सरस्वती शिशु मंदिर में शिक्षा के साथ संस्कार भी दिए जाते हैं : मंत्री श्री राजपूत
राहतगढ़ सरस्वती शिशु मंदिर के वार्षिक उत्सव में शामिल हुए खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री
भोपाल :
सरस्वती शिशु मंदिर ऐसा शिक्षण संस्थान है जहां बच्चों को सुबह उठने से लेकर रात के सोने तक के मंत्र सिखाए जाते हैं, जो बच्चों के जीवन में अनुशासन और संस्कार की नींव डालते हैं। सरस्वती शिशु मंदिर में बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार भी दिए जाते हैं । यह बात खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने सागर जिले के राहतगढ़ के सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित वार्षिक उत्सव में कही।
खाद्य मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर सामाजिक शिक्षण संस्थान है, जहां बच्चों के लिए शिक्षा के साथ राष्ट्रभक्त, समाज के प्रति उनका दायित्व, वैदिक मंत्र उच्चारण तथा अनुशासन सहित शारीरिक आधुनिक तकनीकी शिक्षा दी जाती है। वार्षिक उत्सव में भी बच्चों द्वारा जो सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए उनमें भी समाज के लिए संदेश है। ऐसे शिक्षण संस्थान में पढ़ने वाले बच्चे देश में रहें चाहे विदेश में रहें, अपने माता-पिता अपने क्षेत्र तथा स्कूल का नाम रोशन करते हैं। मंत्री श्री राजपूत ने सरस्वती शिशु मंदिर परिवार तथा कार्यक्रम में पधारे बच्चों के अभिभावक तथा क्षेत्र वासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
25 लाख के ऑडिटोरियम निर्माण की घोषणा
मंत्री श्री राजपूत ने सरस्वती शिशु मंदिर प्रबंधन की मांग पर 25 लाख के ऑडिटोरियम निर्माण की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर के लिए मैं हमेशा से ही समर्पित रहा हूं, क्योंकि मेरे बच्चे भी शुरुआती दौर में सरस्वती शिशु मंदिर में ही पढ़े हैं। जो भी आवश्यकता सरस्वती शिशु मंदिर के लिए होगी उसके लिए मैं हमेशा आपके सहयोग के लिए तैयार रहूंगा। क्योंकि सरस्वती शिशु मंदिर परिवार तपस्या करके देश का भविष्य बना रहा है। कार्यक्रम में शिक्षक, विद्यार्थी एवं नागरिक उपस्थित रहे।