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१९ दिसंबर २०२३ को भारत के भूतपूर्व पहली महिला राष्ट्रपति श्रीमति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल के ८९ वी जन्मदिन पर चलो कुछ न्यारा करते है फाउंडेशन के संचालक मंडल कोषाध्यक्ष तथा फाउंडेशन के शिक्षा विभाग के निर्देशक प्रित्तेश तिवारी ने समस्त देश वासियों को बधाई दी।उन्होंने कहा की देश की बेटियो के लिए प्रेरणा का स्वरूप है भूत पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा जी।
१९ दिसंबर १९३४ को नाडगांव महाराष्ट्र में जन्मी प्रतिभा पाटिल जी,स्वतन्त्र भारत के ६० साल के इतिहास में पहली महिला राष्ट्रपति तथा क्रमानुसार १२वीं राष्ट्रपति रही हैं।राष्ट्रपति चुनाव में प्रतिभा पाटिल ने अपने प्रतिद्वंदी भैरोंसिंह शेखावत को तीन लाख से ज़्यादा मतों से हराया था जो की आजके समय पर हर एक महिला के लिए गर्व की बात है।
पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ साथ राजनीति में आकर देश की सेवा करने तक उन्होंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा।देश की पहली महिला राष्ट्रपति देश की बेटी प्रतिभा जी आज भारत के हर एक बेटी, हर एक महिला के लिए मिशाल है।
उन्होंने महिलाओं के कल्याण के लिए कार्य किया और मुम्बई, दिल्ली में कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावास, ग्रामीण युवाओं के लाभ हेतु जलगांव में इंजीनियरिंग कॉलेज के अलावा श्रम साधना न्यास की स्थापना की।
वे २००७ से २०१२ तक राष्ट्रपति पद पर रहीं हैं।
1 जून 2019 को भारत की पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को विदेशियों को दिए जाने वाले मेक्सिको के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘ऑर्डेन मेक्सिकाना डेल एग्वेला एज्टेका’ (ऑर्डर ऑफ एज्टेक ईगल) से सम्मानित किया गया.यह पुरस्कार मेक्सिको के राजदूत मेल्बा प्रिआ ने पुणे के एमसीसीआईए भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में पाटिल को प्रदान किया.प्रतिभा पाटिल यह पुरस्कार पाने वाली भारत की दूसरी राष्टपति बनी । इसी के साथ प्रित्तेश तिवारी ने देश की बेटियो को समाज के हित में आगे आने का आह्वान किए और कहा की आपकी हिम्मत ही देश की ताकत है।