वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 486 वी जयंती गरिमामय समारोह पूर्वक बड़े ही धूमधाम से मनाई गई

वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 486 वी जयंती गरिमामय समारोह पूर्वक बड़े ही धूमधाम से मनाई गई

महाराणा प्रताप ने मुगल बादशाह अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की और अपनी स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया हल्दीघाटी का युद्ध जो 18 जून 1576 को हुआ था उनकी वीरता और दृढ़ता का प्रतीक है
महाराणा प्रताप की वीरता और दृढ़ता ने उन्हें भारतीय इतिहास में एक अमर व्यक्ति बना दिया है उनकी कहानी स्वतंत्रता और आत्म-सम्मान के लिए संघर्ष करने की एक प्रेरणा है यहां महाराणा प्रताप की जीवन गाथा के कुछ महत्वपूर्ण पहलू दिए गए हैं
जन्म और परिवार महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 को कुंभलगढ़ में उदय सिंह द्वितीय और जयवंता बाई के घर हुआ था शासन उन्होंने 1572 से 1597 तक मेवाड़ पर शासन किया अकबर के खिलाफ संघर्ष महाराणा प्रताप ने अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की और उसके खिलाफ संघर्ष किया हल्दीघाटी का युद्ध उनकी वीरता का प्रतीक है
मृत्यु महाराणा प्रताप 1597 में चंपानेर में मृत्यु हो गई महाराणा प्रताप की जीवन गाथा एक वीर योद्धा की कहानी है जिसने अपनी स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया और इतिहास में एक अमर व्यक्ति बन गए ।
जो की राजपूत समाज की आन वीर शिरोमणि इतिहास पुरुष महाराणा प्रताप की 486 जयंती तहसील अध्यक्ष महाराज हिम्मत सिंह राठौड़ के नेतृत्व में शुक्रवार को राजपूत बोर्डिंग हाउस से बैंड बाजे एवं ढोल ढमाकों के साथ चल समारोह प्रारंभ हुआ जो महाराणा प्रताप लदुना चौराहा होते हुए बस स्टैंड से वापसी लदूना चौराहा होते हुए बोर्डिंग हाउस में आयोजित समारोह में तब्दील हो गया चल समारोह में बड़ी संख्या में अतिथि देवो राजपूत समाज के वरिष्ठ जनों एवं एवं युवाओं गणमान्य नागरिकों एवं समाज की महिलाओं ने उत्साह पूर्वक भाग लिया इस अवसर पर आयोजक समिति द्वारा अथिति देवो की मौजूदगी में लदुना चोराहा पर स्थित महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई समारोह के दौरान आतिशबाजी भी की गई तथा महाराणा प्रताप के सम्मान में जयकारे लगाए गए चल समारोह के प्रारंभ में राजपूत समाज के युवाओं ने समाज के गौरव के प्रतीक ध्वजाएं लिए चल रहे थे
चल समारोह में राजपूत समाज के वरिष्ठ जनों एवं युवाओं द्वारा समाज के गौरव के प्रतीक पारंपरिक गणेश धारण किए हुए थे।
श्री राजपूत बोर्डिंग हाउस में आयोजित समारोह में अध्यक्षता श्री पुरन्जयसिंह राठौर मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक श्री हरदीप सिंह डंग नीमच विधायक श्री दिलीप सिंह परिहार पूर्व विधायक श्री राधेश्याम पाटीदार जनपद सदस्य सभापति श्री अरविंद्र सिंह राठौड़ एवं सर्वश्री ब्रजराज सिंह धमोतर सरकार राजपूत जिलाध्यक्ष रुघुनाथ सिंह काचरिया शिव प्रताप सिंह चौहान करणी सेना प्रदेश अध्यक्ष नगर परिषद अध्यक्ष मनोज शुक्ला पूर्व जनपद अध्यक्ष महेंद्र सिंह फतेहगढ़ रघुवीर सिंह धाराखेड़ी जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि कर्मवीर सिंह भाटी एवं भुवनेश्वर सिंह दीपाखेड़ा विक्रम सिंह चौहान महुआ भाजपा मंडल अध्यक्ष जितेंद्र बामनिया आदि अतिथि देव के रूप में मंचासिन थे ।
कार्यक्रम के प्रारंभ में राजपूत समाज संगठन के तहसील अध्यक्ष हिम्मत सिंह राठौड़ सचिव शैलेंद्र सिंह पंवार लाल सिंह राठौड़ सेदरा करनाली सहित कई पदाधिकारीयों एवं सदस्यों ने अतिथियों का पुष्प मालाओं से स्वागत अभिनंदन किया।
कार्यक्रम का संचालन गजेंद्र सिंह राठौड़ काचरिया एडवोकेट ने किया इस अवसर पर अतिथि देवो तथा अन्य वक्ताओं ने इतिहास पुरुष महाराणा प्रताप के जीवन चरित्र पर एवं उनके शौर्य कार्यों का स्मरण करते हुए अपने विचार व्यक्त किये। अंत में आभार राजपुत समाज के जिला अध्यक्ष रुघुनाथ सिंह काचरिया ने किया।
चल समारोह का भव्य स्वागत- महाराणा प्रताप की जन्म जयंती के अवसर पर राजपूत समाज संगठन तहसील शाखा-सीतामऊ द्वारा सीतामऊ नगर में निकाले गए भव्य चल समारोह का ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सीतामऊ के नेतृत्व में इंदू बालोद्यान के सामने भव्य स्वागत किया गया।

