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अजाक्स चला गांव की ओर‘ अभियान के अंतर्गत छात्र केरियर मार्गदर्शन शिविर का सफल आयोजन

वक्ताओं ने दिया शिक्षा, आत्मनिर्भरता और जीवन मूल्यों का संदेश
मन्दसौर। 29 मई को ग्राम गरोड़ा में “अजाक्स चला गांव की ओर” अभियान के तहत एक भव्य छात्र मार्गदर्शन शिविर संपन्न हुआ, जिसमें ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को शिक्षा, स्वास्थ्य, करियर और रोजगार के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत और व्यावहारिक मार्गदर्शन प्रदान किया गया।
कार्यक्रम की गरिमामयी अध्यक्षता अजाक्स ब्लॉक अध्यक्ष श्री शैलेन्द्र गोयल ने की, उन्होंने शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी तथा आम जनता से इन योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की।
जिलाध्यक्ष प्रहलाद कुमार सूर्यवंशी ने कहा कि “गांव के बच्चों में अपार संभावनाएँ छिपी हैं। सही मार्गदर्शन मिलने पर वे न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे समाज का स्वरूप बदल सकते हैं। शिक्षा ही समाज के विकास की सबसे बड़ी कुंजी है।”
जिला उपाध्यक्ष रामनिवास सूर्यवंशी ने अपने उद्बोधन में कहा कि “जीवन में चुनौतियाँ आएंगी, लेकिन हार मानना विकल्प नहीं। संघर्ष करने वालों की ही इतिहास में गाथाएँ लिखी जाती हैं। जिला सचिव मनोज कुमार धानिया ने कहा कि “डिग्री केवल एक कागज नहीं, बल्कि जीवन को दिशा देने वाला दीपक है। हमारा उद्देश्य युवाओं को सही दिशा देना है।”
श्री दिनेश सूर्यवंशी, तहसील अध्यक्ष ने बताया “गांवों की प्रतिभा को सही मंच और अवसर मिले, तभी विकास की कहानी पूरी होगी।”
श्री लक्ष्मीकांत हटीला, तहसील सचिव “युवा सोच में बदलाव लाना समय की आवश्यकता है। यह शिविर एक नई सोच का बीज बो रहा है।”
रिटायर्ड सैनिक श्री मालवीय ने कहा कि “अनुशासन, समय की पाबंदी और देशप्रेम से ही जीवन में सच्ची सफलता मिलती है। विद्यार्थी इन्हें अपनाएं।” सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक श्री दडिंग ने कहा कि “एक शिक्षक वही जो बच्चों के मन के सवालों को समझे और उनका समाधान करे।” श्री शांतिलाल दडिंग ने कहा कि “गांव की मिट्टी में छिपा खजाना है प्रतिभा, जिसे तराशने का यह प्रयास प्रेरणादायक है।”
शिविर में बच्चों ने खुले दिल से अपनी आकांक्षाएं साझा कीं। डॉक्टर, शिक्षक, वैज्ञानिक, प्रशासनिक अधिकारी बनने के अपने सपने सुनाए। सवाल-जवाब सत्र में उन्होंने अपने संदेह दूर किए और विशेषज्ञों से मूल्यवान सलाह पाई। इस प्रक्रिया ने ग्रामीण युवाओं में आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच का संचार किया।
श्री सुभाष दडिंग ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “यह केवल एक दिन का आयोजन नहीं, बल्कि ग्रामीण शिक्षा और जागरूकता की दिशा में निरंतर चलने वाला आंदोलन है। हमें ऐसे प्रयासों को निरंतर जारी रखना होगा ताकि हमारे गांवों का हर बच्चा उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ सके।”
“अजाक्स चला गांव की ओर” अभियान गाँव-गाँव तक ज्ञान, जागरूकता और आत्मनिर्भरता की लौ पहुंचाने का संकल्प लेकर निकला है। यह छात्र मार्गदर्शन शिविर ग्रामीण युवाओं में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उन्हें अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित करने का सशक्त माध्यम है। अंत में 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों का सम्मान किया गया ।संचालन और आभार व्यक्त सुभाष दडिंग किया।
कार्यक्रम की गरिमामयी अध्यक्षता अजाक्स ब्लॉक अध्यक्ष श्री शैलेन्द्र गोयल ने की, उन्होंने शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी तथा आम जनता से इन योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की।
जिलाध्यक्ष प्रहलाद कुमार सूर्यवंशी ने कहा कि “गांव के बच्चों में अपार संभावनाएँ छिपी हैं। सही मार्गदर्शन मिलने पर वे न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे समाज का स्वरूप बदल सकते हैं। शिक्षा ही समाज के विकास की सबसे बड़ी कुंजी है।”
जिला उपाध्यक्ष रामनिवास सूर्यवंशी ने अपने उद्बोधन में कहा कि “जीवन में चुनौतियाँ आएंगी, लेकिन हार मानना विकल्प नहीं। संघर्ष करने वालों की ही इतिहास में गाथाएँ लिखी जाती हैं। जिला सचिव मनोज कुमार धानिया ने कहा कि “डिग्री केवल एक कागज नहीं, बल्कि जीवन को दिशा देने वाला दीपक है। हमारा उद्देश्य युवाओं को सही दिशा देना है।”
श्री दिनेश सूर्यवंशी, तहसील अध्यक्ष ने बताया “गांवों की प्रतिभा को सही मंच और अवसर मिले, तभी विकास की कहानी पूरी होगी।”
श्री लक्ष्मीकांत हटीला, तहसील सचिव “युवा सोच में बदलाव लाना समय की आवश्यकता है। यह शिविर एक नई सोच का बीज बो रहा है।”
रिटायर्ड सैनिक श्री मालवीय ने कहा कि “अनुशासन, समय की पाबंदी और देशप्रेम से ही जीवन में सच्ची सफलता मिलती है। विद्यार्थी इन्हें अपनाएं।” सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक श्री दडिंग ने कहा कि “एक शिक्षक वही जो बच्चों के मन के सवालों को समझे और उनका समाधान करे।” श्री शांतिलाल दडिंग ने कहा कि “गांव की मिट्टी में छिपा खजाना है प्रतिभा, जिसे तराशने का यह प्रयास प्रेरणादायक है।”
शिविर में बच्चों ने खुले दिल से अपनी आकांक्षाएं साझा कीं। डॉक्टर, शिक्षक, वैज्ञानिक, प्रशासनिक अधिकारी बनने के अपने सपने सुनाए। सवाल-जवाब सत्र में उन्होंने अपने संदेह दूर किए और विशेषज्ञों से मूल्यवान सलाह पाई। इस प्रक्रिया ने ग्रामीण युवाओं में आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच का संचार किया।
श्री सुभाष दडिंग ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “यह केवल एक दिन का आयोजन नहीं, बल्कि ग्रामीण शिक्षा और जागरूकता की दिशा में निरंतर चलने वाला आंदोलन है। हमें ऐसे प्रयासों को निरंतर जारी रखना होगा ताकि हमारे गांवों का हर बच्चा उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ सके।”
“अजाक्स चला गांव की ओर” अभियान गाँव-गाँव तक ज्ञान, जागरूकता और आत्मनिर्भरता की लौ पहुंचाने का संकल्प लेकर निकला है। यह छात्र मार्गदर्शन शिविर ग्रामीण युवाओं में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उन्हें अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित करने का सशक्त माध्यम है। अंत में 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों का सम्मान किया गया ।संचालन और आभार व्यक्त सुभाष दडिंग किया।