फर्जी वरासत के मामले मे लेखपाल और राजस्व निरीक्षक पर लगा साजिश का आरोप

फर्जी वरासत के मामले मे लेखपाल और राजस्व निरीक्षक पर लगा साजिश का आरोप
गोरखपुर कैम्पियरगंज तहसील के ग्राम सूरस में फर्जी वरासत का सनसनीखेज मामला सामने आया है। प्रार्थिनी लाली देवी, पुत्री स्वर्गीय शोभी, ने क्षेत्रीय लेखपाल और राजस्व निरीक्षक पर साजिश रचकर फर्जी वरासत करने का गंभीर आरोप लगाया है। लाली देवी ने जिलाधिकारी को संबोधित अपने आवेदन में कहा कि उनके पिता शोभी पुत्र बृजमोहन की मृत्यु 23 मार्च 2025 को हो गई थी। उनके पिता का कोई पुत्र नहीं था, और वे स्वयं उनकी एकमात्र वारिस हैं।लाली देवी ने बताया कि जब वे वरासत कराने के लिए क्षेत्रीय लेखपाल के पास गईं, तो लेखपाल ने उन्हें न्यायालय से वरासत कराने की सलाह दी। इसके बाद, उन्होंने जंगल कौडिया, कैम्पियरगंज के तहसीलदार न्यायालय में वरासत का वाद (वाद संख्या T202505310405162, दिनांक 24 मई 2025) दायर किया, जो अभी विचाराधीन है। लेकिन इस बीच हल्का लेखपाल और राजस्व निरीक्षक ने कथित तौर पर साजिश रचकर गुलाबी नामक महिला को शोभी की पत्नी बनाकर 15 जून 2025 को फर्जी वरासत दर्ज कर दी।लाली देवी को खतौनी की प्रति निकालने पर इस फर्जीवाड़े की जानकारी हुई। उन्होंने न्यायालय को इसकी सूचना दी, जिसके बाद न्यायालय ने त्रुटिपूर्ण वरासत को स्थगित कर दिया। प्रार्थिनी के अनुसार, गुलाबी वास्तव में सिद्वी नामक व्यक्ति की पत्नी है, जिसकी वरासत पहले ही हो चुकी है और उसने अपनी संपत्ति दान कर दी थी। अब गुलाबी ने स्वर्गीय शोभी की फर्जी पत्नी बनकर वरासत कराई और संपत्ति बेचने की योजना बना रही है।लाली देवी ने जिलाधिकारी से इस प्रकरण की गहन जांच कराने और दोषी लेखपाल व राजस्व निरीक्षक के खिलाफ कठोर वैधानिक कार्रवाई की मांग की है। इस मामले ने स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं, और लोग इस प्रकरण में निष्पक्ष जांच की उम्मीद कर रहे हैं।