मौसम में हुआ बदलाव,धीरे धीरे ठंड यौवन अवस्था कि ओर बढ़ने लगी

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रात के साथ दिन में भी देखने लगा ठंड का अहसास
मंदसौर। जिस तरह इन मौसम में प्रकृति में परिवर्तन होता है उसी तरह हमारे शरीर और मन-मस्तिष्क में भी परिवर्तन होता है। प्राचीनकाल से शरद पूर्णिमा को बेहद महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है। शरद पूर्णिमा से हेमंत ऋतु की शुरुआत होती है। शीत ऋतु दो भागों में विभक्त है। हल्के गुलाबी जाड़े को हेमंत ऋतु का और तीव्र तथा तीखे जाड़े को शिशिर नाम दिया गया है। यह दिसंबर से लगभग 15 जनवरी तक रहती है।जिसका असर फरवरी माह तक देखने को मिलता है। सितंबर माह से प्रारंभ हुई शरद ऋतु अपने अंतिम पड़ाव कि और वही ठंड योवन अवस्था कि और बढ़ कर शिशिर ऋतु में प्रवेश करने वाली है। ऐसे में ठंड का असर भी दिखने लगा है। दिन में तेज धूप रहने से गर्मी महसूस होती थी लेकिन रात में ठंड बढ़ जाती थी। छठ बाद तो ठंड ने जैसे जोर ही पकड़ लिया है। शाम होते ही ठंड बढ़ जाती है जो सुबह 8- 9 बजे तक ठंड अहसास रहता फिर दिन भर सुहानी गर्मी रहती है। जिले में ठंड ने असर दिखाना शुरू कर दिया है, रातें सर्द होने लगी है। वहीं दिन के तापमान में भी गिरावट आई है।
जिले में बुधवार को न्यूनतम तापमान 13 डिग्री और अधिकतम तापमान 29 डिग्री के आसपास रहा। मौसम विभाग की मानें तो आगे तीन चार दिनों में तापमान में करीब 1-2 डिग्री की न्युनतम तापमान में गिरावट आएगी। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तरी हवाओं के कारण रात में गुलाबी सर्दी के साथ-साथ दिन में भी हल्की ठंडक का अहसास होने लगा है। लेकिन पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण एक बार फिर उत्तरी हवा आना कम हो गई है, ऐसे में सर्दी का असर फिर थोड़ा कम है। अगले दो तीन दिन भी न्यूनतम तापमान में बहुत ज्यादा गिरावट की उम्मीद नहीं है। इंदौर-उज्जैन संभाग के कई जिलों में 26-27 नवंबर को हल्की बारिश हो सकती है, जबकि 27-28 नवंबर को भोपाल सहित पश्चिम मध्य प्रदेश में बारिश की संभावना है। प्रदेश में हर दिन ही मौसम बदल रहा है।
मध्य प्रदेश में आगामी पांच दिन बाद प्रदेश के कई हिस्सों में मावठा गिरने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत से एक्टिव होने वाले वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर मध्य प्रदेश में होगा, जिससे 26 से 28 नवंबर के बीच इंदौर, भोपाल और उज्जैन संभाग के कुछ जिलों में हल्की बारिश हो सकती है. मौसम विभाग का अनुमान है कि दिसंबर के पहले सप्ताह से प्रदेश में कड़ाके की सर्दी पड़ेगी. मौसम केंद्र के फोरकास्ट इंचार्ज डॉ. वेदप्रकाश सिंह के अनुसार 25 नवंबर को उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस पहुंच रहा है। मौसम विभाग को अब तक मिले संकेतों से यह बहुत स्ट्रॉन्ग है, इसका असर मध्य प्रदेश में भी होगा. मौसम विभाग का अनुमान है कि इस सिस्टम की वजह से 26-27 नवंबर को इंदौर-उज्जैन संभाग के कई जिलों में हल्की बारिश हो सकती है, जबकि 27-28 नवंबर को भोपाल सहित पश्चिम मध्य प्रदेश में बारिश की संभावना है. इधर बीते सप्ताह भर से प्रदेश में लगभग हर दिन ही मौसम का मिजाज बदल रहा है. जहां बीते सप्ताह दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही थी, वहीं अब दोबारा दिन के तापमान में बढ़ोतरी हो रही है।