प्रेरणा/बधाईयांमंदसौरमध्यप्रदेश
सरस्वती विद्या मंदिर सीबीएसई की पूर्व छात्रा स्नेहा धनोतिया बनीं इसरो की वैज्ञानिक
इसरो में लहराया विद्या भारती का ध्वज
मन्दसौर। सरस्वती विद्या मंदिर सीबीएसई संजीत मार्ग मंदसौर की पूर्व छात्रा बहन स्नेहा धनोतिया (सत्र 2018) ने अथक परिश्रम और लगन से भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में वैज्ञानिक के रूप में चयनित होकर इतिहास रचा है।
विद्या भारती के संस्कारों में पल्लवित हुई बहन स्नेहा ने अपनी द्वादश तक की शिक्षा सरस्वती विद्या मंदिर से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने बी टेक पूर्ण किया और वर्तमान में आईआईटी बॉम्बे में एम टेक की छात्रा हैं।
इसरो की चयन परीक्षा में सफल होकर बहन ने स्वयं के लिए ही नहीं अपितु अपने परिवार, विद्यालय और समूची विद्या भारती के लिए सम्मान के नवआयाम रच दिए हैं। स्नेहा ने सबसे पहले लिखित परीक्षा दी, जिसमें हजारों उम्मीदवारों ने भाग लिया। इस परीक्षा में स्नेहा ने अपनी गहरी तकनीकी समझ और विषयज्ञान के आधार पर शानदार प्रदर्शन किया। इसके बाद साक्षात्कार के चरण को भी सफलतापूर्वक पार किया।
बहन स्नेहा धनोतिया की यह उपलब्धि विद्या भारती के अनेकानेक भैया बहनों में प्रेरणा और ऊर्जा का संचार करेगी।
साथ ही यह उपलब्धि इस बात की पुष्टि भी करती है कि विद्या भारती के विद्यालय ‘‘उत्कृष्ट शिक्षा के साथ संस्कार’’ देने के संकल्प के प्रति सौ प्रतिशत प्रतिबद्धता रखते हैं ।
इस अवसर पर भारतीय आदर्श शिक्षण समिति एवं समस्त सरस्वती विहार शैक्षिक संस्थान, सरस्वती विद्या मंदिर सीबीएसई परिवार द्वारा बहिन को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए अनेकों मंगलकामनाएं प्रेषित की गई।
विद्या भारती के संस्कारों में पल्लवित हुई बहन स्नेहा ने अपनी द्वादश तक की शिक्षा सरस्वती विद्या मंदिर से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने बी टेक पूर्ण किया और वर्तमान में आईआईटी बॉम्बे में एम टेक की छात्रा हैं।
इसरो की चयन परीक्षा में सफल होकर बहन ने स्वयं के लिए ही नहीं अपितु अपने परिवार, विद्यालय और समूची विद्या भारती के लिए सम्मान के नवआयाम रच दिए हैं। स्नेहा ने सबसे पहले लिखित परीक्षा दी, जिसमें हजारों उम्मीदवारों ने भाग लिया। इस परीक्षा में स्नेहा ने अपनी गहरी तकनीकी समझ और विषयज्ञान के आधार पर शानदार प्रदर्शन किया। इसके बाद साक्षात्कार के चरण को भी सफलतापूर्वक पार किया।
बहन स्नेहा धनोतिया की यह उपलब्धि विद्या भारती के अनेकानेक भैया बहनों में प्रेरणा और ऊर्जा का संचार करेगी।
साथ ही यह उपलब्धि इस बात की पुष्टि भी करती है कि विद्या भारती के विद्यालय ‘‘उत्कृष्ट शिक्षा के साथ संस्कार’’ देने के संकल्प के प्रति सौ प्रतिशत प्रतिबद्धता रखते हैं ।
इस अवसर पर भारतीय आदर्श शिक्षण समिति एवं समस्त सरस्वती विहार शैक्षिक संस्थान, सरस्वती विद्या मंदिर सीबीएसई परिवार द्वारा बहिन को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए अनेकों मंगलकामनाएं प्रेषित की गई।