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अखिल विश्व गायत्री परिवार मंदसौर द्वारा पांच दिवसीय कन्या कौशल शिविर संकल्प के साथ संपन्न हुआ

अखिल विश्व गायत्री परिवार मंदसौर द्वारा पांच दिवसीय कन्या कौशल शिविर संकल्प के साथ संपन्न हुआ

इस अवसर पर गायत्री परिवार युवा प्रकोष्ठ के विवेक चौधरी ने अपने उद्बोधन में कहा की दुनिया के सभी भविष्यवक्ताओं ने कहा है कि दुनिया बहुत परेशान होगी लेकिन परम पूज्य गुरुदेव वेद मूर्ति पंडित श्री राम शर्मा आचार्य ने आज से 40 साल पहले 21वीं सदी उज्जवल भविष्य का नारा उन्होंने दिया है। जाति वंश सब एक समान एक पिता की सब संतान, हम सुधरेंगे युग सुधरेगा, अपना सुधार संसार की सबसे बड़ी सेवा ह।ै गायत्री परिवार ने धर्म को संस्कृति को स्थापित करने में करोड़ ऐसे परिवार जनों के यहां पर आज गायत्री मंत्र गूंज रहा है यह समय परिवर्तन का समय है आज भी गायत्री परिवार को बड़े सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है । गायत्री परिवार का प्रत्येक कार्यकर्ता अपना धन अपना समय लगाकर इस समाज के अंदर परिवर्तन का उद्घोष कर रहा है दुनिया आश्चर्य में है कि भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है जिसमें गायत्री परिवार जैसी संस्था का योगदान बहुत बड़ा कहलाएगा आज हमें एकजुट होकर विध्वंशकारी शक्तियों से लड़ना है इसके लिए मजबूत होना पड़ेगा। अपने गुरु के चरणों पर समर्पित होकर साधना को बढ़ाते हुए राष्ट्र के प्रत्येक व्यक्ति को सही राह पर दिखाने के लिए यह गायत्री मंत्र ही अचूक बाण होगा।
इस अवसर पर एफसीआई के डायरेक्टर मदनलाल राठौड़ ने कहा कि यह कन्यायें 70 परिवारों को नहीं 140 परिवारों को नई दिशा देगी । यह बच्चियां जिस घर में जाएगी उस घर को रोशन कर देंगी। कन्या कौशल ग्रुप गायत्री परिवार ने जो संकल्प लिया है इसको आने वाले समय में सरकार को अपनाना होगा। ऐसे शिविर गांव गांव में शहर शहर में आयोजित करने का समय आ चुका है। हम उनके कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देते हैं उनके चेहरे पर हमेशा प्रफुल्लित आनंद रहता है। आज पद और सम्मान की दौड़ है लेकिन गायत्री परिवार का परिजन अपने गुरु के लिए समर्पित भाव से कार्य कर रहा है। यह वर्ष अहिल्याबाई का वर्ष है उनके त्याग और बलिदान के समय में कन्या कौशल मिल का पत्थर साबित होगा।
इस अवसर पर शिक्षाविद रमेश चंद्र चंद्रे ने अपने उद्बोधन में कहा आज लक्ष्य के प्रति समर्पित लोगों की आवश्यकता है हर व्यक्ति को अपने लक्ष्य पर ध्यान रखना चाहिए इन बच्चों को भी अपने लक्ष्य की ओर ध्यान देते हुए जो भी संकल्प लेना है उसे पूरा करने के लिए अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहना चाहिए। यह बहुत बड़ी बात है की गायत्री परिवार पर इन बच्चियों के परिवार जिन्होंने विश्वास जताया है। यह गायत्री परिवार की प्रमाणिकता एवं उनके कार्यों का विश्वास ही है कि आज 70 से 80 कन्या इस शिविर में पहुंचकर इन्होंने बड़े कार्य का संकल्प लिया है हमें विश्वास है अब राष्ट्र के अंदर 21वीं सदी नई सदी देखने का अवसर मिल रहा है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वरिष्ठ रविंद्र पांडे ने अपने उद्बोधन में कहा कि मैं जब यूट्यूब पर खोज कर रहा था की कन्या कौशल शब्द की उत्पत्ति कहां से कैसे हुई है तो मंदसौर का नाम आया। मेरा गर्व से मस्तक ऊंचा हो गया की मंदसौर से यह कार्य प्रारंभ किया जा रहा है जो आज राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचा है । यह समय की मांग है आज टूटे घरों को बचाने के लिए इन बच्चों को संस्कृत करना अति आवश्यक है आज राष्ट्र के सामने एक चुनौती खड़ी है अच्छी भावी पीढ़ी को मजबूत एवं सशक्त बनाने की इसमें इन बच्चों का बहुत बड़ा रोल रहेगा।
शिविर में पहुंचे बच्चों को सम्मानित किया गया सभी बच्चों को कार्ड एवं पुरस्कार से सम्मानित किया गया गायत्री परिवार की कार्यकर्ताओं ने 1000 रू. तत्काल बच्चों के पुरस्कार हेतु एवं 500 श्रीमती रेनू सिंह ने अपनी कमाई से इस कार्यक्रम में इस समय बच्चों को घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बच्चों को इनाम दिया जाना चाहिए। यह इनाम नहीं है यह इनके इस शिविर के अंदर उनकी श्रद्धा भावनाओं को समर्पित है।
कार्यक्रम में पांच दिवस तक सेवा देने वाले मंदसौर युवा प्रकोष्ठ प्रभारी पवन गुप्ता, निशा धनोतिया, दिलीप माहेश्वरी, रेखा सिंह, श्रीमती चन्द्रकला सेठिया द्वारा पूरे कार्यक्रम को बच्चों को विशेष रूप से उनका ध्यान रखा गया उसके लिए उनको धन्यवाद दिया गया। राष्ट्र में बड़े कार्य करने का संकल्प सभी बच्चों ने लिया उन्होंने कहा कि हम परम पूज्य गुरुदेव को संकल्प को पूरा करेंगे। कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट सत्येंद्र सिंह ने किया सभी बच्चों को विदाई में सर्टिफिकेट प्रदान किए गए। यह जानकारी युवा प्रकोष्ठ प्रभारी पवन गुप्ता ने दी।