समाचार नीमच मध्य प्रदेश से 5 दिसंबर 2022

विशेष पिछडी जनजातियों के मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में जोडे जावेगें
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने दिये निर्देश
नीमच 5 दिसम्बर 2022, जिले में निवासरत विशेष पिछडी जनजतियों के पात्र मतदाता के नाम मतदाता सूची में जोडे जाने से वंचित न रहे। इसके लिए विशेष पिछडी जनजाति बहुल क्षेत्रों में अनिवार्य रूप से बीएलओं पात्र मतदाताओं से सम्पर्क कर, उनके नाम जोड़ने की कार्यवाही अनिवार्य रूप से करें। इसके लिए जिले में जनजातीय कार्य विभाग के कर्मचारियों को भी बीएलओं की सहायता के लिए नियुक्त किया जायेगा।
मुख्य निर्वाचन पदधिकारी म.प्र.श्री अनुपम राजन ने निर्देश दिए है,कि विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2023 में पिछडी जनजतियों के नाम मतदाता सूची में शत-प्रतिशत दर्ज करवाए जाये। इस वर्ग की पृथक से सूची संधारित की जाये। उनके घर-घर जाकर फार्म भरवाएं तथा इनका फोटो अन्य दस्तावेज मोबाईल से गरूड एप का उपयोग किया जाये, ताकि उन्हे किसी प्रकार का व्यय न करना पडे।
जिला संयोजक जनजातीय कार्य श्री राकेश राठौर ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी म.प्र.के निर्देशों के परिपालन में जिले के जनजातीय वर्ग के नागरिकों से अपने क्षेत्र के बीएलओं से सम्पर्क कर मतदाता सूची में नाम जुडवाने की अपील की है।श्री राठौर ने बताया, कि विशेष पिछडी जनजतियों के क्षेत्रों में तैनात बीएलओं भी आयोग के निर्देशानुसार इस वर्ग के मतदाताओं के नाम अनिवार्य रूप से दर्ज करेगें।
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डिप्टी कलेक्टर सुश्री करोठिया ने परियोजना अधिकारी डूडा का पदभार सम्भाला
नीमच 5 दिसम्बर 2022,डिप्टी कलेक्टर सुश्री आंकाक्षा करोठिया ने शहरी विकास अभिकरण नीमच के परियोजना अधिकारी का पदभार ग्रहण कर लिया है। उल्लेखनीय है, कि नीमच में पदस्थ परियोजना अधिकारी श्री पी.के.तोषनीवाल 30 नवम्बर 2022 को सेवानिवृत्त हो गये है। शासन द्वारा परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण नीमच का प्रभार डिप्टी कलेक्टर सुश्री करोठिया को सौंपा गया है।
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कृषि विज्ञान केन्द्र, नीमच ने मनाया विश्व मृदा स्वास्थ्य दिवस
नीमच 5 दिसम्बर 2022,कृषि विज्ञान केन्द्र,नीमच में 5 दिसम्बर 2022 को विश्व मृदा स्वास्थ्य दिवस का आयोजित किया गया। कार्यक्रम में प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ.सी.पी.पचैरी ने मॉ-सरस्वती के पूजन कर कार्यक्रम की भूमिका एवं के उद्देश्य पर प्रकाश डाला तथा मृदा स्वास्थ्य एवं प्राकृतिक खेती के महत्व पर बल दिया और सभी किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनवाने एवं उसके आधार पर ही उर्वरकों के प्रयोग करने का आह्वान किया।
वैज्ञानिक डॉ.पी.एस.नरुका,डॉ.शिल्पी वर्मा एवं डॉ.जे.पी.सिंह ने भी मृदा में सूक्ष्म पोषक तत्वों का महत्व, केचुआं उत्पादन,मृदा फर्टीलिटी, अनुसंशित मात्रा में उर्वरकों का उपयोग जैसे विषयों पर व्याख्यान दिए।मृदा परीक्षण प्रयोगशाला के प्रमुख श्री कुशवाहा ने मृदा नमूनों के परीक्षण एवं मृदा स्वास्थ्य कार्ड की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में कृषि मंत्री,भारत सरकार श्री नरेन्द्रसिंह तोमर एवं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के महानिदेशक डॉ.हिमांशु पाठक का विश्व मृदा स्वास्थ्य पर किसानों के नाम संदेश का वाचन भी किया गया। कार्यक्रम में कुल 4 विभागीय अधिकारियों,15 कृषि छात्राएं एवं 35 कृषकों ने भाग लिया। कार्य्रकम के अंत में श्रीमती संयुक्ता पांडे ने आभार व्यक्त किया।
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