रामद्वारा में आयोजित हुआ विशाल भंडारा


प्रतापगढ़। अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के प्रतापगढ़ रामद्वारा में ब्रह्मलीन संत श्री 108 श्री रामदास जी महाराज की 26वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में समाधि पूजन, तुलादान ,आरती एवं महाप्रसादी का आयोजन हुआ जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने भाग लिया अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के भंडारी संत श्री शंभूराम जी महाराज ने कहा कि हमें महापुरुषों के बताए हुए मार्ग पर चलना चाहिए संत वही है जो हमेशा परमार्थ की प्रेरणा दे गौमाता की सेवा का जब भी अवसर मिले वह प्राप्त करना चाहिए भक्ति का अर्थ है परमात्मा के दर्शन करना बच्चों को आधुनिक शिक्षा के साथ संस्कार भी देवे संस्कार गुरु व संतों के सानिध्य में जाने से ही प्राप्त होंगे पंथ ,ग्रंथ व संत को हमेशा मजबूती से पकड़े हुए रखो सहनशीलता संतों का प्रमुख गुण होता है क्रोध नहीं करना चाहिए एवं संपूर्ण मानव जाति के प्रति करुणा का भाव होना चाहिए एक दूसरे के प्रति समानता का व्यवहार रखें सर्वे भवंतु सुखिन:का भाव केवल सनातन धर्म में है संतो के बताए हुए मंत्रों में शक्ति होती है कर्तव्यनिष्ठ होकर निडर होकर कार्य करना चाहिए हर परिस्थिति में मानव को शांत रहना चाहिए लाभ, हानि ,जीवन, मरण, यश व अपयश यह सभी परमात्मा के हाथों में है रामद्वारा में आरती के पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन हुआ जो देर शाम तक चला इस आयोजन में सेवा देने वाले भक्तों का स्वागत किया गया संत श्री शंभूराम जी महाराज का इस वर्ष का चातुर्मास संत श्री विनोदी राम जी रामस्नेही गौशाला रायपुर ,दलोट में निश्चित हुआ।