
सांवेर से चलती आलोट नगर परिषद,,,!*
कही पे निगाहे कही पे निशाने का खेल चल रहा है आलोट नगर परिषद में,,, !
नगर परिषद के जागरूक पार्षदो व्दारा सांवेर से चल रही परिषद की शिकायत करने चर्चा चल रही है।
कमीशन के लिए लाखों के बिल पास हो रहे है रोज शिकायतो पर चिड़िया बिठाने का मास्टर माईड बन चुके नगर परिषद के यह कारिंदे,,,!
जावरा सीएमओ के पास होगा आलोट नगर परिषद का प्रभार ऐसी जन चर्चा नगर में
डेली अप-डाउन से प्रभावित होते हैं कार्य,
राजेन्द्र देवड़ा
आलोट -नगर परिषद का भगवान ही मालिक बना है नगर परिषद में चल रहे कारनामो से कोई अछूता नही नगर परिषद सीएमओ की बात करे तो सांवेर से आलोट रोज डेलीअप-डाउन करने से परिषद के कामकाज प्रभावित हो रहे है। आलोट और सांवेर कि दूरी 125, किलोमीटर है तथा रोज आलोट सीएमओ दिलीप श्रीवास्तव 250 किलोमीटर के लम्बे सफर से डेली अप-डाउन करते है सूत्रो का कहना है नगर परिषद मुख्य अधिकारी दिलीप श्रीवास्तव कभी समय पर अपने नगर परिषद कार्यालय में नही आते डेली सांवेर से 1 से 2 बीच में आते तथा 5 से 6 के बीच सांवेर के लिए निकल जाते जिससे नगर परिषद के कामकाज प्रभावित होते है। आते ही विभागीय कार्य तथा कुछ तथाकथित नेताओ से लेकर पार्षद प्रतिनिधि व ठेकेदारो से गिरे रहते तथा फाइले मेंटेन करने में समय निकल जाने पर नगर विकास के कार्य प्रभावित हो रहे है। जबकि शासन के आदेशानुसार अधिकारियों को मुख्यालय पर रहने के आदेश है । नगर परिषद कार्यालय से सीएमओ के समय पर नही आने से कर्मचारी भी मठाधीश बने हुए है। 90 के दशक में यह परिषद क्लीन और स्वच्छ नगर परिषद में जानी जाती थी परन्तु 90 के बाद बनी नगर सरकार और इस परिषद में पदस्थ हुए सीएमओ ने इस नगर परिषद को दिमक लगा दी नगर परिषद से फाइले भी गायब होने की चर्चा नगर में जोर-शोर चल रही है। इस नगर परिषद में अबतक रहे सीएमओ कुलदीप , संजय चौधरी अन्य सीएमओ ने बहुत मलाई चाटी है। उस समय किये गए सभी फर्जीवाडे के कारनामे उजागर होने से पहले फाइले तत्कालीन कर्मचारियो के घर दफन है,,,,! जिसकी बारीकी से जांच होना चाहिए थी परन्तु जो यहा आया अपनी दुकानदारी करने में लग गया,,,?*