
विश्व के एक मात्र नायक है जिन को दो बार आजीवन कारावास हुआ – श्री परिहार
नीमच। स्वतंत्र वीर विनायक दामोदर सावरकर की जन्म जयंती मंगलवार दिनांक 28 मई को भारत विकास परिषद द्वारा हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाई गई परिषद के सदस्यों ने सावरकर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके बलिदान को याद किया इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधायक श्री दिलीप सिंह जी परिहार ने संबोधित करते हुआ कहा की परतंत्रता से मुक्ति के लिये सम्पूर्ण विश्व मे जितने भी आंदोलन हुए है उन सभी आंदोलनों के सभी नायकों की वीरता, संघर्ष, शौर्यता की बात करे तो उन सब नायकों में से में प्रथम पंक्ति के प्रथम नायक भारत माता के वीर बेटे सावकार होंगे ,वे विश्व के एक मात्र नायक है जिन को दो बार आजीवन कारावास हुआ ।
जिन का सम्पूर्ण परिवार आंदोलन में शामिल रहा, जिन को नही केवल परतंत्रता में परतंत्री अंग्रेजों ने आजीवन कारावास दिया बल्कि अंग्रेजो की जी हजूरी करने वालो ने सत्ता पा कर ,परतंत्री अंग्रेजो को तो सम्मान के साथ ब्रिटेन भेजा और आपसी समझौते के तहत माँ भारती के वीर सपूत स्वाधीनता संग्राम के सब से बड़े नायक वीर सावरकर को जेल में रखा।
भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य महेंद्र जी भटनागर ने कहा कि भारतीय स्वंत्रता आंदोलन के अग्रणी नेता विनायक दामोदर सावरकर जब 9 वर्ष के थे तो उनके पिता की मृत्यु हो गई। मैट्रिक के बाद कविताएं लिखने लगे। इनके क्रांतिकारी लेख पत्रिकाओं में छपने लगे। लंदन से वकालत करने के बाद फ्री इंडिया सोसायटी का निर्माण किया। कलेक्टर जैकसन की हत्या के लिए 7 अप्रैल 1911 को काला पानी की सजा पर जेल गए। 26 फरवरी 1966 को देश सेवा करते हुए अंतिम सांस ली।
इस दौरान परिषद के रीजनल सेक्रेटरी श्री सुनील सिंहल, प्रांतीय महिला प्रमुख श्रीमती सुनीता सिहल, प्रांतीय सेवा प्रमुख संदीप खाबिया, जिला समन्वयक अशोक मंगल, प्रांतीय समन्वयक सुमित जी जागेटिया भीलवाड़ा एवं श्री पंकज जी अग्रवाल सहित परिषद के सभी सदस्य उपस्थित थे। आयोजित आयोजन में उपस्थित सभी जन का स्वागत अध्यक्ष सुशील गट्टानी ने किया एवं आभार सचिव विश्वास खंडेलवाल ने प्रकट किया।