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पत्रकारिता एवं साहित्य जगत के भीष्म पितामह प्रकाश मानव पंचतत्व मे विलीन
नीमच/शहर के प्रतिष्ठित एवं प्रथम अखबार नई विधा के संस्थापक श्री प्रकाश जी मानव सुपुत्र स्वर्गीय श्री कांतिलाल एम. जैन का गत दिवस 86 वर्ष की आयु में स्वर्ग स्वर्गारोहण हो गया वे पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे। परिजनों ने यथा संभव उनका उपचार कराया एवं मन से उनकी सेवा सुषुशा की परंतु उन्हें नहीं बचाया जा सका ।
श्री मानव भीड भंजन पार्श्वनाथ जेन मंदिर के पूर्व अध्यक्ष एवं चित्तौड जैन गुरुकुल की कार्यकारिणी के भी सदस्य रहे। हंसमुख, विन्रम, परोपकारी, धार्मिक योगदान एवं सामाजिक व्यक्तित्व के धनी श्री मानव, जीवन के अंत तक मानवीय कार्यों के लिए समर्पित रहे उन्होंने हैदराबाद स्थित अल कबीर कत्ल खाने को बंद करने के लिए सर्वप्रथम नीमच से पहल की ! मन, वचन काया से समर्पित श्री मानव ने जैन समाज मे कई क्रांतिकारी कार्य कर समाज को शिखर पर पहुचाया
उल्लेखनीय है कि श्री प्रकाश मानव की सुपुत्री चित्रा मानव (वर्तमान में साध्वी मृदुपूर्णा श्रीजी महाराज सा.) ने वर्ष 1984 में जैन भगवती दीक्षा ग्रहण कर समाज एवं क्षेत्र का नाम रोशन किया था !
श्री मानव ने बचपन से प्रख्यात साहित्यकार श्री शिव नारायण गौड के सानिध्य में अपना पत्रकारिता एवं साहित्य का जीवन प्रारंभ किया एवं जीवन में उच्च आदर्शों का पालन किया और लगभग 50 वर्ष पूर्व प्रख्यात समाचार पत्र नई विधा का प्रकाशन प्रारंभ किया और उसे बुलंदियों पर पहुंचाया। श्री मानव ने साधु साथियों के वैयावच्य में भी अंत तक महती भूमिका निभाई। क्षेत्र में पत्रकारिता एवं सामाजिक उत्थान में उनका अप्रतिम सदैव याद किया जाएगा। श्री मानव एक छोटे से बच्चे से लेकर हर उम्र के व्यक्ति में सरल हृदय से घुल मिल जाते थे 14 वर्ष की आयु में ही क्षेत्र में सर्वप्रथम ज्ञानोदय मुद्रणालय के नाम से बही खाते एवं अन्य स्टेशनरी के मुद्रण हेतु इस संस्थान की क्षेत्रवासियों को अनुपम सौगात दी। और आज भी इस क्षेत्र में उनका प्रमुख नाम है !
आदरणीय प्रकाश जी मानव का परिश्रम, त्याग समर्पण और सतत साधना आज की पीढी के लिए प्रेरणादायी है। उन्होंने आजीवन खादी वस्त्रो का इस्तेमाल किया और आमजन को भी इसके लिए प्रेरित किया ! श्री मानव ने देश से कई प्रमुख जैन तीर्थ की यात्रा की एवं उग्र तपस्या भी की।
श्री मानव पुखराज, प्रेम प्रकाश, इंद्रराज, अजीत सुशील, कमल, अभय, विमल, पारस, राकेश पगारिया के बड़े भ्राता चि. राजेश मानव सो कां रेणुका सो. कां. शैलबाला के पूजनीय पिताजी एवं चि. सुयोग मानव के दादाजी थे। आज प्रातः भगवती प्लाजा स्थित उनके निवास से निकली उनकी अंतिम यात्रा में शहर के प्रबुध्द जनों, समाजसेवी, रिश्तोदारो एवं ईष्टमित्रो ने भाग लेकर उनको अंतिम विदाई दी।
मुक्तिधाम पर आयोजित शोक सभा में भीडभांजन पारस जैन मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री अनिल नागौरी, सचिव मनीष कोठारी, विधायक दिलीप सिंह परिहार, मनोहर सिंह लोढा अखेसिंह कोठारी जम्बू कुमार जैन, अग्रवाल समाज अध्यक्ष ओमप्रकाश बंसल, आर.वी. गोयल, समाजसेवी सुरेश जैन (मोडी), साधुमार्गी जैन संघ के अध्यक्ष अजीत चेलावत, संतोष चोपड़ा, वरिष्ठ पत्रकार सुरेन्द्र सेठी, राजेंद्र जारोली, राजमल छाजेड, साहित्यकार महिपाल सिंह चौहान, सुभाष ओझा,
धर्मेंद्र शर्मा, अख्तर अली शाह अनंत जिला पंचायत सदस्य तरुण बाहेती, जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौरसिया, शरद जैन जिनकुशल, एडवोकेट विजय शंकर शर्मा, महेंद्र चौधरी गुड्डू नेमीचंद चौरडिया, किशोर जेवरिया, प्रमोद गोधा, वीरेंद्र सिंह चौरडिया, प्रकाश चौधरी (आकर्षण), प्रहलाद मुंदडा, प्रो. राधेश्याम वर्मा, भगत वर्मा, सुरेश पोरवाल, मुकेश संघई, सुभाष बाफना, नितिन फरक्या (पिपलियामंडी) गेंदमल पामेचा, पारस नागौरी, अंकुर लोढा, पारस लसोड, सुरेश पोरवाल, सतीश नांगला जावद, विमल दाम रोदिया, जिनेंद्र डोसी, जिनेंद्र सुराणा, शौकीन चौधरी, धर्मेंद्र बीकानेरीया, अर्जुन नरेडी, इलियास कुरैशी, साबिर मसूदी, त्रिलोक शर्मा अरुण मारू (निंम्बाहेडा), ओम प्रकाश सोनी (मंदसौर) मनोज अग्रवाल (चित्तौड़गढ) एवं वीरेंद्र सिंह धाकड (इंदौर) ने दिवंगत आत्मा के प्रति हार्दिक श्रद्धा सुमन व्यक्त किया।
उल्लेखनीय है की दुख के इन क्षणो मे भी परिजनों ने दिवंगत श्री मानव के लायंस क्लब नीमच सेंट्रल के माध्यम से उनके नेतदान करकर परोपकार का कार्य किया। जिनका उठावना आज दिनांक 24 मई 2024 शुक्रवार प्रात 10:00 बजे सी.एस. अग्रोहा भवन नीमच पर रखा गया है !