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असम के हैलाकांन्दी के प्रीतेश तिवारी की कहानी “अचीवर्स ऑफ द ईयर” पुस्तक में प्रकाशित

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सी-के-एन-के-एच फाउंडेशन के द्वितीय जोन समिति के वर्तमान जोनल संयुक्त समन्वयक श्री प्रीतेश तिवारी की कहानी रिकॉर्ड बुक “अचीवर्स ऑफ द ईयर” में प्रकाशित हुई है। प्रीतेश का जन्म हैलाकांदी जिले के कटलीचरा में हुआ था, पढ़ाई के साथ-साथ वे एक सामाजिक संस्था सीकेएनकेएच फाउंडेशन से जुड़े। वह फाउंडेशन के पहले जिला स्तरीय समिति में शामिल हो गए और उन्हें फाउंडेशन के पहले जिला समिति, हैलाकांदी जिला समिति के कार्यकारी महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया। उसके बाद, उन्हें हैलाकांदी जिला समिति के महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने हैलाकांदी जिला समिति को राष्ट्रीय स्तर पर पहले स्थान पर पहुंचाया, फिर उनके प्रदर्शन के आधार पर उन्हें फाउंडेशन की असम राज्य समिति के संयुक्त सचिव के रूप में नियुक्त किया गया। उन्हें एक संगठन द्वारा महाराष्ट्र में “प्राइड ऑफ यंग हिंदुस्तान” पुरस्कार से सम्मानित किया गया था,

जब वे फाउंडेशन के असम राज्य समिति के संयुक्त सचिव थे। लेकिन बात यहीं खत्म नहीं हुई, कुछ दिनों के बाद उनके दृढ़ संकल्प और समर्पण को देखते हुए उन्हें फाउंडेशन के असम राज्य समिति के सह महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया। उनके कार्यकाल के दौरान फाउंडेशन से उन्हे “बेस्ट स्टेट लेवल लीडर ऑफ द ईयर” के रूप में सम्मानित किया गया और फिर उन्हें फाउंडेशन के दूसरे ज़ोन समिति के संयुक्त-समन्वयक के रूप में नियुक्त किया गया। फाउंडेशन के दूसरे जोन समिति में फाउंडेशन के असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, नागालैंड राज्य समिति शामिल हैं।

उनकी कहानी एचीवर्स ऑफ द ईयर पुस्तक में प्रकाशित होने पर, फाउंडेशन के संचालक मंडल के अध्यक्ष श्री राघव चंद्रनाथ महाशय, संचालक मंडल के उपाध्यक्ष सुश्री राजश्री लक्ष्मणराव माने महाशया, संचालक मंडल के महासचिव श्री राजगुरु सिंह महाशय , फाउंडेशन के संचालक मंडल के कोषाध्यक्ष तथा शिक्षा विभाग के प्रमुख गौरी गोगोई महाशया ने उन्हें बधाई दी, राष्ट्रीय समिति के अध्यक्ष जाहिदुल इस्लाम, महासचिव ज्योतिर्मय बरगहाई सहित राष्ट्रीय-राज्य-जिला समिति के सदस्यों ने बधाई दी।

एक प्रेस विज्ञप्ति में प्रीतेश जी ने कहा कि फाउंडेशन से जुड़ने के बाद उनके जीवन की राह ही बदल गई। जिला समिति के सचिव से लेकर जोनल कोऑर्डिनेटर तक के इस सफर में उन्होंने बहुत कुछ सीखा है। उन्होंने फाउंडेशन परिवार के सभी सदस्यों को उनके दृढ़ विश्वास और समर्थन के लिए तहे दिल से धन्यवाद दिया।

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