समाचार मध्यप्रदेश मंदसौर 22 फरवरी 2024

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सहायक सचिव पर कुकर्म का केस दर्ज
सुवासरा -पुलिस ने सीतामऊ जनपद के ग्राम पंचायत धलपट के सहायक सचिव श्याम भट्ट पर कुकर्म का केस प्रकरण दर्ज किया है।
सहायक सचिव ने गाँव में रहने वाली एक महिला को आंगनवाड़ी में नौकरी दिलाने का झाँसा देकर कुकर्म किया था जिसके बाद महीला की उसके साथ कुकर्म करने की रिपोर्ट पर पुलिस ने धारा 376 प्रकरण दर्ज किया है।
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आजाद अध्यापक शिक्षक संघ की प्रांतीय बैठक 25 फरवरी को भोपाल में
मन्दसौर। आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मध्यप्रदेश के जिलाध्यक्ष श्याम मीणा के द्वारा जारी विज्ञप्ति के माध्यम से बताया गया है कि दिनांक 25 फरवरी, रविवार दोपहर 12 बजे से काकुल होटल अनंत श्री हॉस्पिटल के पास भेल गेट नं. 1 इंद्रपुरी रायसेन रोड भोपाल में आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मध्यप्रदेश समस्त पदाधिकारियों और संघ के आजीवन सदस्यों की प्रांतीय बैठक आयोजित की जा रही है।श्री मीणा ने बताया कि विगत 4-5 वर्षों से अध्यापक शिक्षक संवर्ग के हितार्थ अनेक आदेश शासन स्तर पर, संभाग और जिला स्तर पर लंबित है । जिन्हें जारी करवाने के लिए संघ के पदाधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री, जनजाति कार्य विभाग मंत्री एवं स्कूल शिक्षा मंत्री से मुलाकात कर अपने अध्यापक शिक्षक संवर्ग की लंबित समस्याओं से अवगत करवाया जायेगा। यदि शासन प्रशासन द्वारा अध्यापक शिक्षक संवर्ग की विगत 4-5 वर्षों से लंबित समस्याओं का शीघ्र निराकरण नहीं किया जायेगा तो संघ द्वारा प्रांतीय बैठक में संघ के पदाधिकारियों और आजीवन सदस्यों की उपस्थिति में अपने अध्यापक शिक्षक संवर्ग के हितार्थ आगामी रणनीति तय की जाएगी।उक्त बैठक में मंदसौर जिले से श्री सुनील परिहार, दशरथ गहलोत, विक्रम सिंह कछावा, प्रदीप द्विवेदी, विकास त्रिवेदी, आनंद आंजना, करणसिंह दायमा, सुरेंद्र व्यास, प्रेम लाल प्रजापत, पिंकेश मालवीय, जिलाध्यक्ष श्याम मीणा आदि उपस्थित रहेंगे। उक्त जानकारी श्याम मीणा ने दी।
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मध्य प्रदेश के स्कूलों में सप्ताह में 1 दिन रहेगा नो बैग डे
भोपाल।मध्यप्रदेश में कक्षा 1 से 12वीं तक के स्कूलों में हफ्ते में एक दिन नो बैग डे होगा। यह व्यवस्था सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में लागू होगी। साथ ही, पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों को होम वर्क नहीं दिया जाएगा। पहली कक्षा के स्टूडेंट के स्कूल बैग का अधिकतम वजन 2 किलो 200 ग्राम होगा। जबकि 10वीं क्लास के स्टूडेंट्स के बस्ते का अधिकतम वजन 4.5 किलोग्राम होगा। लोक शिक्षण संचालनालय ने स्कूल के बच्चों के बस्ते के बोझ को कम करने के लिए सख्ती दिखाई है।
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उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा एवं सांसद श्री गुप्ता ने पासपोर्ट कार्यालय का शुभारंभ किया
पासपोर्ट कार्यालय से मंदसौर जिले को बहुत बड़ी उपलब्धि मिली है : उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा
पासपोर्ट कार्यालय से रोजगार के क्षेत्र में बढ़ावा होगा : सांसद
मंदसौर 21 फरवरी 24/ मध्य प्रदेश शासन के उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा एवं सांसद श्री सुधीर गुप्ता
द्वारा नवीन कलेक्टर कार्यालय के कक्ष क्रमांक 101 में पासपोर्ट कार्यालय का शुभारंभ किया। इस अवसर पर जिला
पंचायत अध्यक्ष श्रीमती दुर्गा विजय पाटीदार, गरोठ विधायक श्री चंद्रर सिंह सिसोदिया, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री
बसंत शर्मा, पार्षद श्रीमती भारती पाटीदार, स्थानीय जनप्रतिनिधि, कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव, पुलिस
अधीक्षक श्री अनुराग सुजानिया, क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी श्री शीतांशु चौरसिया, पोस्ट मास्टर जनरल इंदौर
परिक्षेत्र श्रीमती प्रीती अग्रवाल, सीईओ जिला पंचायत श्री कुमार सत्यम, पोस्ट ऑफिस अधीक्षक मंदसौर श्री
जगदीश, अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।
शुभारंभ अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि आज हम सभी के लिए खुशी का क्षण है।
मध्य प्रदेश में सबसे पहली बार 1978 में भोपाल में पासपोर्ट कार्यालय का शुभारंभ हुआ था। मंदसौर जिले में
पासपोर्ट कार्यालय का शुभारंभ आज हुआ है। मंदसौर जिले के लिए यह सबसे बड़ी उपलब्धि है। आने वाले समय में
हर लोकसभा क्षेत्र में इस तरह के एक-एक पासपोर्ट कार्यालय शुरू होंगे। अब पासपोर्ट बनाने के लिए बाहर जाने की
जरूरत नहीं होगी। सीधे मंदसौर से ही पासपोर्ट बन जाया करेगा। प्रधानमंत्री ने जनता की तकलीफों को दूर करने का
काम किया है। उन्हीं का परिणाम है कि आज मंदसौर जिले में पासपोर्ट कार्यालय शुरू हुआ। 2047 तक भारत को
विकसित राष्ट्र बनाना है और विश्व में नंबर वन पर लाना है। इसके लिए सरकार लगातार प्रयास रत हैं।
सांसद श्री सुधीर गुप्ता द्वारा कहा गया कि पासपोर्ट कार्यालय के पीछे रोजगार के असीम अवसर छुपे हुए हैं।
भारत सरकार ने विगत 10 वर्षों में पासपोर्ट बनाने की प्रक्रियाओं को और आसान किया है। आने वाले समय में नीमच
में भी पासपोर्ट कार्यालय शुरू हो इसके लिए प्रयास किया जा रहे हैं। आज भारत में शासकीय सेवा को छोड़ बिजनेस
के क्षेत्र की तरफ रुझान बड़ा है। भारत में पैक्स समिति अभी बहुत अच्छे से काम कर रही है। सेल्फ हेल्प ग्रुप की
महिलाएं को लखपति दीदी बनाना है। इस क्षेत्र में प्रधानमंत्री लगातार प्रयास कर रहे हैं। पोस्ट ऑफिस बैंकिंग क्षेत्र का
आधार बन चुके हैं। मंदसौर जिले के लिए अगर एमओयू साइन होता है तो 10 से 15 हजार बच्चों को वैश्विक रोजगार
प्राप्त होगा। इसके लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।
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समाधान आपके द्वार शिविर का संजय गांधी उद्यान में हुआ समापन
मंदसौर 21 फरवरी 24/ उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति इंदौर एवं म. प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण
जबलपुर के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मंदसौर द्वारा ‘‘समाधान आपके द्वार‘‘ योजनांतर्गत शिविर
का आयोजन किया गया । समाधान आपके द्वार योजना के अंतर्गत जिला प्रशासन, नगर पालिका, स्वास्थ्य विभाग
एवं क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय के सहयोग से जन सामान्य के विभिन्न दस्तावेज बनवाने अथवा संशोधन करवाने हेतु
शिविर का आयोजन किया गया। जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री प्रवीण कुमार ने बताया कि शिविर में 200 से
अधिक आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड एवं समग्र आईडी बनवाए/ संशोधित करवाए गए । लर्निंग लाइसेंस बनाने हेतु
स्थापित स्टॉल में 150 से अधिक महिला एवं पुरुषों के लर्निंग लाइसेंस बनवाए गए। महिलाओं हेतु निशुल्क पिंक
लाइसेंस बनवाने आई महिलाओं को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मंदसौर के पैरा लीगल वॉलिंटियर्स द्वारा स्वयं के
मोबाइल पर लर्निंग लाइसेंस बनवाए जाने की प्रक्रिया बताकर उनके लाइसेंस बनवाए गए। शिविर में उपस्थित जन
सामान्य ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मंदसौर की इस पहल का स्वागत करते हुए बताया कि उनमें से बहुत से
लोग अपने दस्तावेजों में कमी की वजह से परेशान थे परंतु आज के शिविर से उन्हें बहुत लाभ हुआ । इस अवसर पर
जिला न्यायाधीश/ सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हर्ष सिंह बहरावत, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री
प्रवीण कुमार, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्री वीरेंद्र सिंह यादव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पैरा लीगल
वॉलिंटियर्स एवं अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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स्वच्छ भारत मिशन में मध्यप्रदेश ने देश भर में श्रेष्ठता का परचम फहराया
मंदसौर 21 फरवरी 24/ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अपने सार्वजनिक जीवन में स्वच्छता को
हमेशा श्रेष्ठ स्थान पर रखा। महात्मा गांधी देश में आधुनिक तरक्की के साथ-साथ स्वच्छ भारत की
कल्पना भी करते थे। महात्मा गांधी स्वच्छता को जन आंदोलन बनाना चाहते थे। उनका मानना था कि
स्वच्छ भारत से ही पूरी दुनिया में भारत की अच्छी पहचान बनेगी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने
महात्मा गांधी के इस सपने को पूरा करने के लिए वर्ष 2014 से स्वच्छ भारत मिशन की शुरूआत की।
उनके इस जन आंदोलन से स्वच्छ भारत मिशन में कचरे और कचरे में काम करने वाले लोगों के प्रति
सोच बदली है। मध्यप्रदेश के सभी शहरों ने इस दिशा में पिछले 9 वर्षो में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास किये
हैं। नागरिकों के सकारात्मक प्रयासों से व्यक्तिगत शौचालय, सार्वजनिक शौचालय सुविधा, अपशिष्ट
प्रबंधन आदि मध्यप्रदेश में स्वच्छता जनआंदोलन को नई गति मिली है।
स्वच्छता के मामले में इंदौर बना देशभर में ब्रांड अम्बेसडर
देश में जब भी स्वच्छ शहरों की बात होती है तो लोग इंदौर का जिक्र जरूर करते है। इंदौर
पिछले 7 वर्षो से सारे हिन्दुस्तान में सर्वश्रेष्ठ शहर के रूप में पहला पुरस्कार प्राप्त कर रहा है। अब
इंदौर स्वच्छता के मामले में देश में ब्रांड अम्बेसडर बन गया है। इस पुरस्कार को लगातार प्राप्त करने
में इंदौर के नागरिकों की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। नागरिक अब शहर की स्वच्छता को लेकर सजग
और जागरूक हुये है। शहर को स्वच्छ रखने के महत्वपूर्ण कार्य में वे प्रशासन के साथ कंधे से कंधा
मिलाकर कार्य कर रहे है। पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने के लिए कार्बन उत्सर्जन को
सीमित और कम करने के प्रयास किये जा रहे है। इंदौर शहर में इस मामले में आय भी प्राप्त की जा रही
है। कार्बन क्रेडिट से राशि अर्जित करने वाला इंदौर देश का पहला शहर है।
स्वच्छ राज्य के रूप में मध्यप्रदेश की पहचान स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) में मध्यप्रदेश ने वर्ष 2023 में श्रेष्ठ राज्य के रूप में देशभर में दूसरे स्थान की रैकिंग प्राप्त की है। इस वर्ष राज्य के 6 शहरों ने राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किये हैं। स्वच्छ सर्वेक्षण में सफाई के मापदण्डों के अनुसार केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय द्वारा स्टार रेटिंग भी दी
जाती है। राज्य के कई शहरों ने अच्छी रेटिंग प्राप्त कर अपनी जगह बनाई है। ओडीएफ सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाले शहरों की संख्या बढ़ी प्रदेश में ओडीएफ डबल प्लस का सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाले निकायों की संख्या वर्ष 2023 में
361 हो गई है। वर्ष 2022 में यह संख्या 324 हुआ करती थी। इसी के साथ मलजल प्रबंधन के मामले
में 6 शहरों को वॉटर प्लस प्रमाणीकरण प्राप्त हुआ है। प्रदेश में खुले में शौच को स्थायी रूप से रोकने के
लिए 5 लाख 79 हजार से अधिक जरूरतमंद परिवारों को व्यक्तिगत शौचालय तैयार कर प्रदान किये
गये हैं। इसके साथ ही प्रदेश में 2 हजार 500 से अधिक सार्वजनिक शौचालय कॉम्पलेक्स का निर्माण
भी कराया गया है। स्वच्छता आंदोलन में नगरीय विकास विभाग द्वारा कचरा मुक्त शहरों के रूप में
विकसित करने के लिए भी कार्य किया जा रहा है। इस मामले में मध्यप्रदेश के 158 शहरों को यह
प्रमाणीकरण प्राप्त हुआ । इस श्रेणी में इंदौर को 7 स्टॉर शहर और भोपाल को 5 स्टॉर शहर का दर्जा
प्राप्त हुआ है। प्रदेश के नगरीय निकायों में सिंगल यूज प्लास्टिक और पॉलिथिन को प्रतिबंधित किया जा
चुका है। स्थानीय निकायों में अपशिष्ट प्रसंस्करण क्षमता बढ़ाने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है।
वर्तमान में प्रदेश 97 प्रतिशत से अधिक उत्सर्जित अपशिष्ट का प्रसंस्करण करने में सक्षम है।
ठोस अपशिष्ट का प्रबंधन
वर्तमान में मध्यप्रदेश ठोस अपशिष्ट के लिए 2 प्रक्रियाओं पर कार्य कर रहा है। पहला कलस्टर
आधारित परियोजनाओं का क्रियान्वयन। जिसमें केन्द्रीय निकाय में अन्य आस-पास के निकायों में
कचरा लाकर उसका उचित विधि से प्रसंस्करण किया जा रहा है। इस पद्धति में 5 क्लस्टर्स में 60
नगरीय निकायों को शामिल किया गया है। प्रदेश में गीले कचरे से खाद बनाई जा रही है। रीवा और
जबलपुर में प्रतिदिन संग्रहित होने वाले कचरे से बिजली का निर्माण किया जा रहा है। दूसरी पद्धति में
नगरीय निकाय के संग्रहित होने वाले कचरे को निकाय स्वयं अपने साधनों से प्रसंस्कृत कर रहे हैं।
इंदौर में 550 टन प्रतिदिन गीले कचरे को प्रतिदिन प्रसंस्करण की क्षमता की ईकाई स्थापित की गयी
है। स्थापित इकाई से बायो सीएनजी का निर्माण किया जा रहा है। प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में 62 हजार
सफाई मित्र स्वच्छता अभियान में दिन-रात सहयोग कर रहे है। इन प्रयासों से संकल्प के साथ
मध्यप्रदेश देश के अन्य प्रमुख राज्यों के लिए आदर्श बनकर उभरेगा और कचरा प्रबंधन क्षेत्र में प्रदेश की
आत्मनिर्भरता की संकल्पना को साकार करेगा।
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स्वास्थ्य विभाग में 3 हज़ार 323 पदों में होगी नियुक्ति
उम्मीदवारों को न हो असुविधा- उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल
मेडिकल और दस्तावेज़ो के परीक्षण के लिए लगेंगे विशेष कैम्प
मंदसौर 21 फरवरी 24/ उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने निर्देश दिए हैं कि कि स्वास्थ्य विभाग
में विभिन्न पदों के लिए चयनित अभ्यर्थियों को दस्तावेजों के परीक्षण एवं मेडिकल जांच में किसी भी
प्रकार की असुविधा न हो। सभी संबंधित अधिकारी संवेदनशीलता से कर्तव्यों का निर्वहन करें।
उल्लेखनीय है कि कर्मचारी चयन मंडल द्वारा 12 फरवरी को घोषित परिणाम के अनुक्रम में स्वास्थ्य
विभाग में 3 हज़ार 323 पदों पर नियुक्ति की जा रही है। इनमें ए.एन.एम. के 2 हज़ार 576,
रेडियोग्राफर तृतीय श्रेणी के 104, प्रयोगशाला तकनीशियन के 228, फार्मासिस्ट ग्रेड-2 के 415 पद
शामिल हैं।
29 फरवरी को पात्र अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सिंगल क्लिक के माध्यम से
प्रयोगशाला तकनीशियन तथा रेडियोग्राफर के नियुक्ति आदेश संभागीय क्षेत्रीय संचालक द्वारा
तथा ए.एन.एम. व फार्मासिस्ट ग्रेड-2 के नियुक्ति आदेश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा
जारी किया जाना है। भोपाल में 29 फरवरी को आयोजित समारोह में पात्र अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र
सिंगल क्लिक के माध्यम से प्रेषित किये जायेंगे। इसके लिये चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का
परीक्षण तथा मेडिकल करवाया जाना आवश्यक होगा।
सभी ज़िला चिकित्सालय और संभागीय मुख्यालय में लगाये जाएँगे विशेष शिविर
आयुक्त स्वास्थ्य डॉ सुदाम खाड़े ने बताया कि चयनित अभ्यर्थियों के मेडिकल तथा दस्तावेजों
का परीक्षण के लिए जिला अस्पतालों में प्रातः 9 से शाम 5 बजे तक विशेष शिविर लगाये जायेंगे।
ए.एन.एम. उम्मीदवारों का जिला चिकित्सालयों में 22 से 26 फरवरी, फार्मासिस्ट ग्रेड-2 का जिला
चिकित्सालयों में 23 से 25 फरवरी, रेडियोग्राफर उम्मीदवारों का संभागीय मुख्यालय के जिला
चिकित्सालय में 24 फरवरी को और प्रयोगशाला तकनीशियन का संभागीय मुख्यालय के जिला
चिकित्सालय में 25 फरवरी को मेडिकल जाँच और दस्तावेजों का परीक्षण किया जाएगा। जिला
चिकित्सालयों में मेडिकल जांच की जिम्मेदारी सभी सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक की
होगी। क्षेत्रीय संचालक, स्वास्थ्य तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी दस्तावेजों की जांच के
लिए समुचित अमले की व्यवस्था करेंगे।
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प्रदेश में स्कूलों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों को मानदेय भुगतान करने के निर्देश
आयुक्त लोक शिक्षण ने समस्त आहरण संवितरण अधिकारियों को लिखा पत्र
मंदसौर 21 फरवरी 24/ स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत कार्यरत अतिथि शिक्षकों को उनके
मानदेय भुगतान के संबंध में आयुक्त लोक शिक्षण ने पत्र लिखकर निर्देश जारी किये हैं। यह पत्र स्कूल
शिक्षा विभाग के समस्त आहरण संवितरण अधिकारियों को लिखा गया है। कोषालय अधिकारियों
द्वारा IFMIS के आधार पर मिलान और परीक्षण कर ही केवल रिक्त पद के विरुद्ध ही विद्यालयों में
कार्यरत अतिथि शिक्षकों के मानदेय का भुगतान किया जायेगा। मानदेय भुगतान के संबंध में वित्त
विभाग ने आयुक्त लोक शिक्षण और संचालक कोष एवं लेखा को भी पत्र लिखकर इस संबंध में निर्देश
जारी किये हैं।
शासकीय माध्यमिक शालाओं को मिला फर्नीचर
प्रदेश में शासकीय माध्यमिक शालाओं में समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत फर्नीचर (डेस्क एवं
बैंच) प्रदान किया जा रहा है। इस संबंध में राज्य शिक्षा केन्द्र ने संबंधित जिला कलेक्टर-सह-जिला
मिशन संचालक को पत्र लिखकर आवश्यक निर्देश जारी किये हैं। इस संबंध में संबंधित माध्यमिक
शालाओं के प्रिंसिपल और संस्था प्रभारियों को भी निर्देश जारी किये गये हैं। उन्हें शाला को दिये जाने
वाले फर्नीचर की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिये कहा गया है। अब तक शालाओं को 58 हजार 553
सेट प्रदाय किये जा चुके हैं।
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कलेक्टर द्वारा गठित विशेष दल के साथ खाद्य सुरक्षा प्रशासन की कार्रवाई, दो संस्थानों से लिये सेम्पल
मंदसौर। आमजनों को अच्छे से अच्छी एवं शुद्ध खाद्य सामग्री मिले इस हेतु खाद्य सुरक्षा प्रशासन लगतार कार्यवाही कर रहा है। जिला कलेक्टर के निदेर्शानुसार एवं उनके द्वारा गठित दल के द्वारा 21 फरवरी को खाद्य सुरक्षा प्रशासन के अधिकारियों के साथ दूध की दुकानों का निरीक्षण करते हुए गुणवत्ता स्तर की जांच वास्ते नमूने जब्त किये गये है। जिन्हें राज्य खाद्य प्रयोगशाला भोपाल भेजा गया हैं।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी बी एस जामोद ने बताया कि 21 फरवरी को कार्यवाही और निरीक्षण के दौरान सांवलिया दूध भंडार मंदसोर से दूध एवं घी और भावसार दूध डेयरी मंदसौर से दूध एवं पनीर का नमूना लिया गया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर द्वारा गठित दल के सदस्य डिप्टी कलेक्टर श्री पाटीदार, तहसीलदार रमेश मसारे एवं अन्य उपस्थित थे।
सभी खाद्य नमुनों को गुणवत्ता स्तर की जांच वास्ते खाद्य विश्लेषक राज्य खाद्य प्रयोगशाला मप्र भोपाल भेजे गये है जहां से जांच रिपोर्ट आने पर आगामी कार्रवाई की जायेगी। कार्रवाई के दौरान विभाग का सहयोगी स्टॉफ भी मौजूद रहा।
श्री जामोद ने बताया कि आमजनों को अच्छी और गुणवत्ता युक्त खाद्य वस्तु मिले इसके लिए सभी संस्थानों के संचालकों को अपने यहां साफ – सफाई का विशेष ध्यान रखने और गुणवत्ता युक्त खाद्य वस्तुएं ही विक्रय करने के दिशा निर्देश प्रदान किये गये।
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इंफिनिटी फिनकॉर्मा सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड मंदसौर के बैनर तले
प्राथमिक विद्यालय में 56 सेट बैंचे की प्रदान
मंदसौर। इंफिनिटी फिनकॉर्मा सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड मंदसौर के द्वारा बुधवार को चंबल कॉलोनी स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय में समारोह आयोजित कर नन्हे बच्चों के बैठने हेतु 56 सेट बेंचेे प्रदान की है। कंपनी के रीजनल सेल्स मैनेजर अंकित यादव, राजेंद्र सिंह, सुरेश गहलोत, कमल गुर्जर, बालू गुर्जर, दीपक पाटीदार, कन्हैया माली व परमेश्वर गुर्जर ने विद्यालय प्राचार्य विद्या कुमावत, अध्यापक मधुबाला सक्सैना, सुषमा गोडबोले, रचना वर्मा, सरिता व्यास, किरनेंद्र ठोरा व कथा वाचक पं. विष्णु शर्मा की उपस्थिति में बच्चों को चेयर प्रदान की।
इस अवसर पर, मैनेजर अंकित यादव ने कहा, “हमें प्राथमिक विद्यालय के छात्रों को स्कूल की आपूर्ति और फर्नीचर प्रदान करने में खुशी हो रही है। हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर बच्चे की शिक्षा से संबंधित बुनियादी जरूरतें पूरी हो। उनकी वित्तीय पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना गुणवत्तापूर्ण शिक्षा आवश्यक है। हमें आशा है कि यह छोटा सा योगदान इन बच्चों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा और उन्हें अपने सपनों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगा।”
पंडित विष्णु शर्मा ने कहा कि एक बच्चे के समग्र विकास के लिए आरामदायक और अनुकूल सीखने का माहौल आवश्यक है। अपने प्रयासों के माध्यम से, हम शिक्षा प्रणाली पर सकारात्मक प्रभाव डालने की उम्मीद करते हैं। प्राथमिक विद्यालय के अधिकांश छात्र समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों से आते हैं और कुर्सी और मेज जैसी बुनियादी सुविधाओं तक उनकी पहुंच नहीं होती है।
स्कूल के शिक्षकों और प्रधानाचार्य ने बच्चों के बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए प्राइवेट कंपनी के प्रयासों की सराहना की। वंचित बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए कंपनी के समर्पण और प्रतिबद्धता को व्यापक रूप से मान्यता और सराहना मिली है।
अंत में विद्यालय परिवार के द्वारा इस पुनीत कार्य करने पर कंपनी का आभार व्यक्त किया है।
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मंदसौर जिले में बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान (एफ.एल.एन.) का वार्षिक सर्वे कार्य संपन्न
उक्त सर्वे के तहत राज्य से जिले की रेंडमली चयनित कक्षा (कक्षा 2 एवं 3) के रेंडमली चयनित विद्यार्थियों का एफ. एल. एन अंतर्गत भाषा एवं गणित विषय पर राज्य द्वारा प्रदत्त सर्वे टूल्स के माध्यम से शिक्षा एमपी एप पर ऑन द स्पाट ऑनलाइन आकलन (सर्वे) फील्ड इन्वेस्टिगेटर द्वारा किया गया।
उक्त सर्वे कार्य दिनांक 19.02.2024 में 21.02.2024 के मध्य जिले के पांचों विकासखण्डों में किया गया। दिनांक 19.02.2024 को भानपुरा एवं गरोठ विकासखण्ड की कुल 36 चयनित शालाओं में 122 फील्ड इन्वेस्टिगेटर, दिनांक 20.02.2024 को सीतामउ विकासखण्ड की कुल 25 चयनित शालाओं में 93 फील्ड इन्वेस्टिगेटर तथा दिनांक 21.02.2024 को मंदसौर एवं मल्हारगढ़ विकासखण्ड की कुल 35 चयनित शालाओं में 116 फील्ड इन्वेस्टिगेटर द्वारा उक्त सर्वे कार्य किया गया।
उक्त संपूर्ण सर्वे कार्य की सतत मॉनिटरिंग डाइट मंदसौर, जिला शिक्षा केन्द्र मंदसौर एवं बीआरसीसी की टीमों के द्वारा की जाकर ऑनलाइन रिपोर्ट प्रेषित की गई।
उक्त संपूर्ण कार्य में डाइट के अकादमिक सदस्यो एवं छात्राध्यापकों (एफ. आई.) डाइट के एफ. एल. एन. नोडल श्री आर डी जोशी एवं अन्य अकादमिक सदस्यों, जिला शिक्षा केन्द्र के जिला परियोजना समन्वयक श्री लोकेन्द्र डाबी एवं समस्त ए.पी.सी. सभी बीआर सी.सी एवं उनके सहयोगी स्टाफ (बीएसी, सीएसी) का सक्रिय एवं सकारात्मक सहयोग प्राप्त हुआ, जिससे यह वृहत कार्य संपन्न हुआ।
उल्लेखनीय है कि उक्त संपूर्ण सर्वं कार्य में डाइट मंदसौर के छात्राध्यापकों की भूमिका सराहनीय रही।
डाइट प्राचार्य डॉ दिलीप सिंह राठौर द्वारा उपरोक्त उल्लेखनीय कार्य के लिए समस्त अधिकारी एवं कर्मचारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
पी.जी. कॉलेज में प्राणिकी विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया गया
मन्दसौर । राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मंदसौर के प्राणिकी विभाग द्वारा आईक्यूएसी अकादमिक उत्कृष्टता गतिविधियों के अंतर्गत * अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस”* के अवसर पर * कम्युनिकेशन इन एनिमल वर्ल्ड* विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन दिनांक 21 फरवरी 2024 को किया गया !
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के जन भागीदारी अध्यक्ष नरेश चंदवानी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एल.एन. शर्मा, डॉ. प्रहलाद दुबे सेवानिवृत्ति प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय कोटा राजस्थान एवं प्राणिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर संदीप सोनगरा ने दीप दीपन कर शुरू किया
कार्यक्रम की शुरुआत में जनभागीदारी अध्यक्ष नरेश चंदवानी ने इस व्याख्यान के लिए सभी को शुभकामनाएं प्रेषित की साथ ही विद्यार्थियों को पशु पक्षियों एवं जीव जगत के संचार को समझने और उनसे जुड़े रहने के लिए प्रोत्साहित किया
व्याख्यान के प्रारंभ में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एल.एन. शर्मा द्वारा विद्यार्थियों को इस प्रकार के व्याख्यान में आगे भविष्य में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया !
प्राणिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर संदीप सोनगरा ने अतिथियों का स्वागत कर साथ ही इस आयोजन का उद्देश्य भी बताया और कहा कि भाषा संचार का अभिन्न अंग है मनुष्य द्वारा अभिव्यक्ति और संचार मानव जाति के इतिहास के विकास की अद्भुत उपलब्धि है जिसके माध्यम से वह अपने विचारों का आदान-प्रदान करने की क्षमता रखते हैं इस विषय में जानना अत्यंत महत्वपूर्ण है पशु संचारक वह व्यक्ति होता है जिसने किसी पशु पक्षी के विचारों को सुनने, उनकी भावनाओं के साथ सहानुभूति रखने और उनके साथ दयालुता पूर्वक संवाद करने के लिए प्रशिक्षित किया है ताकि यह समझ सके कि वे वास्तव में कैसा महसूस करते हैं।
व्याख्यान के विषय विशेषज्ञ डॉ. प्रहलाद दुबे द्वारा अपने व्याख्यान में यह बताया गया कि अधिकांश पशु पक्षी एक दूसरे के साथ और अन्य प्रजातियों के साथ संवाद करने के लिए स्वरबद्ध ध्वनियों का उपयोग करते हैं। इन संचार करने के तरीकों को विकसित करने में पशु पक्षियों को भी करोड़ों साल लगे मनुष्य और एनिमल दोनों संवाद करने में सक्षम हैं, लेकिन केवल मनुष्य ही भाषा का उपयोग करते हैं । जंगलों में पशु पक्षी कई अलग-अलग तरीकों से संवाद कर सकते हैं साथ ही केवल अपने भावों की अभिव्यक्ति के द्वारा भी आपस में संचार करते हैं
कार्यक्रम का सफल संचालन प्रो. रितु शर्मा ने किया एवं आभार प्रो. सिद्धार्थ बरोडा ने माना। उपरोक्त कार्यक्रम में एमएससी III SEM कि विद्यार्थी दीक्षा नागर ने भी विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर विभाग के प्राध्यापक डॉ. शिखा ओझा,प्रो. चीना मिंडा, प्रो. प्रकाश दास,प्रो. कुंदन माली, प्रो. हिमांशी रायगौड़,टेक्नीशियन डॉ. मनीषा कोठारी, श्री अशोक नागौरे, एवं सहायक श्री प्रकाश सिंगोत उपस्थित रहे।