जिनका विवाह नहीं हो रहा उनका विवाह 6 माह में हो जाएगा पं.भीमाशंकर जी ने बताया ये उपाय पढिए
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गरीब हो या अमीर, राजा हो या रंक,,सब का अंत एक समान होता -पं. भीमाशंकरजी शास्त्री
कुचड़ौद । (दिनेश हाबरिया)।धन कमाना, पद पाना, प्रतिष्ठा पाना बहुत सरल है। पर सरल रहकर जीवन जीना कठिन है। आप सरल रहना भगवान जरूर मिलेंगे। सीता राम लक्ष्मण की कृपा सरल लोगों को मिलती है। जटिल लोगों को राज प्रतिष्ठा जरूर मिल जाती। पर प्रभु नहीं मिलते।यह बात ग्राम जोगी खेड़ा में आयोजित भागवत कथा के तीसरे दिन पंडित भीमाशंकर शर्मा (शास्त्री) ने कही।
आपने बताया गरीब हो या अमीर, राजा हो या रंक सब का अंत एक समान होता है। आजकल झूठी शान के लिए मारामारी चल रही है। आमिर चना खाता है, तो कहते हैं शौक से खा रहा। वहीं चना गरीब खाता है, तो कहते है भूखा मर रहा है। इसलिए खा रहा। इंसान को सादा जीवन एवं उच्च विचार वाला होना चाहिए। सादगी सरलता ही आभूषण होना चाहिए।
आपने भागवत कथा के दौरान वाराह अवतार, नरसिंह अवतार, मनु सतरूपा की कथा विस्तार से समझाई। आपने कहा मंदिर जाने वाले को कभी नहीं रोकना चाहिए।
आपने सनातन संस्कृति पर प्रकाश डालते हुए बताया, राखी का बंधन सनातन संस्कृति वाले से ही करना। अन्य संस्कृति वाले को राखी नहीं बांधे। क्योंकि आजकल परिणाम गलत आ रहे हैं। लव जिहाद की घटनाएं बढ़ रही है।
पंडित शास्त्री ने पति धर्म को सर्वोपरि बताते हुए कहा, जो पत्नी पति के पैर नहीं छूती, पति के धोग नहीं देती वह किसी भी गुरु के पैर छू ले फल नहीं मिलता है। इसलिए गुरु से पहले पति के पैर छुए।
व्यासपीठ से पति के धोक देने का आह्वान किया, तो महिलाओं ने पंडाल में उपस्थित अपने पतियों के पैर छुए, पति का आशीर्वाद लिया। तो पंडाल में उपस्थित धर्म प्रेमी जनता ने पतिव्रता पत्नियों का करतल ध्वनि से स्वागत किया। आपने कहा पति ही परमेश्वर है। बताया कभी भी पत्नी को पति की आज्ञा की अवहेलना नहीं करना चाहिए। पत्नी की मांग के सिंदूर से पति की आयु बढ़ती है। पति की मृत्यु के बाद पति की स्थापना परमात्मा में कर देना। वैधव्य पत्नी भी परमात्मा को पा लेगी।
जिनका विवाह नहीं हो रहा उनका विवाह 6 माह में हो जाएगा दिखिए उपाय –
आपने बेटे बेटियों के विवाह में देरी हो रही एवं बेटा बेटी मांगलिक हो तो उसके लिए उपाय बताते हुए पंडित शास्त्री ने कहा। पांच मंगलवार को सूर्योदय से पहले खोपरा के गोले की डिग्री लगाकर उसमें शक्कर एवं आटा बराबर मात्रा में, देसी गाय की दो बूंद देसी घी, मिलाकर गोले का ढक्कन लगाकर गांव से दक्षिण दिशा में सुबह उठकर, बिना हाथ मुंह धोए, बिना बोले झाड़ के नीचे गाड़ कर, वापस बिना पीछे देखे पूजा स्थल आ जाना। यह क्रिया 5 मंगलवार तक करना। अगर बेटा बेटी गांव से बाहर हो तो माता या पिता को 7 मंगलवार तक यही क्रिया करना। 6 महीने के भीतर सगाई होकर शादी हो जाएगी।
व्यासपीठ से पंडित शास्त्री ने उपाय बताया तो पंडाल में कन्हैया लाल पिता गोपाल विश्वकर्मा निवासी काकरवा बालाजी ने उठकर बताया, यह क्रिया मैंने की। तीन मंगलवार बीतने के बाद ही मेरी शादी हो गई। इस उपाय का प्रतिफल मुझे मिला।
कथा श्रवण के लिए गांव सहित अंचल के सैकड़ों भक्त पहुंचे। कथा प्रतिदिन 12:00 से 3:00 तक हो रही।