कई शहरों का अधिकतम ताप मान 48 डिग्री सेल्सियस के पार जा सकता है? -ज्योतिषाचार्य विवेक नागर
रोहिणी नक्षत्र में सूर्य का प्रवेश 25 मई से नौतपा शुरू हो गया जो 2 जून तक चलेगा। नौतपा के इन 9 दिन जबरदस्त गर्मी पड़ेगी
ताल –शिवशक्ति शर्मा
प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पौराणिक विवेक नागर (छोटा गुरु )के मुताबिक सूर्य 25 मई को रात 3 बजकर 17 मिनट पर ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि को कृतिका से रोहिणी नक्षत्र में दाखिल हो गया है और 8 जून तक रात 1 बजकर 6 मिनट तक इसी नक्षत्र में रहेंगे। सूर्य के रोहिणी में प्रवेश के पहले 9 दिनों को नौतपा के नाम जाना जाता है।पौराणिक विवेक बताते है कि नौतपा में पृथ्वी और सूर्य काफी नजदीक आ जाते हैं। इस समय रोहिणी की शुभता और कोमलता पर सूर्य के अग्नि तत्व का असर पड़ता है। सूर्य की रोशनी सीधे लम्बवत पड़ने से पृथ्वी पर गर्मी में तेजी आ जाती है। इस बीच अगर नौतपा के दौरान बारिश हो जाती है तो उसे नौतपा का गलना कहा जाता है। पं. नागर का कहना है कि इस बार नौतपा से पहले 28 अप्रैल को शुक्र और 7 मई को गुरु ग्रह अस्त हो गए हैं। अब सूर्य के साथ शुक्र भी रहेंगे। रोहिणी नक्षत्र का स्वामी ग्रह चन्द्रमा है। सूर्य के साथ शुक्र भी वृषभ राशि में होंगे। शुक्र एक रस प्रधान ग्रह है। इसलिए वह गर्मी से राहत भी दिलवाएगा। इसकी वजह से देश में कई इलाकों में तेज हवाएं और आंधी तूफान के साथ बारिश होने के भी आसार बन रहे हैं।ज्योतिषीय गणना के हिसाब से अगर नौतपा के सभी 9 दिन पूरी तरह से तपे तो यह अच्छी बारिश का संकेत होता है। अब सूर्य 8 जून को आधी रात तक रोहिणी नक्षत्र में रहेंगे। रोहिणी नक्षत्र का अधिपति ग्रह चन्द्रमा है जो शीतलता का प्रतीक है। जबकि सूर्य को तेज और प्रताप का प्रतीक माना गया है। सूर्य जब चन्द्र के नक्षत्र रोहिणी में प्रवेश करता है तो वह रोहिणी को अपने प्रभाव में ले लेता है। ग्रहों में भी अस्त-व्यस्तता हो जाती है। इसी वजह से तापमान में वृद्धि हो जाती है। तापमान बढ़ जाने के कारण ही मौसम में तब्दीली होती है। आंधी और तूफान आने की संभावना प्रबल होती हैं।