मंदसौरमध्यप्रदेश
डिप्टी सीएम देवड़ा ने जनसंघ के संस्थापक डॉ. मुखर्जी के निवास कोलकाता पहुंचकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया

मोहन सेन कछावा

हम सबके प्रेरणास्रोत स्व. डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ऐसे विरले राष्ट्रभक्त थे जिन्होंने “एक देश में दो निशान, दो प्रधान, दो विधान नहीं चलेंगे।” के ध्येय की प्राप्ति हेतु अपने प्राणों को न्योछावर कर दिया किंतु अपने संकल्प से नहीं डिगे। राष्ट्र और समाज की सेवा के निमित्त उनके महनीय विचार हम सभी के लिए अनुकरणीय हैं। जिन्होंने कश्मीर को भारत में विलय के लिए अपने जान की बाजी लगाई और कश्मीर में प्रवेश के लिए परमिट नहीं लिया और कश्मीर गए जिनकी वजह से आज कश्मीर भारत का अभिनं अंग है