सुवासरा विधानसभा का सियासी संग्राम बीजेपी कांग्रेस आमने-सामने, जाति समीकरण अहम भूमिका में, कांग्रेस को जिताऊ चेहरे कि तलाश
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सुवासरा । मध्य प्रदेश विधानसभा आम चुनाव 2023 के अंतिम दिनों में होना है प्रदेश की राजनीति का सियासी पारा भी हाई वोल्टेज का रूप ले चुका है प्रदेश में कांग्रेस पार्टी विधानसभा चुनाव जीतने के लिए जबलपुर से विजयी शंखनाद का उद्घोष कर चुकी है कांग्रेस पार्टी पांच हम वादों के साथ चुनावी मैदान में उतर चुकी है प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ लगातार प्रदेश में दौरे कर रहे हैं हाल ही में जिले के पिपलिया मंडी में कमलनाथ ने एक विशाल किसान सम्मेलन को संबोधित कर जिले के नेताओं की राजनीति सक्रिय कर चुके हैं
सुवासरा विधानसभा का सियासी संग्राम पांच महीनों पहले-
मंदसौर संसदीय क्षेत्र का एक मुख्य निर्वाचन क्षेत्र सुवासरा विधानसभा सीट 226 दोनों ही दलों के लिए महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आ रही है सुवासरा विधानसभा का सियासी संग्राम विधानसभा चुनाव के पांच महीनों पहले ही विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिल रहा है 2018 विधानसभा आम चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने सुवासरा सीट पर 45.3 प्रति.वोट हासिल करके जीत दर्ज की थी वहीं भारतीय जनता पार्टी को सिर्फ 44.86प्रतिशत हासिल हुए थे जिसमे भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार की हार हुई थी। कांग्रेस पार्टी से टिकट के दावेदार अपने पक्ष में माहौल बनाने में लगे हुए हैं वही कांग्रेस पार्टी में टिकट के दावेदारों की एक लंबी लिस्ट तैयार हैं
जातिगत समीकरण को अहम भूमिका में-
सूत्रों की माने तो सुवासरा विधानसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी सर्वे सहित जातिगत समीकरण को अहम भूमिका में मानकर चुनाव मैदान में उतर सकती है प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ भी जिताऊ उम्मीदवार की तलाश कर रहे हैं सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कमलनाथ भी सुवासरा सीट पर जिताऊ चेहरे को मौका दे सकती हैं कांग्रेस पार्टी सुवासरा विधानसभा सीट को जीतने के लिए पूरी तैयारी के साथ लगी हुई हैं ।क्षेत्रीय कांग्रेस पार्टी से टिकट के दावेदार कमलनाथ के पास पहुंच कर अपनी-अपनी दावेदारी मजबूत करने में लगे हुए ।
सुवासरा विधानसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी के संबंधित टिकट दावेदार पीरुलाल डपकरा श्याम सिंह चौहान ओम सिंह भाटी राकेश पाटीदार निर्मल फरक्या सहित आदि दावेदारो ने कमलनाथ के पास पहुंच कर अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर चुके हैं । विश्वसनीय सूत्रों के आधार पर कांग्रेस पार्टी सुवासरा सीट पर जातीय समीकरण को देखते हुए पोरवाल समाज एवं सोंधिया राजपूत समाज से विधानसभा उम्मीदवार घोषित कर सकती है । 1962 में अस्तित्व में आई सुवासरा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक 226 में कई बड़े नेताओं ने विधानसभा का नेतृत्व किया 1962 से 2008 तक विधानसभा क्षेत्र एससी वर्ग के लिए आरक्षित रहा सन 2008 के चुनाव के बाद विधानसभा 226 को सामान्य घोषित किया गया।
जानकारी के अनुसार 1962 से सन 2020 तक सुवासरा विधानसभा क्षेत्र में कुल 14 बार विधानसभा चुनाव संपन्न हुए जिसमें से कांग्रेस पार्टी ने 6 बार जीत दर्ज की वही जनसंघ भारतीय जनता पार्टी ने 7 बार जीत दर्ज की सुवासरा विधानसभा सीट का अपना एक गौरवशाली इतिहास रहा है ।