ये कोई मामूली SUV नहीं, ये है Mahindra Scorpio – जो लुक्स से ही नहीं, परफॉर्मेंस से भी दहाड़ती है!

Mahindra Scorpio की बात आते ही सबसे पहले उसके रफ एंड टफ लुक की तस्वीर आंखों के सामने आती है। इसका डिजाइन समय के साथ बदला ज़रूर है, लेकिन उसमें देसीपन और दमक अब भी बरकरार है। इसके सामने की ओर दिखने वाली सिक्स-स्लैट ग्रिल, प्रोजेक्टर हेडलैंप और DRL्स इसे एक अट्रैक्टिव लेकिन अग्रेसिव अपील देते हैं। ऊंचा, बॉक्सी शेप और रूफ रेल्स इस बात का सबूत हैं कि यह गाड़ी सिर्फ शहरों के लिए नहीं बनी — यह तो हर मुश्किल रास्ते की साथी है।
Mahindra Scorpio के अंदर बैठते ही मिलता है पावर का अहसास
Mahindra Scorpio का केबिन दिखने में जितना सिंपल है, उतना ही फंक्शनल भी। इसका हाई ड्राइविंग पोजिशन और बड़ी विंडशील्ड आपको एक कमांडिंग व्यू देती है। डैशबोर्ड पर टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम के साथ जरूरी बटन फिजिकल फॉर्म में दिए गए हैं ताकि यूजर एक्सपीरियंस आसान रहे। तीसरी पंक्ति में जगह है, लेकिन वह ज्यादा लंबी दूरी के लिए नहीं — बच्चों या छोटे यात्रियों के लिए बेस्ट है। पहले की तुलना में अब इसका इंटीरियर ज्यादा प्रीमियम लगता है, हालांकि नीचे वाले हिस्सों में हार्ड प्लास्टिक का इस्तेमाल आज भी देखने को मिलता है।
Mahindra Scorpio के परफॉर्मेंस के मामले में कोई समझौता नहीं
Mahindra Scorpio में 2.2-लीटर mHawk डीज़ल इंजन और 2.0-लीटर mStallion टर्बो पेट्रोल इंजन मिलता है, जो अलग-अलग पावर आउटपुट देते हैं। यह इंजन लो-एंड टॉर्क में जबरदस्त हैं, जिससे ऑफ-रोडिंग आसान हो जाती है। इसके साथ 6-स्पीड मैनुअल और ऑटोमैटिक दोनों ट्रांसमिशन मिलते हैं। इसके अलावा रियर व्हील ड्राइव के साथ-साथ 4×4 ऑप्शन भी मौजूद है। मजबूत लैडर फ्रेम और डिफरेंशियल लॉक इसे उन गाड़ियों से बिल्कुल अलग बनाते हैं जो सिर्फ दिखने में SUV जैसी लगती हैं।
Mahindra Scorpio का भरोसेमंद परफॉर्मेंस, लेकिन थोड़ी खामियों के साथ
Mahindra Scorpio को चलाना एक भरोसे से भरा अनुभव है, खासकर खराब रास्तों पर। इसका सस्पेंशन भारतीय सड़कों के लिए बेहतरीन तरीके से ट्यून किया गया है, जो झटकों को आसानी से सोख लेता है। हालांकि, तेज़ स्पीड पर विंड नॉइज़ थोड़ा परेशान कर सकती है, और बॉक्सी डिजाइन एयरोडायनामिक एफिशिएंसी में कमी लाता है। इसके फायदे हैं: शानदार रोड प्रेसेंस, दमदार ऑफ-रोडिंग क्षमता, और लो मेंटेनेंस कॉस्ट। लेकिन इसमें कुछ कमियाँ भी हैं, जैसे थर्ड रो में कम जगह, सिटी ड्राइव में हैंडलिंग की दिक्कतें और थोड़ा कम माइलेज।