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✍️राजेन्द्र देवड़ा पत्रकार
आलोट विधानसभा में इस बार फिर स्थानीय वर्चस्व बहारी उम्मीदवार के बीच टक्कर होने वाली है एक तरफ जहां कद्दावर कांग्रेसी विधायक मनोज चावला है, तो दूसरी तरफ पूर्व सांसद चिन्तामण मालवीय मैदान में है । स्थानीय उम्मीदवार की मांग दोनो प्रमुख पार्टियों में उठती रही है। कांग्रेस व्दारा एक बार फिर स्थानीय उम्मीदवार मनोज चावला को टिकट देकर मनोज चावला को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं पूर्व सांसद चिन्तामण मालवीय भी इस लोकसभा क्षेत्र के विधानसभा आलोट में 5 साल से सांसद रहे परन्तु कोई सौगात या विकास उनके नाम नही होने और निस्किय सांसद होने के कारण पिछ्ले लोकसभा चुनाव में टिकट नही मिलने पर लुपलाईन में रहे..आलोट विधायक मनोज चावला की एक बड़ी टीम है और किसानो तथा जनता में वे व्यवहारिक होने के नाते खासे लोकप्रिय भी रहे… इस बार चूंकि दोनों ही प्रमुख पार्टियों में स्थानीय दावेदार की मांग उठाई गई थी जो कांग्रेस ने मनोज चावला को चुनाव मैदान में उतारा वही भाजपा ने उज्जैन के चिन्तामण मालवीय जोकि इस विधानसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद रहे को चुनाव मैदान में उतारा है… जाहिर है मुकाबला कोई खास नही होने वाला है। अब मतदाता को यह तय करना मुश्किल हो सकता है कि वे किसका साथ दें, क्योंकि एक तरफ स्थानीय उम्मीदवार दुसरी तरफ बहारी उम्मीदवार है जिनकी इस विधानसभा में सक्रियता भी कुछ खास नही रही है… अब स्थानीय उम्मीदवार मनोज चावला और भाजपा के पूर्व सांसद चिन्तामण मालवीय अपने-अपने स्तर पर आलोट विधानसभा के लोगों को मनाने के साथ-साथ क्षेत्रीय जनता से लेकर पार्टी संगठन को अपनी ओर करने में ताकत झोकेंगे