गुरुजी हमारे अंतर्नाद, हमने आपो आशीर्वाद के जयकार से गूंज नगर
सीतामऊ- नगर के हजारों वर्ष प्राचीन श्री पार्श्वनाथ जैन मंदिर में जीर्णोद्धारित नूतन जिनलाय में प्रभु श्री पार्श्वनाथ भगवान की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए बंधुत्रिपुटी श्री आगम प्रश्न वज्र रत्न सागर जी महाराज साहब का भव्य मंगल प्रवेश आराधना भवन में हुआ। वरघोड़े में नवरत्न बालक-बालिका मंडल द्वारा जय घोष बैंड की प्रस्तुति दी गई साथ ही आनंद बहू मंडल वह आदिनाथ महिला मंडल की महिलाएं मस्तक पर कलश धारण किए चल रही थी मंगल प्रवेश सामैया वरघोड़े के रूप में डॉ अरविंद जैन के निवास स्थान से प्रारंभ हुआ जो नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए श्री पारसनाथ जैन मंदिर पहुंचा जहां गुरु भगवंतो के सानिध्य में चैत्यवंदन हुआ इसके पश्चात वरघोड़ा आयोजन स्थल जिनिंग फैक्ट्री पहुंच कर धर्म सभा में परिवर्तित हुआ जहां वज्र रत्न सागर जी महाराज साहब ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहां की पालीताणा से सीतामऊ का तय किया रास्ता क्योंकि सीतामऊ वालों से बढ़ता है वास्ता साथ ही गुरुदेव ने परमात्मा की प्राण प्रतिष्ठा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा की जब तक सूरज चांद रहेगा तब तक यह जिनालय रहेगा वह परमात्मा की प्रतिमा रहेगी ऐसा पावन कल्याणकारी महोत्सव आपके नगर में आया है सकल श्री संघ प्रतिष्ठा महोत्सव का साक्षी बनने को आतुर है। साथी गुरु भगवान तो ने मंदिर की में आयोजित होने वाली विभिन्न प्रकार की पूजा में उपस्थित होने के लिए सकल श्री संघ को प्रेरणा की।
वाराणसी नगरी व शालीभद्र भोजन मंडप का हुआ उद्घाटन-
जिनिंग फैक्ट्री स्थित आयोजन स्थल पर वाराणसी नगरी के रूप में सभा हाल का उद्घाटन डॉ अरविंद जैन परिवार द्वारा व शलीभद्र भोजन मंडप का उद्घाटन रघुवीर पोरवाल परिवार द्वारा किया गया
संपूर्ण दिवस की साधार्मिक भक्ति के लाभार्थी परिवार का हुआ बहुमान-
सुबह की नवकारसी भोजन व शाम के भोजन सहित पूर्ण दिन के साधर्मिक भक्ति के लाभार्थी अशोककुमार जैन (विवेकानंद) का परिवार सहित आयोजन स्थल पर ट्रस्ट मण्डल द्वारा बहुमान किया गया।