
किशनगढ़ ताल
ठाकुर शंभू सिंह तंवर
रतलाम क्षेत्र में रक्तदान करने को लेकर जागरूकता देखी जा रही है । यहां एक शख्स एक युवक को ओ नेगेटिव ब्लड देने सांगाखेड़ा ताल से 100 किमी लगभग दूर रतलाम पहुंचा। ब्लड देकर उसकी जान बचाई। जानकारी के अनुसार, रतलाम क्षेत्र निवासी एक मरीज को रक्त की आवश्यकता के चलते दुर्लभ ब्लड ग्रुप ओ नेगेटिव की जरूरत थी।
इस बात की जानकारी जैसे ही बरखेड़ाखुर्द के रहने वाले रामप्रसाद पांचाल उन्होने अपने हेल्पिंग हैंड्स ग्रुप & टीम के साथीयो से संपर्क किया हेल्पिंग हैंड्स ग्रुप के अलकेश पाटीदार ने अपने मित्र रक्तदाता सुनील पाटीदार से बात की केस की गंभीरता को समझते हुए सुनिल रक्तदान करने के लिए 100 किमी लगभग दूर रतलाम पहुंचे और अनजान मरीज के लिए रक्त जरूरत की पूरा किया ।
हेल्पिंग हैंड्स ग्रुप के अनिल रावल ने बताया कि ओ नेगेटिव ग्रुप का ब्लड बहुत कम लोगों में पाया जाता है। उन्होंने बताया कि जिसे भी जरुरत पड़ती है तो वह उसे अपने खर्च से ब्लड देने जाते है।
अनिल रावल ने कहा मानव सेवा करने का जज्बा रक्त दान के लिए प्रेरित करता है। सुनिल ब्लड देने के लिए अपना काम और व्यापार बंद करके जाते है। उन्होंने कहा कि ऐसे अजनबी जिनसे उनका कोई नाता नहीं उसके लिए भी अपने रक्त के साथ में समय और दान करते है।
क्षेत्र, जाति और धर्म से ऊपर उठकर राष्ट्र और मानवता के लिए खड़े होने वाले ऐसे सेवक से हमारे क्षेत्र की पहचान है। सांगाखेड़ा में ओ नेगेटिव ब्लड ग्रुप के दो ही युवक है।
इनकी रही सराहनीय भूमिका : रामप्रसाद पांचाल, अलकेश पाटीदार, राकेश पाटीदार, नागेश्वर पाटीदार, शांतिलाल पाटीदार, अक्षांश मिश्रा, दीपक पाटीदार, हेमंत पाटीदार, मनोज नायक