समाचार मध्यप्रदेश रतलाम 03 अप्रैल 2025 गुरुवार

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आर्थिक सहायता स्वीकृत
रतलाम 02 अप्रैल 2025/मृतक नरेन्द्र पिता मोती लाल प्रजापत निवासी पलसोडा की दिनांक 18.06.2022 को तालाब में डूबने से मृत्यु होने पर मृतक के वैध वारिस को 4 लाख रूपए की सहायता राशि अनुविभागीय अधिकारी राजस्व रतलाम शहर ने स्वीकृति प्रदान की है।
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एसएनसीयू में गंभीर नवजात शिशु स्वस्थ हुआ
प्रोटोकॉल आधारित सेवा से शिशु की जान बचाई गई
प्रमिता/संदीप के घर लौट आई खुशी
रतलाम 02 अप्रैल 2025/ सिविल सर्जन डॉ एमएस सागर ने बताया कि प्रमिता/संदीप निवासी भामट, शिवगढ़, सैलाना, रतलाम दिनांक 17 फरवरी 2025 को समय पूर्व डिलेवरी हुई। शिशु को अत्यधिक कम वजन, शॉक एवं सांस लेने की समस्या से गंभीर हालत में एसएनसीयू रतलाम में भर्ती किया गया । भर्ती के समय उसका वजन’ ’1090 ग्राम था। बच्चे को सिविल सर्जन डॉ एमएस सागर के मार्गदर्शन मे प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ ए पी सिंह के नेतृत्व में एसएनसीयू की टीम डॉ अरविन्द परमार, डॉ सोनू कुशवाह, डॉ रोहित पाटीदार एवं प्रभारी नर्सिंग ऑफिसर सुश्री भारती गहलोत एवं अन्य नर्सिंग ऑफिसर द्वारा एफबीएनसी गाइडलाइंस अनुसार उपचार शुरू किया गया।
बच्चे को भर्ती उपरान्त सीपेप मशीन के सपोर्ट से ऑक्सीजन प्रदान किया गया, शिशु की स्थिति गंभीर थी, बच्चा शॉक में चला गया। जिसके चलते बच्चे को एफबीएनसी फेसिलिटी बेस्ड नियो नेटल केयर अनुसार प्रबंधन जारी रखा। अगले दिन बच्चे की खून की जांचे कराई गई । करीब 4 दिन बच्चा सीपेप मशीन पर रहा, पीलिया की समस्या के चलते 5 वे दिन फोटोथेरपी लगाई गई एवं करीब 8 दिन बच्चे को आईनोट्रॉप सपोर्ट पर रखा गया एवं गाइडलाइन अनुसार एंटीबायोटिक दी गई।
बच्चे को भर्ती के तीसरे दिन से फीड शुरू की गई एवं 8वे दिन से बच्चे को प्रति दिन कंगारू मदर केयर दी गई जो कि लगभग 30 दिन चली। दसवें दिन के बाद से बच्चे को प्रतिदिन फीडिंग एवं कंगारू मदर केयर प्रदान की जाती रही। करीब 38 दिन तक बच्चा एसएनसीयू में भर्ती रहा । पिछले दिनों लगातार वजन में वृद्धि हुई, मां दूध पिलाने में सक्षम हुई, बच्चा पूरी तरह स्टेबल होने के उपरान्त दिनांक 26 मार्च को डिस्चार्ज किया गया।
डिस्चार्ज के समय बच्चे का वजन ’1440 ग्राम’ था। बच्चे के परिजनों ने एसएनसीयू के समस्त डॉक्टर एवं नर्सिंग ऑफिसर का आभार व्यक्त किया।
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’परिवार एजुकेशन’ ’सोसाइटी(संस्था’ ) द्वारा निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा प्रारंभ की गई
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एमएस सागर ने हरी झण्डी दिखा कर एम्बुलेंस को रवाना किया
रतलाम 02 अप्रैल 2025/ परिवार एजुकेशन सोसाइटी एक मानवतावादी संस्था हैं,जो कि श्री रामकृष्ण और स्वामी विवेकानंद जी के आध्यात्मिक एवं मानवतावादी आदर्शों से प्रेरित हैं। वर्ष 2016 में परिवार संस्था ने अपना कार्य शुरू किया।
वर्तमान में संस्था द्वारा प्रदेश के विभिन्न आदिवासी व पिछड़े क्षेत्रों में सेवाएँ दी जा रहीं हैं। 24×7 निःशुल्क एम्बुलेंस सुविधा,प्रदेश के 23 जिलों के आदिवासी क्षेत्रों में निःशुल्क 94 एम्बुलेंस का संचालन किया जा रहा है।
मोबाइल मेडिकल क्लिनिक 11 जिलों के आदिवासी क्षेत्रों में 28 क्लिनिक के माध्यम से डॉक्टरों द्वारा निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं दवाई वितरण का कार्य किया जा रहा है। रतलाम में परिवार संस्था द्वारा 24×7 निःशुल्क 04 एम्बुलेंस’ सेवा चल रहीं हैं। बाजना, सैलाना ब्लॉक के दूरस्थ व पिछड़े क्षेत्रों में सेवाएँ दी जा रहीं हैं। इस क्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी डॉ एमएस सागर ने परिवार संस्था द्वारा संचालित एम्बुलेंस को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
परिवार संस्था द्वारा बाजना ब्लॉक के रावटी क्षेत्र के क़रीब ’60’ गाँवों के लिए निःशुल्क मोबाइल मेडिकल क्लिनिक सेवा शुरू की गई हैं,जिसमें डॉक्टर द्वारा हर दिन एम्बुलेंस वेन से जाकर 3 से 4 गाँव में प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं,उपचार दिया जाएगा एवं लोगो को स्वास्थ्य सुविधाओं से जोड़कर उनको लाभ दिलवाने का कार्य किया जाएगा व क्रिटिकल पेशेंट को हायर सेंटर परिवार एम्बुलेंस के माध्यम से पेशेंट को लाकर अस्पताल में भर्ती करवाया जाएगा एवं उनके उपचार हेतु जरूरत अनुसार हर संभव मदद की जाएगी।
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