सुभाषचन्द्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया अपना घर बालिकाओं ने योग का प्रदर्शन कर

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मन्दसौर। अंग्रेजों की गुलामी से भारत को आजादी दिलाने में अग्रणी आजाद हिन्द फौज के प्रथम युवा वीर सेनापति जिन्होंने अंग्रेजों की नाक में नकेल डाल दी थी। जिनके नाम से अंग्रेज थर्राते थे ऐसे नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की 126वीं जयंती स्थानीय सीतामऊ फाटक स्थित स्वाध्याय मंच-बालिका गृह अपना घर में बालिकाओं ने योग के तहत कठिन व्यायाम यौगिक-जौगिक दंड बैठक आदि का प्रदर्शन कर पराक्रम दिवस के रूप में मनाया। प्रशिक्षण 80 वर्षीय पतंजलि योग संगठन जिला प्रभारी योग गुरू बंशीलाल टांक ने दिया।
उल्लेखनीय है कि राजनीति, आध्यात्मिक, सामाजिक सभी क्षेत्रों में आज बेटियां पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कठिन पुरूषार्थ करते हुए अपने पराक्रम का से फौलादी मजबूत और बलवान बनने के लिये जिस प्रकार आगे बढती जा रही है इसी क्रम में अपना घर की भी सभी बच्चियां योग, जूड़ों कराटे आदि शारीरिक व्यायाम के साथ ही चित्रकला, मेहंदी आदि कलाओं में भी प्रशिक्षण लेकर अन्य बालिकाओं के लिये प्रेरणा का स्त्रोत बनी हुई है।योग प्रदर्शन से पूर्व नेताजी सुभाषचन्द्र बोस के चित्र पर सभी ने माल्यार्पण कर नमन किया।
अजय चौहान, सिया चौहान, डॉ. गुंजन मेहता, सुधा पाटीदार, हेमलता सोनी, वंदना गौड़, प्रियंका व्यास, आभा परमार, विनिता दमामी आदि उपस्थित रहे।