नारेबाजी करते हुए किसानों ने ट्रेक्टर बाईक रेली लेकर प्रदेश व्यापी ज्ञापन सौंपा

नारेबाजी करते हुए किसानों ने ट्रेक्टर बाईक रेली लेकर प्रदेश व्यापी ज्ञापन सौंपा
भारतीय किसान संघ मालवा प्रांत जिला मंदसौर ने किसानों की ज्वलंत समस्याओं को लेकर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन
मन्दसौर। भारतीय किसान संघ मालवा प्रांत जिला मंदसौर द्वारा प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नाम सुशासन भवन में अपर कलेक्टर श्रीमती देवकुंवर सौलंकी को एक ज्ञापन देकर किसानों की ज्वलंत समस्याओं का आंकलन कर उनका निराकरण करने की मांग की। इसके पूर्व महिला पुरूष किसान हाथों में खराब हुई सोयाबीन की फसल लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय से नारे लगाते हुए रैली के रूप में निकले, रैली सुशासन भवन पहुंची जहां ज्ञापन दिया।
प्रधानमंत्री को दिये ज्ञापन में कहा कि अखिल भारतीय गैर राजनीतिक राष्ट्रवादी संगठन है जो किसानों के हित संवर्धन हेतु सतत् कार्य करता है। संगठन की मांग है कि भारतीय कृषि एवं किसानों के हित में सरकार ने विदेशी डेयरी उत्पाद एवं जीएम फसलों को देश में आने से रोका उसके लिए सरकार का धन्यवाद, साथ ही भारतीय किसान संघ यह मांग करता है कि कृषि आदान एवं कृषि यंत्रों से जीएसटी पूर्ण रूप से समाप्त की जाए। कृषि उत्पादों की आयात निर्यात नीति किसान हितेषी बनाई जावे जब किसान की फसल पककर आए तब आयात नहीं किया जाये। भूमि अधिग्रहण कानून में केवल विकास की योजनाएं एवं राष्ट्रीय के मुद्दों पर ही अधिग्रहण किया जावे देश के सभी राज्यों में समान कानून किया जाए । सभी फसलों की खरीदी समर्थन मूल्य पर वर्ष भर की जाए। किसान सम्मान निधि में अपने नाम के अनुरूप महंगाई दर के अनुसार वृद्धि कर 10 हजार रू. प्रति हेक्टर की जाए । रासायनिक खाद वाले किसानों को खाद पर सब्सिडी मिलती है उतनी राशि जैविक किसानों को भी प्रोत्साहन स्वरूप दी जाए। फसल बीमा योजना में सैटेलाइट सर्वे योजना असफल है इसमें सुधार किया जाए नेत्रांकन सेवा ही होना चाहिए। किसानों को केसीसी लोन 5 लाख तक का दिया जाए।
मुख्यमंत्री को दिये ज्ञापन में खरीफ की फसलों की अतिवृष्टि अफसन एवं वायरस के कारण होने वाले नुकसान की भरपाई की जाए। बीमा का लाभ दिलाया जाए। कृषि यंत्रों पर अनुदान एवं कोटा बढ़ाया जाए और जंगली पशुओं से फसल नुकसानी की पूर्ति शासन द्वारा की जाए तथा तार फेंसिंग पर किसानों को अनुदान दिया जाए। प्रदेश में बंद पड़ी सिंचाई परियोजनाओं को अविलंब पूर्ण किया जाये। प्रदेश की नहरों की मरम्मत एवं साफ सफाई समय पूर्व कराई जाए। अधिक भार वाले ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि की जाए और डीसी स्तर पर ट्रांसफार्मर बैंक बनाया जाए जिसमें 15 ट्रांसफार्मर हमेशा रहे । कृषि क्षेत्र में बिजली के नये स्थाई कनेक्शन मांगने पर दिये जायें, सब्जी एवं अन्य उत्पादन करने वाले किसानों को मीटर लगाकर 24 घंटे की बिजली के कनेक्शन मांगने पर दिये जायें आगामी रबी सीजन हेतु कृषि कार्य में कंपनी के मापदंड के अनुसार बिजली किसानों को मिल सके यह सुनिश्चित किया जाए । जले हुए ट्रांसफार्मर बदलने के लिए एंबुलेंस सेवा शुरू की जाए तथा ट्रांसफार्मर 24 घंटे में बदले जाए । पारिवारिक बटवारा पूरे परिवार के लिए मान्य होना चाहिए । फौती नामंत्रण तत्काल किया जाए समय सीमा एवं जवाबदारी तय की जाए । जिस अवधि में जमीन की खरीदी बिक्री बंद रहती है उसे समय सीमा में किए गए एग्रीमेंट निरस्त माने जाएं या किए जाएं । निजी भूमि के इंद्राज दुरुस्ती के अधिकार धारा 15,116 के तहत अधिकार तहसीलदार को दिया जाए । सरकार अनुकूल स्थान देखकर गौ अभ्यारण बनाया जाए। बंदोबस्त के आधार पर पुराने नक्शे के आधार पर नक्शा सुधार किया जाए।
इस अवसर पर प्रांतीय सदस्य भंवरसिंह पंवार, जिला संरक्षक राधेश्याम पाटीदार, जिलाध्यक्ष प्रीतिपालसिंह देवड़ा, जिला मंत्री मोहनलाल लुहार, महिला संयोजिका, आशा कुंवर राठौड़
संयोजक रमेश जाट, मदनसिंह सिसौदिया, महेश राठौर भेरूगिरी गोस्वामी, सीतामऊ तहसील मंत्री मुकेश प्रजापत, दिनेश टेलर, राधेश्याम माटी भंवर लाल कुमावत, भारतसिंह, प्रेमसिंह, दौलतसिंह, भगतराम जाट, बाबूलाल जाट, लखन टाक, भंवरलाल कुमावत, आशा कुंवर राठौर, शारदा जाट,सोनु टांक अर्चना टांक, बाबुलाल टांक योगिता बैरागी, गेंदालाल, कैलाशचन्द्र, कमलसिंह, रामचन्द्र, जरेसिंह, कुलदीप, भंवरलाल सौलंकी, सुमित, भागीरथ, मुकेश पाटीदार, राजू टेलर, गणपतलाल सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे। उक्त जानकारी जिला प्रचार प्रसाद प्रमुख मुकेश चौधरी जाट ने दी।