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ताल –शिवशक्ति शर्मा
आलोट विधानसभा क्षेत्र से अब चतुष्कोणीय मुकाबला होना तय माना जा रहा है। कांग्रेस ने अपने अधिकृत उम्मीदवार मनोज चावला को टिकट दिया है जो स्थानीय है। ठीक इसके विपरित कार्यकर्ताओं का सम्मेलन बुलाकर कांग्रेस के बागी उम्मीदवार प्रेमचंद गुड्डू ने निर्दलीय प्रत्याशी का फार्म भरने की घोषणा कर दी है जो बाहरी है। वही दूसरी ओर भाजपा ने चिंतामणि मालवीय को टिकट दिया है जो बाहरी है।ठीक इसके विपरित भाजपा के अधिकांश कार्यकर्ताओं ने स्थानीय उम्मीदवार के रूप में रमेश मालवीय को निर्दलीय चुनाव लड़ाने की कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में हर संभव सहयोग देकर चुनाव लड़ाने की घोषणा कर दी है जो स्थानीय उम्मीदवार हैं।इस प्रकार आलोट विधानसभा चुनाव रोचक बन गया है क्योंकि अब पार्टी उम्मीदवार नेपथ्य में चले गए हैं और मुख्य मुकाबला निर्दलीय प्रत्याशियों में ही होना माना जा रहा है। निर्दलीय प्रत्याशी अधिकृत प्रत्यशियों पर भारी दिखाई दे रहे हैं।एक सर्वे के मुताबिक मतदाता भी अपनी स्पष्ट राय व्यक्त नहीं कर रहे हैं।अब तो समय ही बताएगा कि राजयोग किसकी किस्मत में लिखा है जो भविष्य के गर्भ में छिपा है।जो तीन दिसंबर को ही स्पष्ट होगा। सूत्रों की मानें तो सम्पन्न उम्मीदवार पैसा पानी की तरह बहा रहे हैं! वावजूद इसके मतदाता क्या निर्णय लेता है इसकी कोई थाह नहीं है। वर्तमान में आलोट विधानसभा सीट प्रदेश स्तर पर चर्चा में है ओर सबकी निगाहें टिकी हुई है कि आखिर
ऊंट किस करवट बैठेगा। शहरी मतदाताओं का तो रूझान समझ में आता है किंतु ग्रामीण मतदाताओं का रूझान भ्रमित करने में आता है।कारण स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि चुनाव परिणाम ग्रामीण क्षेत्रों पर ही निर्भर है।