कर्मचारी संघमंदसौरमंदसौर जिला

अध्यापकों ने वरिष्ठता एवं पुरानी पेंशन बहाली के लिए भोपाल में तिरंगा रैली निकली,

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मंदसौर जिले सहित प्रदेश भर के एक लाख से अधिक अध्यापकों ने किया महाप्रदर्शन


मन्दसौर। ’नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता एवं पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर प्रदेश भर के एक लाख से अधिक भोपाल में जूटे और महाप्रदर्शन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री के नाम मांगों का ज्ञापन भी दिया गया।
एनएमओपीएस के प्रांतीय महामंत्री एवं रास के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री गजराज सिंह सिसोदिया ने कहा कि यह संघर्ष का अंतिम दौर है इस अंतिम दौर में हमने पूरी ताकत के साथ माननीय मुख्यमंत्री जी के समक्ष अपनी बात को रखी है हम नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता और पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहे हैं क्योंकि हम कर्मचारी 1998 से नियुक्त है, तो वही आईएफएमएस पोर्टल 1 जुलाई 2018 से नियुक्त बता रहा है जिससे हमारी 20 वर्षों की सेवा शून्य हो रही है और जब तक हमें नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता नहीं मिलेगी तो उससे हमें कई नुकसान है जैसे ग्रेच्युटी नहीं मिल पाना पदोन्नति नहीं हो पाना क्रमानती नहीं मिल पाना समयमान वेतनमान नहीं मिल पाना आदि आर्थिक रूप से अध्यापक जगत को बहुत बड़ी हानि है।
उज्जैन संभागीय उपाध्यक्ष चंद्रप्रकाश जैन ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री जी ने हमेशा से कर्मचारी हितों की बात करते हैं उन्हें अपना छोटा भाई कहते हैं तो उनसे अनुरोध है राज्य शिक्षा सेवा के गठन में जो विसंगतियां रह गई थी उसे दूर करें और पुरानी पेंशन को बहाल करें जो बुढ़ापे का आधार है एनपीएस में  सेवानिवृत अध्यापक शिक्षक साथियों को मात्र 1500 से 2000 रू. मासिक पेंशन बन रही है जिसमें गुजर बसर संभव नहीं है हमें वही पुरानी पेंशन चाहिए और उसे पुरानी पेंशन को प्राप्त करने के लिए नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता भी हमें चाहिए।
जिला संयोजक अनिल सांखला ने बताया कि मांगों को लेकर भोपाल में अध्यापकों ने एकजूट होकर विशाल प्रदर्शन किया। सरकार के हाथ में हे कि इस प्रदर्शन को सकारात्मक रूख देना है या नकारात्मक। मुख्यमंत्री द्वारा हर वर्ग की मांगों को पूरा किया जा रहा है तो देश का भविष्य बनाने वाले अध्यापकों की मांगे क्यों पूरी नहीं कर कर रहे है। हम अध्यापक केवल आपसे नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठ के साथ पुरानी पेंशन की मांग कर रहे हैं एनपीएस योजना जहर के समान  है जहां आज सेवानिवृत्त अध्यापक शिक्षक को जीवन यापन हेतु इतना भी नहीं मिल पा रहा है कि अपनी रोजमर्रा की गोली दवाई खरीद सके या बुढ़ापे में अपना इलाज करवा सके, इसलिए नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठ के साथ हमारी पुरानी पेंशन बहाल करनी होगी। इस महाआंदोलन में  मंदसौर जिले के 5000 अध्यापक शिक्षक साथी अपने-अपने वाहनों एवं बसों से ट्रेन से भोपाल पहंुंचे।  हाथ में तिरंगा झंडा लिए हुए मातृ शक्तियों कर्मचारी बहनों ने भी इस आंदोलन में बढ़चढ़ कर भाग लिया।
इस अवसर पर कीर्तिपाल सिंह सिसोदिया, ओम प्रकाश चौहान, राजेंद्र मेडतवाल, शांतिलाल दडिंग,  गोपाल सिंह आंजना, हरीश कुमार परिहार, विजय जोशी,  शिवनारायण परिहार,  अमजद कादरी, सकलेन मंसूरी, अनिल जैन, राकेश पवार, कारुलाल फरक़्या, जुझार लाल चौहान,  विनोद चौहान, छविराज सिंह शक्तावत, श्रीमती मीनाक्षी परमार, श्रीमती शांता कुमावत, श्रीमती साधना श्रीवास्तव, श्रीमती विभा सहाय गोड़, श्रीमती सुनीता शर्मा, श्रीमती शशि कला मेमोरिया, श्रीमती ज्योति चौहान, श्रीमती शबाना मंसूरी, श्रीमती रेणुका आचार्य, जितेंद्र ठाकुर,  कैलाश चंद्र गुप्ता, हितेश धनोतिया, बलवंत चढ़ावत, गोपाल सुनार्थी, प्रदीप कुमार जाटव, मनोहर झावा, मोहम्मद इलियास अंसारी, सुनील बाकरियां,  प्रतिभा भटनागर, ज्योति दुबे, सुश्री चित्रलेखा ठाकरे,  श्रीमती मोनिका भटनागर, श्रीमती संजीवनी शिंदे, श्रीमती रचना आर्य,  गोविंदराम गहलोत, पंकज कुमार गहलोत, रामचंद्र मालवीय, रघुवीर सिंह सिसोदिया, गेंदालाल शर्मा,  दशरथ सिंह सोलंकी,  प्रहलाद खटोड़, आशीष बंसल, किरण कुमार वर्मा,  प्रदीप पवार, प्रहलाद गुप्ता,  विजय सिंह पुरावत,  अरुण कमठान,  अनिल दायमा, दीनदयाल बैरागी, प्रहलाद टांक सहित विभिन्न ब्लॉकों के हजारों अध्यापक साथी उपस्थित थे। उपरोक्त जानकारी जिला उपाध्यक्ष कीर्तिपाल सिंह सिसोदिया ने दी है।

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