नि:शुल्क कैंसर जाँच शिविर का व्यापक प्रचार-प्रसार करें – कमिश्नर
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समय पर जाँच कराने से कैंसर की पहचान और पूरा उपचार संभव है – डॉ. धारकर
रीवा। उप मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री की विशेष पहल पर रीवा और शहडोल में नि:शुल्क कैंसर जाँच शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इन शिविरों का आयोजन स्वयंसेवी संस्था इंदौर कैंसर फाउण्डेशन तथा जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। रीवा में 24 तथा 25 फरवरी एवं शहडोल में 26 फरवरी को शिविर लगाए जाएंगे। रीवा तथा शहडोल संभाग के कमिश्नर गोपालचन्द्र डाड ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिविर के तैयारियों की समीक्षा की।
कमिश्नर ने कहा कि रीवा तथा शहडोल में लगाए जा रहे शिविरों में मुख कैंसर तथा स्तन कैंसर की जाँच एवं उपचार किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर तक कैंसर रोगियों की स्क्रीनिंग कर लें। मुख तथा स्तन कैंसर की स्क्रीनिंग करने वाले डॉक्टरों एवं चिकित्साकर्मियों को भी समुचित प्रशिक्षण दें। जिससे वास्तविक रोगियों की पहचान कर उनकी सूची तैयार की जा सके। चिन्हित रोगियों को शिविर स्थल तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की होगी। सभी कलेक्टर अपने-अपने जिले में शिविरों के लिए आवश्यक प्रबंध करें। नि:शुल्क कैंसर जाँच शिविर का व्यापक प्रचार-प्रसार करें जिससे अधिक से अधिक रोगी इसका लाभ उठा सकें।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से इंदौर कैंसर फाउण्डेशन के डॉ. डी धारकर ने कहा कि कैंसर का प्रकोप दिनोंदिन बढ़ रहा है। सर्वाधिक मृत्यु के मामलों में कैंसर दूसरे नम्बर पर है। कैंसर की समय पर पहचान होने पर इसका पूरी तरह से उपचार संभव है। इसलिए कैंसर के उपचार के साथ-साथ इसके प्रारंभिक लक्षणों की पहचान का प्रशिक्षण देना भी आवश्यक है। इसके लिए कैंसर संकेत एप उपलब्ध है। इसे किसी भी एन्ड्रॉयड फोन पर डाउनलोड किया जा सकता है। इसमें विभिन्न तरह के कैंसर से जुड़े लक्षणों से संबंधित प्रश्न हैं। उनका हाँ अथवा न में उत्तर देना होगा। इनके आधार पर एप कैंसर रोग की पहचान करके उसे गंभीर अथवा अति गंभीर श्रेणी में विभाजित करके पूरी जानकारी देगा। इस एप का उपयोग करके मुख तथा स्तन कैंसर की सरलता से पहचान की जा सकती है।
डॉ. धारकर ने कहा कि शरीर में लगभग दो सौ तरह के कैंसर का प्रकोप होता है। इनमें मुख कैंसर और स्तन कैंसर प्रमुख हैं। इन दोनों से पूरी तरह से बचा जा सकता है। ट्रस्ट की ओर से सात फरवरी को कैंसर की पहचान के संबंध में ट्रेनिंग दी जा रही है। इसमें आँगनवाड़ी कार्यकर्ता अथवा स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ऑनलाइन जुड़ सकते हैं। जिला स्तर पर भी इसका प्रशिक्षण दिया जा सकता है। रीवा और शहडोल में लगाए जा रहे नि:शुल्क शिविरों का मुख्य उद्देश्य कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करना तथा समय पर जाँच कराकर कैंसर से बचाव करना है। प्रारंभिक अवस्था में कैंसर की जानकारी हो जाने पर थोड़ी सी दवाओं और लाइफ स्टाइल में परिवर्तन करके कैंसर से पूरी तरह से बचाव किया ज सकता है। सभी कलेक्टर और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से अनुरोध है कि इन शिविरों का आयोजन मिशन मोड में करें जिससे अधिकतम कैंसर रोगियों को इसका लाभ दिया जा सके। वीडियो कान्फ्रेंसिंग में कलेक्टर रीवा श्रीमती प्रतिभा पाल ने जिला स्तर पर प्रशिक्षण तथा कलेक्टर शहडोल वंदना वैद्य ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण का सुझाव दिया। वीडियो कान्फ्रेंसिंग में रीवा तथा शहडोल संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन, मेडिकल कालेज के डीन तथा बीएमओ शामिल रहे।