनाथ का स्तवन प्रस्तुत किया। आध्यात्मिक चेतना अभियान के संयोजक विनोद शर्मा ने स्वागत भाषण दिया। संचालन कृष्णकुमार जोशी ने किया एवं आभार प्रदर्शन राजेन्द्र छाजेड़ ने किया।