11 साल बाद अब सहकारी संस्थाओं के चुनाव की तैयारी
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जिला सहकारी बैंक सहित जिले की 104 सोसायटियों में नही है जनप्रतिनिधि
मंदसौर। हाल ही में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए और अब अगले साल गर्मी के दिनों में लोकसभा के आम चुनाव संपन्न होना है। लेकिन लोकसभा चुनाव के पहले अब सहकारी सोसायटियों के चुनाव की प्रक्रिया शुरु होने के साथ सोसायटियों के साथ गांवों की चौपाल पर भी इसके लिए हलचल शुरु हो गई है। दोनों ही दल के स्थानीय से लेकर जिला स्तर के नेताओं में इस पर संवाद से लेकर जोड़तोड़ भी शुरु हो गया है। पहले जिले की 104 सोसायटियों के डायरेक्टर के लिए चुनाव होंगे। इसके बाद संस्था बैंक से संस्थाओं के बाद फिर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में भी अध्यक्ष से लेकर संचालक मंडल के सदस्यों का चुनाव होगा। सालों बाद सोसायटियों के हो रहे चुनाव के कारण इसके लिए अभी से उत्साह देखा जा रहा है। सोसायटी की कुर्सी को लेकर नेता नगरी जुगाड़ में लग गई है। इधर जिला सहकारी बैंक की कुर्सी के लिए न सिर्फ मंदसौर जिले के बल्कि नीमच जिले के नेता भी सक्रिय हो गए है।
बता दे कि 11 साल से सहकारी संस्थाओं में चुनाव नहीं होने के कारण सोसायटी में जनप्रतिनिधि नहीं है। लेकिन अब सहकारी संस्थाओं में – फरवरी में होने वाले चुनाव के कारण चलह-पहल शुरु हो गई है। उम्मीद है जनवरी में मतदाता सूची के प्रकाशन के बाद फरवरी में चुनाव हो जाएगा। इसके लिए ऐसे किसान जो ड्यू और ओवरड्यू हैं, उनकी जानकारी एकत्रित करना शुरू कर दी गई है। इन चुनाव में वही किसान या फिर व्यक्ति भाग ले सकता है या मतदान कर सकता है जो बैंक से लोन ले चुका हो। बोर्ड के सदस्यों के अलावा दुग्ध समिति, मार्केटिंग समिति, खाद्य समिति, ईट भट्टा समिति, लघु उद्योग और इफ्को जैसे सदस्य भी इस बोर्ड में शामिल होते हैं।
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