ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रही नगर में जल व्यवस्था
राजू पटेल
कुकडेश्वर -नगर परिषद कुकड़ेश्वर में वर्तमान में इस भीषण गर्मी में नगर के सभी स्रोतों में पानी की कमी होने से नगर में जल समस्या विकराल रूप लेती नजर आ रही है। वहीं नगर परिषद भी इस भीषण गर्मी में मूलभूत सुविधा देने में नाकाम साबित होकर अभी तक कोई भी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई मात्र 50 टैंकरों से नगर की करीबन 15 से 20 हजार की आबादी को चार दिन में एक दिन जल सप्लाई कर अपनी जवाब दारी से पल्ला झाड़ रही है। जबकि नगर में जल समस्या दिसंबर जनवरी माह से ही प्रारंभ हो गई थी उसके बाद भी नगर परिषद द्वारा कोई ठोस कदम ना उठाकर आम जन को मूलभूत सुविधा से निजात दिलाने के लिए कोई विशेष पहल नहीं की गई मुख्यमंत्री जल आवर्धन योजना भी अभी तक शुरू नहीं की गई जबकि लाखों रुपए शासन के खर्च होने के बाद भी उक्त योजना का अभी तक कोई लाभ आम जनता को नहीं मिला
सत्ता पक्ष की नगर परिषद होते हुए भी आमजन को पानी के लिए दर दर की ठोकरे खाना पड़ रही है एवं प्राइवेट टैंकरों से पानी डलवाने पर मजबूर होना पड़ रहा है वह भी समय पर उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।नगर परिषद के जिम्मेदारों को इस और ठोस कदम उठाकर मुख्यमंत्री जल आवर्धन योजना की जो लाइन कंप्लीट हो चुकी है शीघ्र ही उसका पानी नगर में लाया जाए तो आम जन को पानी की समस्या से निजात मिल सकता है। वैसे नगर परिषद द्वारा जो जल सप्लाई किया जा रहा है वो ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो कर उसमें भी समानता नहीं रखी जा रही है कहीं तो दो दिन छोड़कर जल सप्लाई हो रहे हैं और कहीं चार दिन छोड़कर वह भी मात्र 10 मिनट जल सप्लाई होती है। नगर में कहीं जगह जल सप्लाई के दौरान पानी व्यर्थ ढुलता है तो कहीं नलों से दो बूंद पानी भी नहीं टपकता जल सप्लाई की व्यवस्था नगर में पूरी तरह चरमाई हुई है। नगर परिषद के अध्यक्ष के वार्ड के एक और तो पानी भरपूर मिल रहा वहीं दूसरी और नई गली, गणेश मंदिर से लेकर रावला चौक एवं नाहटा गली में तो बड़ी ही दयनिय स्थित है जल सप्लाई के दौरान चौथे रोज मात्र 10 मिनट नल दिये जाते हैं जो कि दो सो लीटर पानी भी आम उपभोक्ता को नहीं मिल पाता है। इस प्रकार से नगर की जनता मूलभूत सुविधा पेयजल समस्या को लेकर बड़ी परेशान है नगर परिषद शिघ्र रही जल व्यवस्था को सुधार कर आमजन को मुलभुत सुविधा उपलब्ध करवायें अन्यथा कभी भी नगर की जनता का सब्र का बांध आक्रोश के रूप में नगर का परिषद के खिलाफ फूट सकता है जिसकी समस्त जवाबदारी नगर परिषद के जवाबदारों की रहेगी।